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Friday 24 April 2020 06:24:22 PM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन के सफल क्रियांवयन की चर्चा करते हुए कहा है कि भारत सरकार के कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के उद्देश्य से लागू किए गए लॉकडाउन के निर्णय की विश्व में सराहना हो रही है। उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग को प्रत्येक दशा में बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री आज अपने आवास पर बैठकों में कोरोना वायरस के नियंत्रण तथा लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना प्रभावित क्षेत्रों को हॉटस्पॉट के रूपमें चिन्हित करते हुए संक्रमण से बचाव के लिए अपनाई जा रही रणनीति अत्यंत प्रभावी सिद्ध हो रही है और हॉटस्पॉट का यह ‘यूपी मॉडल’ काफी लोकप्रिय हुआ है। उन्होंने कहा कि यह निरंतर सुनिश्चित किया जाए कि हॉटस्पॉट क्षेत्रों में केवल मेडिकल, सेनिटेशन तथा होम डिलीवरी टीमें ही जाएं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश अन्य राज्यों में 14 दिन का क्वारंटीन पूरा कर चुके अपने प्रदेश के श्रमिकों, कामगारों तथा मजदूरों को चरणबद्ध तरीके से वापस लाया जाएगा। उन्होंने इसके लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश देते हुए कहा कि इनकी एक सूची तैयार की जाए, जिसमें सम्बंधित राज्य में प्रदेश के मजदूरों का विवरण दर्ज हो, ऐसे लोगों की स्क्रीनिंग व टेस्टिंग कराते हुए सम्बंधित राज्य सरकार को इन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया प्रारम्भ की जाएगी, प्रदेश की सीमा तक सम्बंधित राज्य सरकार द्वारा इन्हें लाए जाने के बाद इन लोगों को बस से इनके जिले में भेजा जाएगा। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह लोग जिस जनपद में जाएंगे, वहां 14 दिन क्वारंटीन करने के लिए समय से पूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि शेल्टर होम, आश्रय स्थल खाली करके सेनेटाइज किया जाए, शेल्टर होम पर कम्युनिटी किचन के सुचारू संचालन के लिए सभी प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं, ताकि इन लोगों की ताजे व भरपेट भोजन की व्यवस्था हो सके, 14 दिन की संस्थागत क्वारंटीन पूरी करने वालों को राशन की किट व एक हजार रुपये के भरण-पोषण भत्ते के साथ होम क्वारंटीन के लिए घर भेजने की व्यवस्था की जाए।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 20 या उससे अधिक कोरोना पॉजिटिव केस वाले जनपदों में वरिष्ठ प्रशासनिक, स्वास्थ्य तथा पुलिस अधिकारी भेजने का निर्णय लिया है, ये अधिकारी नामित जनपद में एक सप्ताह कैम्प कर संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने की कार्रवाई अपनी देख-रेख में सम्पन्न कराएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेडिकल इंफेक्शन को हर हाल में रोका जाना आवश्यक है। उन्होंने अस्पतालों में पीपीई, एन-95 मास्क, सेनिटाइजर की पर्याप्त उपलब्धता सहित सभी सुरक्षा प्रबंधों को लागू करने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद में कोविड तथा नॉन-कोविड अस्पताल चिन्हित किए जाएं, यह सुनिश्चित किया जाए कि कोरोना के मरीज उपचार के लिए केवल कोविड अस्पताल में ही भर्ती किए जाएं। इसी प्रकार अन्य रोगों के उपचार के लिए मरीज को नॉन-कोविड अस्पताल में भर्ती किया जाए, मेडिकल स्टॉफ को संक्रमण से बचाव के लिए प्रशिक्षित करने तथा चिकित्सालय में संक्रमण से सुरक्षा के सभी उपाय अपनाते हुए इमरजेंसी सेवाएं प्रारम्भ की जाएं, जिससे लोगों को अन्य गम्भीर रोगों के त्वरित उपचार की सुविधा मिल सके। एल-3 कोविड चिकित्सालयों में हर बेड पर वेंटिलेटर अवश्य हो।
योगी आदित्यनाथ ने पूल टेस्टिंग को बढ़ाने तथा एल-1, एल-2 तथा एल-3 चिकित्सालयों में बेड्स की संख्या में वृद्धि के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग पर भी फोकस करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि एल-2 चिकित्सालय में प्रत्येक बेड पर ऑक्सीजन तथा हर 10 बेड पर एक वेंटिलेटर उपलब्ध रहना चाहिए। एल-1 चिकित्सालय में प्रत्येक 5 बेड पर एक ऑक्सीजन सिलिंडर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद स्तर पर प्रशासन, पुलिस तथा मेडिकल की टीम आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में टेलीमेडिसिन के माध्यम से आमजन को सुगमतापूर्वक चिकित्सीय परामर्श प्रदान किया जा सकता है, इसके दृष्टिगत प्रत्येक जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्साधिकारी अपने जनपद के सरकारी व निजी चिकित्सकों की बैठक कर उनसे इस सुविधा से जुड़ने का आग्रह करें। टेलीमेडिसिन के इच्छुक डॉक्टरों की फोन नम्बर युक्त सूची का व्यापक प्रचार-प्रसार भी कराया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार आगामी माह भी निःशुल्क खाद्यान्न वितरित करने जा रही है। उन्होंने बैंकों में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखे जाने पर बल दिया।