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Saturday 25 January 2020 03:42:41 PM
लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जोरदार प्रशंसा की है और कहा है कि उन्होंने अकल्पनीय कार्य करते हुए विकास एवं सुशासन की स्थापना की है। राज्यपाल ने कहा कि राज्य में जरुरतमंदों को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त हो रहा है। अवसर था उत्तर प्रदेश दिवस समारोह, जिसका राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीप प्रज्ज्वलित करके शुभारम्भ किया। ज्ञातव्य है कि यह उत्तर प्रदेश का तीसरा स्थापना दिवस समारोह था और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में वर्ष 2018 में पहलीबार उत्तर प्रदेश दिवस का आयोजन शुरू किया गया था। इस अवसर पर राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने संयुक्त रूपसे 18 अटल आवासीय विद्यालयों का शिलान्यास किया। राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा कि किसी भी प्रदेश के स्थापना दिवस का आयोजन इसलिए महत्वपूर्ण होता है, ताकि इससे उस प्रदेश के वासियों को अपने राज्य का इतिहास बोध हो सके। उन्होंने कहा कि स्वाधीनता और राष्ट्र निर्माण में जितनी भूमिका उत्तर प्रदेश की रही है, उतनी ही देश के सामाजिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक विकास में भी है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली होने के साथ ही भगवान गौतम बुद्ध और भगवान महावीर की स्थली भी है, यहां स्वतंत्रता आंदोलन के क्रांतिकारी शहीद चंद्रशेखर आज़ाद, सरदार भगत सिंह, अश्फाक उल्लाह खां और रामप्रसाद बिस्मिल, राजमंगल पांडेय जैसे क्रांतिकारी भी पैदा हुए हैं, जिन्होंने अपने साहस, वीरता और बलिदान से देश को आजादी दिलाने में अपनी निर्णायक भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि इस धरती पर पंडित मदनमोहन मालवीय, डॉ राममनोहर लोहिया, आचार्य नरेंद्रदेव, लालबहादुर शास्त्री और दीनदयाल उपाध्याय जैसे जननायकों ने अपने रचनात्मक नेतृत्व से देश और प्रदेश को गौरवांवित किया है तो कबीर, तुलसीदास, मलिक मुहम्मद जायसी, जयशंकर प्रसाद, चकबस्त, महादेवी वर्मा जैसे साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं से विश्व साहित्य को समृद्ध किया है और नृत्य, कला, संगीत तो उत्तर प्रदेश की समृद्ध परम्परा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की धरती ने देश को सर्वाधिक प्रधानमंत्री भी दिए हैं।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा जारी रखते हुए कहा कि राज्य में उनके शासन में चिकित्सा के क्षेत्र में जिला चिकित्सालयों के उच्चीकरण से आमजन को बेहतर सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं, राज्य में बेहतर कानून-व्यवस्था से प्रदेश में निवेश का माहौल बना है, लखनऊ और नोएडा में बेहतर पुलिसिंग व्यवस्था के लिए पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू की गई है, नए एक्सप्रेस-वे बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन की अपार सम्भावनाएं हैं, प्रदेश का प्रत्येक जनपद किसी न किसी परंपरागत उत्पाद के लिए जाना जाता है, उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के माध्यम से इन जनपदों को अपने उत्पादों की ब्रांडिंग करने का अवसर भी प्राप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य का गौरवशाली इतिहास और परम्परा रही है और हमें अपनी विरासत पर गर्व की अनुभूति करनी चाहिए। उन्होंने उल्लेख किया कि उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस मनाने की प्रेरणा उन्हें भूतपूर्व राज्यपाल राम नाईक ने दी थी, इसके फलस्वरूप आज राज्य के सभी जनपदों में राज्य स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का स्थापना दिवस राज्य को अपनी प्रगति का आकलन करने का अवसर देता है, वर्तमान राज्य सरकार के कार्यों से राज्य की नई पहचान बन रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश की धरती अत्यंत पावन है, यहां पर गंगाजी का सर्वाधिक प्रवाहक्षेत्र है, यहां गंगा-यमुना का संगम है, विश्व की प्राचीनतम नगरी काशी यूपी में है, भगवान श्रीराम ने यहां जन्म लेकर राजव्यवस्था के आदर्श कीर्तिमान स्थापित किए हैं, भगवान श्रीकृष्ण ने इसी धरती पर जन्म लेकर ‘न दैन्यं न पलायनम्’ की शिक्षा दी, भगवान बुद्ध और जैन तीर्थंकरों की शिक्षाएं इस धरती की देन हैं, स्वाधीनता आंदोलन में उत्तर प्रदेश की अग्रणी भूमिका रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश का नाम 24 जनवरी 1950 को अस्तित्व में आया, इस प्रकार प्रदेश की स्थापना के 70 वर्ष भी पूर्ण हो गए हैं। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे हैं, उल्लेखनीय उपलब्धियां प्राप्त करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों और उद्यमियों को सम्मानित किया गया है, उत्तर प्रदेश दिवस समारोह तीन दिन तक चलेगा। उन्होंने कहा कि प्रतिभाओं और विभूतियों को सम्मानित करना राज्य का दायित्व है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को प्रधानमंत्री किसान निधि, युवाओं को स्टार्टअप, स्टैण्डअप, एक जनपद एक उत्पाद योजना आदि के माध्यम से आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर रही है, उत्तर प्रदेश दिवस समारोह में एक जनपद, एक उत्पाद योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना तथा खादी एवं ग्रामोद्योग से सम्बंधित कार्यक्रम भी होंगे, इनमें इन योजनाओं से जुड़े निवेशकों और उद्यमियों को सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर प्रधानमंत्री के फ्लैगशिप कार्यक्रमों में अग्रणी स्थान दिलाने वाले अधिकारियों आदि को सम्मानित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तृतीय उत्तर प्रदेश दिवस पर पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में अटल आवासीय विद्यालय की स्थापना की योजना का शुभारम्भ किया गया है, जिसके तहत 18 मंडलों में अटल आवासीय विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं और ये विद्यालय नवोदय विद्यालयों की तरह संचालित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इन आवासीय विद्यालयों में रजिस्टर्ड श्रमिकों के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा, आवास, भोजन आदि सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, इन विद्यालयों में निराश्रित बच्चों को भी शिक्षित कर योग्य नागरिक बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय बालिका दिवस पर बालिकाओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिए बधाई और शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना प्रारम्भ की गई है, जिसमें बालिका को जन्म से लेकर उसके डिप्लोमा अथवा डिग्री हेतु प्रवेश तक विभिन्न चरणों में 15,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने का प्रावधान है, कन्याओं के विवाह के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना भी संचालित है। उन्होंने कहा कि यह वर्ष युवाओं को समर्पित है, इस वर्ष प्रदेश के युवाओं के लिए योजनाएं प्रारम्भ की जा रही हैं। कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी संबोधित किया। स्वामी प्रसाद मौर्य का कहना था कि योगी सरकार बाबासाहेब डॉ भीमराव आंबेडकर के सपनों को अपने विकास कार्यों से साकार कर रही है।
उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस कार्यक्रम में राज्य की विरासत से जुड़े कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इनमें उत्तर प्रदेश दिवस के थीम सांग पर समूह नृत्य, गोरखपुर के बच्चों की सुंदरकांड की प्रस्तुति, ब्रज का मयूर नृत्य प्रमुख हैं। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग की फिल्म ‘यूपी नहीं देखा तो इंडिया नहीं देखा’ का विमोचन किया। संस्कृति विभाग की पुस्तक ‘उत्तर प्रदेश की संचरना अभिलेखों के संदर्भ में’ का भी विमोचन किया गया। राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने 5 महिला और 9 पुरुष खिलाड़ियों को सम्मानित किया। उन्होंने 7 उद्यमियों को भी सम्मानित किया। उन्होंने ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ पर आयोजित सूचना, पर्यटन सहित अन्य विभागों की प्रदर्शनियों का उद्घाटन एवं अवलोकन किया। कार्यक्रम में सरकार के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, डॉ नीलकंठ तिवारी, उपेंद्र तिवारी, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति जितेंद्र कुमार, सूचना निदेशक शिशिर और शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। लक्ष्मण पुरस्कार प्राप्त करने वालों में अभिषेक यादव, श्रेयांश कुमार, दिवाकर राम, सौरभ चौधरी, चमन सिंह, राहुल दुबे, शिवपाल सिंह, राजीव तोमर तथा सत्येंद्र कुमार शामिल हैं और रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार प्राप्त करने वाली महिलाओं में अमृता पांडेय, मरियम खान, शिवा सिंह, पारूल चौधरी तथा रजनी जोशी दीक्षित हैं। इसी प्रकार उद्योग जगत से पुरस्कार प्राप्त करने वालों में अमर तुलसियान, सचिन अग्रवाल, तरुण साहनी, सोमप्रकाश गोयनका, माधो गोपाल अग्रवाल, चंद्रप्रकाश अग्रवाल तथा डॉ महेश कुमार गुप्ता शामिल हैं। सोमप्रकाश गोयनका कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो सके, उनका पुरस्कार उनकी कम्पनी के निदेशक ने ग्रहण किया।