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Wednesday 25 December 2019 04:33:37 PM
लखनऊ। आंबेडकर महासभा ने उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक को भगवान बुद्ध की प्रतिमा एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। राम नाईक सम्मान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भी थे। भगवान बुद्ध सम्मान ग्रहण करते हुए राम नाईक ने कहा कि उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में हाशिए पर पड़े समाज की स्थिति में बहुत ज्यादा अंतर नहीं है, जो हालात उत्तर प्रदेश में हैं, कमोबेस यही स्थिति महाराष्ट्र में भी है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डॉ लालजी प्रसाद निर्मल के कंधे पर हाशिए पर पड़े समाज के कल्याण की बड़ी जिम्मेदारी है, उन्हें विकास की मुख्यधारा से छूट गए लोगों को तरक्की के रास्ते पर लाना होगा।
राम नाईक ने बाबासाहेब डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर के पवित्र अस्थि कलश पर श्रद्धापूरित माल्यार्पण किया और महासभा को उनके द्वारा भेंट की गई संविधान की मूल प्रति, जो अस्थि कलश के पास रखी हुई है का दर्शन और अवलोकन किया। पूर्व राज्यपाल राम नाईक ने इस मौके पर कुष्ट रोगियों का उल्लेख किया और कहा कि चिकित्सा विज्ञान ने इसे छुआछूत की बीमारी मानने से इनकार किया है, इसलिए ऐसे लोगों से दूर रहने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोगियों को अलग से आवास दिए जाने की बात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मान ली है, इससे 15 हजार से अधिक कुष्ठ रोगियों को आवासीय फायदा होगा।
आंबेडकर महासभा के कई कार्यक्रमों में शामिल होने की स्मृतियों को साझा करते हुए राम नाईक ने कहा कि हाशिए के समाज की लड़ाई को उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डॉ लालजी प्रसाद निर्मल ने मजबूती से लड़ रहे हैं, आज वह हाशिए के तबके की आवाज़ बन चुके हैं। उन्होंने दोहराया कि दलितों की शिकायतें और उनकी समस्याएं उठाने के लिए डॉ निर्मल पर बड़ी जिम्मेदारी है, उन्हें समाज को विकास की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए हर संभव प्रयास करने होंगे। स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए डॉ लालजी निर्मल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबासाहेब को वैश्विक स्तर पर सम्मान दिया है, यही बाबासाहेब को सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि राम नाईक ने भी बाबासाहेब की नीतियों को अथाह सम्मान दिया है, जिसके लिए वह धन्यवाद के पात्र हैं।
राम नाईक को पुष्प भेंटकर बड़ी संख्या में लोगों ने उनका स्वागत किया। कार्यक्रम काफी देर चला और अनेक वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। महासभा के वक्ताओं ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि मोदी और योगी सरकार दलित समाज के लिए बढ़ चढ़कर काम कर रही है। कार्यक्रम में यह भी चर्चा रही कि पाकिस्तान में अत्याचार के शिकार दलितों को भारत में नागरिकता मिल रही है, जो इस समाज के लिए मोदी सरकार की ओर से सम्मान और संरक्षण देने की बात है। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ एसएन संखवार, डाइवर्सिटी मिशन के प्रख्यात लेखक एचएल दुसाध, अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के अध्यक्ष भदंत शांति मित्र, डॉ सत्या दोहरे, वीरेंद्र विक्रम सुमन, महामंत्री अमरनाथ प्रजापति, सर्वेश पाटिल समेत बड़ी संख्या में महासभा के कार्यकर्ता और अनुयायी उपस्थित थे।