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Tuesday 28 April 2020 06:44:12 PM
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के कॅरियर परामर्श सत्र में कोविड-19 के कारण लॉकडाउन में छात्र सकारात्मक रहते हुए अपने कॅरियर को कैसे समृद्ध और बेहतर बना सकते हैं, इस संदर्भ में कॉर्पोरेट ट्रेनर और स्किल रि-इंजीनियर अमित सिन्हा ने आज वीडियो कॉंफ्रेंसिंग से छात्रों के साथ कई टिप्स साझा किए। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के कारण जॉब मार्केट में होने वाले बदलाव के अनुरूप ख़ुद को तैयार करने का ये सर्वोत्तम समय है।
कॉर्पोरेट ट्रेनर अमित सिन्हा ने इन क्षेत्रों का उल्लेख किया जैसे-पर्यटन, टूर एंड ट्रैवल, होटल, ऑटोमोबाइल-कार और मोटरसाइकिल, रियल इस्टेट, फाइनेंशियल सर्विसेस। उन्होंने कहा कि कुछ इंडस्ट्रीज़ में ग्राहकों की मांग गिरने से जॉब की संभावनाएं कम हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि दूसरी ओर ई-कामर्स, आईटी इंडस्ट्री, हेल्थकेयर, रीटेल, मेडिकल सर्विसेस आदि में व्यवसाय बढ़ने की संभावनाओं के कारण अधिकतर जॉब मिलेंगे। उन्होंने कहा कि छात्र जॉब मार्केट के संदर्भ में विभिन्न सूत्रों से आती निराशाजनक खबरों को पढ़कर निराश होने के विपरीत ख़ुद को सक्षम बनाने के प्रयास कर इस लॉकडाउन का सदुपयोग कर मनचाही इंडस्ट्री में मनचाहा जॉब पा सकते हैं।
कॉर्पोरेट ट्रेनर अमित सिन्हा ने कहा कि छात्र इस लॉकडाउन में अपने प्रोफेशनल स्किल्स, प्रोफेशनल इमेज, टाइम मैनेजमेंट और इमोशनल कोशंट को बेहतर कर न सिर्फ पहली जॉब पा सकते हैं, अपितु अपने पहले प्रमोशन को भी शीघ्र प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने उदाहरण के साथ समझाया कि कैसे विश्व की अग्रणी कंपनियां सदैव कुछ नया करने में प्रयासरत रहती हैं, ताकि मार्केट में उनकी उपयोगिता बनी रहे, इसी प्रकार छात्रों को अपने यूनीक सेलिंग प्रोपोज़िशन पर काम करना होगा। अमित सिन्हा ने कहा कि लॉकडाउन का समय अपने यूनीक सेलिंग प्रोपोज़िशन को बढ़ाने हेतु अपने ‘कम्फर्ट ज़ोन’ से बाहर निकलकर अपने ‘फियर ज़ोन’ से आगे जाकर ‘ग्रोथ जोन’ की संभावनाओं को साकार करने का है।
कॅरियर परामर्श सत्र में डॉ हिमांशु पांडेय ने कहा कि छात्र अभी से अपनी इंडस्ट्री का चुनाव कर उसके संदर्भ में अधिक से अधिक जानकारी एकत्र करें और खुद को अन्य प्रतिभागियों से बेहतर बनाने हेतु स्वयं में आवश्यक गुणों को और ज्यादा बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि आने वाला समय ‘डबल स्पेशलाइजेशन’ का होगा। डॉ हिमांशु पांडेय का मानना है कि डबल स्पेशलाइजेशन एवं अच्छी प्रोफेशनल स्किल्स होने पर छात्रों को बड़ी कंपनियों में अच्छे पद मिलने की संभावनाएं बढ़ेंगी। कॅरियर परामर्श सत्र में बड़ी संख्या में प्रतिभागी मौजूद थे, जिन्होंने अपनी योग्यता और अवसर के अनुसार अवसरों को चिन्हित किया।