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Saturday 21 December 2019 05:14:36 PM
बिजनौर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बिजनौर के तत्वावधान में और जिला न्यायाधीश जयश्री आहूजा के मार्गदर्शन में जिला जजी परिसर बिजनौर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें जिला जजी तथा जिले की अन्य अदालतों ने 3637 वादों का निस्तारण किया। लोक अदालत में प्रतिकर स्वरूप एक करोड़ पचास लाख रुपये से अधिक की धनराशि भी पीड़ित परिवारों को दिलाई गई। आपसी कलह से पीड़ित 68 जोड़ों में सुलह-सफाई कराकर उनके सुखी और मधुर दामपत्य जीवन का मार्ग प्रशस्त किया गया। इस अवसर पर जिला न्यायाधीश जयश्री आहूजा ने लोक अदालतों के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि वादों के तीव्र निस्तारण में लोक अदालतों का अनुकरणीय योगदान है।
राष्ट्रीय लोक अदालत कार्यक्रम का शुभारंभ जिला न्यायाधीश जयश्री आहूजा, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण विमल त्रिपाठी तथा नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत सुनील कुमार और अपर जिला जज प्रथम एवं द्वितीय के दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। जिला न्यायाधीश जयश्री आहूजा ने 10 परिवार वाद सहित 47 वादों का निस्तारण किया। मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारी अशोक कुमार सिंह ने 31 वादों का निस्तारण करते हुए एक करोड़ पचास लाख से अधिक की धनराशि प्रतिकर स्वरूप पीड़ित परिवारों को दिलाई। अतिरिक्त न्यायाधीश आरए कौशिक ने 45 वादों का निस्तारण किया।
जिला न्यायाधीश जयश्री आहूजा ने परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश चंपत सिंह और अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश चित्रा शर्मा की उपस्थिति में 12 जोड़ों को आशीर्वाद देकर विदा किया। प्रधान न्यायाधीश चंपत सिंह ने 36 वादों का निस्तारण किया और परिवार न्यायालय की अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश चित्रा शर्मा ने 58 वादों का निस्तारण किया। अपर जिला न्यायाधीश के स्तर पर 235 वादों का निस्तारण हुआ और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बिजनौर के 278 वादों सहित 742 दाण्डिक वाद निस्तारित किए गए। लोक अदालत में 142 सिविल वाद भी निस्तारित किए गए। जनपद के बाह्य न्यायालय नजीबाबाद के 203 वाद, न्यायालय एसीजेएम नगीना के 283 वाद, सिविल जज जूनियर डिविजन के 97 वाद और सिविल जज जूनियर डिवीजन चांदपुर के 165 वादों का निस्तारण किया गया।
लोक अदालत में राजस्व न्यायालय के 1109 वादों का निस्तारण किया गया। बैंक रिकवरी के 517 वादों का निस्तारण लगभग चार करोड़ तैंतीस लाख रुपये के समझौते के आधार पर किया गया। कार्यक्रम का संचालन सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण विमल त्रिपाठी ने किया। जिला न्यायाधीश जयश्री आहूजा ने राष्ट्रीय लोक अदालत में बड़ी संख्या में वादों के निस्तारण और कलहपूर्ण परिवारों के शांतिपूर्ण पुर्नमिलन पर प्रसन्नता प्रकट की। उन्होंने अदालतों के समन्वय की सराहना की तो अधिवक्ताओं के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। इस अवसर पर सभी न्यायिक अधिकारी, अधिवक्ता और वादीगण मौजूद थे।