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Friday 3 January 2020 04:45:21 PM
लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध संस्थान गोमतीनगर में सांसद डॉ संघमित्र मौर्य और दीपक केएस की पुस्तक ‘बुद्धिज्म की बातें’ का विमोचन किया। राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा कि भगवान बुद्ध का दर्शन सिर्फ आध्यात्म पर आधारित नहीं है, बल्कि व्यक्ति की दिन-प्रतिदिन की समस्याओं से भी सम्बद्ध है। उन्होंने कहा कि वे मानव जीवन को सुखी एवं समृद्ध बनाए जाने पर विशेष ध्यान देते थे, सुख से उनका अभिप्राय केवल भौतिक संसाधनों की उपलब्धता से नहीं था, वे मानव जीवन के लिए न केवल सुख की सहज उपलब्धता चाहते थे, बल्कि समाज के सभी लोगों के लिए सुख की समान उपलब्धता की कामना करते थे।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि बुद्ध सामाजिक समरसता एवं समानता पर जोर देते थे और अंधविश्वासों, रूढ़ियों तथा आडम्बरों से दूर रहने को कहते थे। उन्होंने कहा कि एक जनप्रतिनिधि का जनता की सेवा के साथ-साथ पुस्तक लेखन का कार्य अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि लेखक द्वय ने इस रचना को धरातल पर लाने के लिए बौद्ध धर्म का बहुत ही बारीकी से अध्ययन किया है। राज्यपाल ने कार्यक्रम में मौजूद श्रम, सेवायोजन व समन्वय मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को उनके जन्मदिन की बधाई दी और कहा कि जनप्रतिनिधि जब समाज सेवा का कार्य करते हैं तो खुशी होती है। उन्होंने कहा कि उनके जन्मदिन पर ब्लड कैम्प का आयोजन कराना एक सार्थक कार्य है, यह रक्त गरीब व असहाय लोगों के काम आएगा।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस मौके पर कहा कि भगवान बुद्ध मानवता के पुजारी थे, जिन्होंने मानवकल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश उनके विशेष भ्रमण के क्षेत्र रहे हैं, आज उनके करोड़ों अनुयायी हैं और उनके शांति के बताए हुए रास्ते पर चल रहे हैं। कार्यक्रम में महंत अग्ग महापंडित भदंत ज्ञानेश्वर एवं डॉ संघमित्र मौर्य ने भी अपने विचार रखे। समारोह में भंते उपनंद थेरो, भंते नंदरत्न थेरो और गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।