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Thursday 30 January 2020 02:30:32 PM
लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अवध प्रांत की ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विचार और कार्य’ विषयक संगोष्ठी में संघ ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की है कि देशभर में संघ के प्रति जागरुक अनुकूलता का वातावरण है और संघ देशभर में विभिन्न स्थानों पर यह बताने और समझाने के लिए गोष्ठियां आयोजित कर रहा है। संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार संगोष्ठी के मुख्यवक्ता के रूपमें यह बात बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि संघ का कोई कितना भी विरोधी क्यों न हो, एकबार संघ की शाखा में आ गया तो फिर वह संघ का होकर रह जाता है। अरुण कुमार ने कहा कि सन् 1964 में जयप्रकाश नारायण संघ के संपर्क में आए और वे बिहार में अकाल के समय संघ के स्वयंसेवकों के कार्य को देखकर बेहद प्रभावित हुए थे।
संघ प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने कहा कि जयप्रकाश नारायण ने दिल्ली के संघ कार्यक्रम में कहा था कि मेरी सम्पूर्ण क्रांति का स्वप्न कोई साकार करेगा तो वह संघ ही होगा, इसलिए हम ऐसे सभी लोगों से आग्रह करते हैं कि वह थोड़ा और नजदीक आएं और संघ को समझने का प्रयास करें। अरुण कुमार ने कहा कि संघ प्रत्येक स्वयंसेवक में राष्ट्र के प्रति भक्ति, समाज के प्रत्येक व्यक्ति के प्रति प्रेम, सामाजिक जीवन में अंतिम क्षण तक समर्पण और बिना किसी भेदभाव के लोगों को स्नेहभाव देना जैसे चार प्रकार के गुणों को विकसित करता है, इसलिए संघ दुनिया का इकलौता ऐसा अद्भुत संगठन है, जहां कार्यकर्ता को आगे बढ़ते देखकर सुखद अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि संघ ने अपने लक्ष्य, भगवा ध्वज और अपने विचार छोड़कर समय और जरूरत के अनुसार सबकुछ बदला है।
अरुण कुमार ने कहा कि भारत प्राचीन राष्ट्र, हिंदू राष्ट्र और एक राष्ट्र है, यही संघ का विचार है, इस विचार में कभी कोई बदलाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि संघ के स्वयंसेवक प्रत्येक दिन शाखा में जो प्रार्थना करते हैं, उसकी अंतिम लाइन में संघ का लक्ष्य क्या है, यह बताया गया है। अरुण कुमार ने कहा कि संघ राष्ट्र को परम वैभव की ओर ले जाना चाहता है, आध्यात्मिक अधिष्ठान और भौतिक समृद्धि से युक्त समतामूलक समाज की स्थापना करना ही संघ का लक्ष्य है। इस दौरान अरुण कुमार ने संगोष्ठी में जिज्ञासापूर्ण प्रश्नों के उत्तर भी दिए। विश्व संवाद केंद्र के अध्यक्ष नरेंद्र भदौरिया ने भी संगोष्ठी को संबोधित किया। संगोष्ठी में अवध प्रांत के संघचालक प्रभुनारायण, प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ अशोक दुबे और सह प्रांत प्रचार प्रमुख अवध दिवाकर भी उपस्थित थे।