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Wednesday 25 December 2019 11:52:17 PM
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के युगपुरुष देश के प्रधानमंत्री रहे और भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर आज यहां लोकभवन परिसर में उनकी 25 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ग्रहमंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आदि राजनेताओं ने अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन भी अर्पित किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटलजी के जीवन पर भावनात्मक संबोधन दिया। उन्होंने उनकी कई स्मृतियों का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा के शिल्पी राजकुमार पंडित की शानदार प्रतिमा बनाने के लिए उनकी सराहना की। राजकुमार पंडित ने प्रधानमंत्री को भी एक स्मृति चिन्ह भेंट किया। ज्ञातव्य है कि यह प्रतिमा उत्तर प्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग ने निर्मित कराई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकभवन में अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश का शिलान्यास किया। उन्होंने बटन दबाकर चिकित्सा विश्वविद्यालय के शिलापट्ट का अनावरण किया। नरेंद्र मोदी ने कहा कि अटलजी कहते थे कि जीवन को टुकड़ों में नहीं समग्रता में देखा जाना चाहिए, यह बात सरकार के लिए भी सत्य है, सुशासन के लिए भी यह उपयुक्त मानदंड है, सुशासन, समस्याओं को सम्पूर्णता और समग्रता में सोचने और सुलझाने में है, अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय की स्थापना उत्तर प्रदेश सरकार की इसी सोच को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय की स्थापना उत्तर प्रदेश में मेडिकल की पढ़ाई को नई दिशा देगी, इस विश्वविद्यालय से चिकित्सा शिक्षा की सभी विधाओं से सम्बंधित सरकारी, अर्द्धसरकारी निजी चिकित्सा शिक्षा संस्थानों का एफिलिएशन होगा, इससे इन संस्थानों में पाठ्यक्रमों व परीक्षाओं में एकरूपता लाई जा सकेगी, उनमें एक समान शैक्षणिक कैलेंडर लागू किया जा सकेगा एवं परीक्षाएं निर्धारित समयावधि व पारदर्शी ढंग से कराई जा सकेंगी।
लखनऊ के सांसद और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किए गए स्वागत के प्रति काशी के सांसद के तौर पर आभार व्यक्त करने के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सम्बोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि अटलजी की जयंती के सुशासन दिवस पर लोकभवन में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया है, उत्तर प्रदेश का शासन इसी भवन से चलता है। उन्होंने विश्वास जताया कि अटलजी की यह भव्य प्रतिमा यहां कार्य करने वाले लोगों को सुशासन एवं लोकसेवा की प्रेरणा देगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि लखनऊ के सांसद के रूपमें अटलजी ने रिंग रोड, पुराने लखनऊ में ड्रेनेज व सीवरेज की सुविधाओं का विकास, एयरपोर्ट का आधुनिकीकरण, बायोटेक पार्क की स्थापना, वाल्मीकि अम्बेडकर आवास जैसी अनेक परियोजनाओं से लखनऊ को नई पहचान देने वाले सैकड़ों काम किए, वर्तमान में लखनऊ के सांसद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह अटलजी की विरासत को संभाल और संवार रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस कार्यक्रम में आने से पूर्व श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्होंने नई दिल्ली में अटल भूजल योजना का शुभारम्भ किया है। उन्होंने कहा कि 6000 करोड़ रुपए की इस योजना में उत्तर प्रदेश सहित 7 राज्यों में भूजल स्तर सुधारने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को लद्दाख से जोड़ने वाली रोहतांग सुरंग का नाम भी अटलजी के नाम पर ‘अटल टनल’ किया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में चिकित्सा के लिए सरकार का विज़न पहले दिन से स्पष्ट रहा है, हेल्थ सेक्टर के लिए एक रोडमैप है, जिसकी चार कड़ियां प्रिवेंटिव हेल्थ केयर, एफोर्डेबल हेल्थ केयर, सप्लाई साइड इंटरवेंशन तथा मिशन मोड इंटरवेंशन हैं। उन्होंने कहा कि सप्लाई साइड इंटरवेंशन का अर्थ इस सेक्टर की हर डिमांड को देखते हुए सप्लाई को सुनिश्चित करना तथा मिशन मोड इंटरवेंशन का आशय स्वास्थ्य की योजनाओं को मिशन मोड पर संचालित करना है, सरकार की तमाम योजनाएं इसी रोडमैप पर संचालित होती हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रिवेंटिव हेल्थ केयर का अर्थ है बीमारी का खर्च बचाने के लिए बीमार होने से बचना, इसके लिए जागरूकता आवश्यक है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान, योग को प्रोत्साहन, उज्ज्वला योजना में रसोई गैस की उपलब्धता सुनिश्चित कर धुएं से मुक्ति, फिट इंडिया मूवमेंट, आयुर्वेद को बढ़ावा देना आदि इसी दिशा में उठाए गए कदम हैं। उन्होंने कहा कि प्रिवेंटिव हेल्थ केयर पर बल देने से हेल्थ सेक्टर की चिंताएं कम होती हैं, इससे संक्रामक रोगों और जीवनशैली से उत्पन्न होने वाली बीमारियां नियंत्रित होती हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में सवा लाख वेलनेस सेंटरों का निर्माण, दूरदराज इलाकों में टीकाकरण, पशुओं के आरोग्य के लिए कार्यक्रम का संचालन आदि प्रिवेंटिव हेल्थ केयर की दिशा में किए गए कार्य हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हेल्थ केयर की एफोर्डेबिलिटी की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं, आयुष्मान भारत योजना से अब तक देश में 70 लाख रोगियों का उपचार हो चुका है, आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थकेयर योजना है, इसके लाभार्थियों की संख्या अमेरिका, मेक्सिको, कनाडा की जनसंख्या से भी अधिक है, इस योजना के लाभार्थी वे लोग हैं, जो अपनी बीमारियों के इलाज की उम्मीद छोड़ चुके थे।
आयुष्मान भारत योजना में उत्तर प्रदेश की उपलब्धियों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यहां पर इस योजना के तहत 11 लाख से अधिक लोग लाभांवित हुए हैं, जन औषधि योजना में सस्ती दवाईयां उपलब्ध हो रही हैं, इससे नियमित दवाईयां खरीदने वालों को प्रतिमाह अच्छी बचत हो रही है। उन्होंने कहा कि स्टेंट और नी-कैप की कीमतें भी कम की गई हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले पांच वर्ष में मेडिकल कॉलेजों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हुई है, इसी साल देश में 75 मेडिकल कॉलेज को मंजूरी दी गई है, तीन जनपदों में एक मेडिकल कॉलेज के लक्ष्य के साथ कार्य किया जा रहा है, इससे उत्तर प्रदेश को बड़ा लाभ हुआ है। उन्होंने कहा कि विगत दो-तीन वर्ष में उत्तर प्रदेश में दो दर्जन से अधिक मेडिकल कॉलेजों की स्थापना को मंजूरी दी गई है। उन्होंने कहा कि महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य समस्याओं को समाप्त करने के लिए मिशन मोड में कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं, वर्ष 2025 तक टीबी की बीमारी को समाप्त करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जनस्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश सरकार के अभूतपूर्व कार्य का लाभ जनता को मिल रहा है। इंसेफेलाइटिस को नियंत्रित करने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार और जनता ने सराहनीय कार्य किया है, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं ने भी प्रशंसा की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वच्छता और स्वास्थ्य सुविधाओं को गांव-गांव तक सुलभ कराने का जो अभियान योगी सरकार ने चलाया है, वो प्रदेश के लोगों के जीवन को आसान बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को राष्ट्रीय पोषण मिशन और इंद्रधनुष को और तेज करने की जरूरत है, जिससे उत्तर प्रदेश का हर बच्चा और नागरिक स्वस्थ रहे। प्रधानमंत्री ने कहा कि अटलजी कहते थे कि देश के निर्माण में हर पीढ़ी के योगदान का मूल्यांकन दो मानदंडों विरासत में मिली समस्याओं को सुलझाने तथा राष्ट्र के भावी विकास की मजबूत नींव तैयार करने के आधार पर होगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में भारत अभूतपूर्व उपलब्धियों के साथ प्रवेश कर रहा है, सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक समस्याओं के समाधान के प्रयास किए जा रहे हैं, अनुच्छेद 370 सहित विभिन्न समस्याओं का समाधान किया गया है, शेष समस्याओं के समाधान के लिए भी प्रत्येक भारतीय प्रयास कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 से पूर्व देश में आधे से अधिक परिवारों के पास शौचालय नहीं था, जो अब पहुंच चुका है, हर घर तक रसोई गैस, बिजली पहुंच रही है, दो करोड़ गरीब परिवारों के घर बन चुके हैं, वर्ष 2022 तक हर बेघर को घर देने का काम चल रहा है, वर्ष 2024 तक हर घर जल पहुंचाने के लिए तत्परता से काम हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि न्यू इंडिया की प्रगति की ठोस नींव तैयार की जा रही है, इसी आधार पर 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि हर गरीब का जीवन स्तर बेहतर हो, सुशासन भी यही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार के लिए सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास ही सुशासन है। उन्होंने कहा कि सुशासन का अर्थ है-सुनवाई सबकी हो, सुविधा हर नागरिक तक पहुंचे, सुअवसर हर भारतीय को मिले, सुरक्षा हर देशवासी अनुभव करे और सुलभता सरकार के हर तंत्र की सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि सुशासन का अर्थ है कि सरकार से सत्ता सुख निकालकर सेवा के संस्कार गढ़े जाएं, सामान्य मानवी के जीवन से सरकार का दखल कम हो, सरकार उलझाने के बजाय सुलझाने का माध्यम बने, सरकार ने स्वप्रमाणन को मंजूरी दी है। उन्होंने कहा कि सरकारी सेवाओं के डिजिटलीकरण, योजनाओं में तकनीक और डेटा साइंस के उपयोग से पारदर्शिता आ रही है, हम सुशासन के उस दौर में बढ़ रहे हैं, जहां जनता को आवेदन न करना पड़े, बल्कि सरकार जाकर निवेदन करे कि कोई समस्या तो नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आजादी के बाद से ही अधिकारों पर ज्यादा जोर दिया गया है। झूंठी अफवाहों में आकर विरोध के नाम पर हिंसा और सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने की प्रवृत्ति का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान समय की मांग है कि अधिकारों से अधिक कर्तव्यों और दायित्वों पर बल दिया जाए, बेहतर सड़क, ट्रांसपोर्टेशन, ड्रेनेज आदि नागरिकों का हक है तो उन्हें साफ रखने का दायित्व भी उनका है। उन्होंने कहा कि उत्तम शिक्षा, चिकित्सा सुविधा अगर हक है तो शिक्षण संस्थाओं, शिक्षकों, चिकित्सा संस्थानों, चिकित्सकों आदि की सुरक्षा व सम्मान दायित्व भी है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा हक है तो सुरक्षा देने वाले पुलिस तंत्र के सम्मान का दायित्व भी है। उन्होंने कहा कि दायित्व की भावना व्यापक है, सरकारों को पांच साल नहीं, बल्कि पांच पीढ़ियों को ध्यान में रखकर कार्य करना चाहिए, यही अटलजी की शिक्षा और जनता की अपेक्षा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि उत्तर प्रदेश की भूमि अटलजी की कर्मभूमि रही है, वह बलरामपुर से पहली बार सांसद बने, लखनऊ संसदीय क्षेत्र का पांच बार संसद में प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से आकांक्षात्मक जनपद बलरामपुर में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए केजीएमयू के सेटेलाइट सेंटर स्थापित करने की कार्रवाई प्रगति पर है, जनपद लखनऊ में अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय बनने जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उल्लेख किया कि वर्ष 1947 के बाद वर्ष 2016 तक प्रदेश के 15 जनपदों में मेडिकल कॉलेज थे, प्रधानमंत्रीजी की प्रेरणा से प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत सभी क्षेत्रों को चिकित्सा सुरक्षा उपलब्ध कराने के दृष्टिगत 45 जनपदों में मेडिकल कॉलेज स्थापित हो जाएंगे, नए मेडिकल कॉलेजों में से 7 में प्रवेश प्रारम्भ हो गया है, 8 में इस सत्र से प्रवेश प्रारम्भ करने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बलरामपुर एवं जौनपुर जनपद में राज्य सरकार मेडिकल कॉलेज स्थापित कर रही है, 13 नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की मंजूरी भी भारत सरकार से प्राप्त हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय की स्थापना से पहले इसके अस्थायी परिसर को डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ में क्रियाशील किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस विश्वविद्यालय से सरकारी, अर्द्धसरकारी व निजी क्षेत्र के 40 मेडिकल कॉलेज, 17 डेंटल कॉलेज, 210 नर्सिंग व 89 पैरामेडिकल कॉलेजों, कुल 356 चिकित्सा शिक्षण संस्थानों को सम्बद्धता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि गोरखपुर और रायबरेली में स्थापित किए जा रहे एम्स में ओपीडी और प्रवेश प्रक्रिया भी इस सत्र से प्रारम्भ हो गई है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने लम्बे समय तक लखनऊ संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है और वर्तमान में इसका प्रतिनिधित्व करना मेरा सौभाग्य है। उन्होंने अटलजी की प्रतिमा के अनावरण के लिए प्रधानमंत्री तथा प्रतिमा स्थापना के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अपनी प्रतिभा और व्यक्तित्व क्षमता से अटलजी ने भारत ही नहीं, पूरी दुनिया को प्रभावित किया है, अटलजी ऐसे पहले व्यक्ति थे, जिनके सम्बंध में देशवासियों को भरोसा था कि वह एक दिन भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे, अटलजी अजातशत्रु थे, वे हम सभी के प्रेरणा पुंज हैं। रक्षामंत्री ने कहा कि अटलजी ने सदैव देशहित को सर्वोपरि माना और अटलजी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज देश निरंतर विकास व सुशासन की दिशा में अग्रसर है, अटलजी जिन समस्याओं का समाधान करना चाहते थे, उनका समाधान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करते जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकभवन पहुंचने पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा डॉ दिनेश शर्मा, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, विधायी एवं न्याय मंत्री बृजेश पाठक, संस्कृति राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, सांसद कौशल किशोर, जनप्रतिनिधियों आदि ने स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव संस्कृति जितेंद्र कुमार, सूचना एवं संस्कृति निदेशक शिशिर, वरिष्ठ नागरिक और अधिकारी उपस्थित थे।