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Saturday 7 December 2019 02:20:55 PM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतरत्न बोधिसत्व बाबासाहेब डॉ भीमराव आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर आंबेडकर महासभा के कार्यक्रम में बाबासाहेब को श्रद्धासुमन अर्पित किए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि बाबासाहेब डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर का जीवन हम सभी के लिए प्रेरक है, उन्होंने विषम परिस्थितियों में न केवल उच्चतम शिक्षा हासिल की, बल्कि लोगों को न्याय दिलाने के लिए आगे आए, उनका मानना था कि सामाजिक और आर्थिक विषमता दूर करके ही सच्ची स्वाधीनता पाई जा सकती है, इसके लिए उन्होंने शिक्षा को प्रमुख हथियार माना। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संविधान डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर की जीवनसाधना है। उन्होंने उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम से कहा कि वह आंबेडकर महासभा को भव्य स्मारक बनाने के लिए कार्ययोजना बनाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबासाहेब के सपनों को धरातल पर लाने का कार्य किया है, उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के विशेष प्रावधानों को संविधान से हटाकर बाबासाहेब के प्रति सम्मान प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाबासाहेब से जुड़े स्थलों को विकसित कर उनके दर्शन से वर्तमान एवं भावी पीढ़ी को जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बाबासाहेब की सोच के अनुरूप विकास कार्यों को भी समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भी जिन गांवों को राजस्व ग्राम का दर्जा प्राप्त नहीं था और न इनको वोट देने का अधिकार था, उन्हें यह अधिकार प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बाबासाहेब के चित्र को सभी सरकारी कार्यालयों में लगाने की व्यवस्था की है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश-विदेश में बाबासाहेब से जुड़े 5 स्थलों को पंचतीर्थ के रूपमें स्थापित किया है, इनमें मध्य प्रदेश में बाबासाहेब का जन्मस्थान महू छावनी, लंदन का घर जहां उन्होंने अपनी पढ़ाई की थी, नागपुर में दीक्षा भूमि, दिल्ली में महापरिनिर्वाण स्थल तथा मुम्बई में चैत्यभूमि भी शामिल है, पंचतीर्थ स्थलों के माध्यम से लोगों को बाबासाहेब की दृष्टि एवं विचारों को जानने और समझने का अवसर प्राप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग़रीबों, दलितों और वंचितों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से सरकार सामाजिक और आर्थिक भेदभाव को दूर करने के लिए लगातार कार्य कर रही है, इसके दृष्टिगत प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 28 लाख लोगों को आवास उपलब्ध कराए गए हैं, 2 करोड़ 61 लाख शौचालय, 1 करोड़ 16 लाख घरों में विद्युत कनेक्शन, 1 करोड़ 46 लाख परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन, 7 करोड़ लोगों को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना से जोड़ा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में स्टैंडअप योजना के तहत हर बैंक शाखा एक अनुसूचित जाति व जनजाति तथा एक महिला को स्वावलम्बी बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता है कि उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाए। कार्यक्रम को विधानपरिषद सदस्य स्वतंत्र देव सिंह और आंबेडकर महासभा के अध्यक्ष डॉ लालजी प्रसाद निर्मल ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को ‘आंबेडकर प्रिय योगी आदित्यनाथ सम्मान’ से विभूषित किया गया और डॉ भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा भेंट की गई। मुख्यमंत्री ने डॉ आंबेडकर महासभा परिसर में तथागत बुद्ध की प्रतिमा पर माल्यार्पण और बाबासाहेब के अस्थिकलश पर भी पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।