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अक्षयपात्र का कार्य प्रशंसनीय-सतीश द्विवेदी

बेसिक शिक्षा मंत्री ने रवाना किए अक्षयपात्र के खाद्यान्न भरे ट्रक

सिद्धार्थनगर में श्रमिकों को मिलेंगे खाद्यान्न और भोजन के पैकेट

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Sunday 3 May 2020 11:53:43 PM

basic education minister of uttar pradesh satish dwivedi

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने आज अपने लखनऊ स्थित आवास से अक्षयपात्र फाउंडेशन के खाद्यान्न के दो ट्रक पैकेट सिद्धार्थनगर में जरूरतमंदों को बांटे जाने के लिए रवाना किए। दोनों ट्रक में एक-एक हजार पैकेट हैं, जिनमें प्रत्येक पैकेट में एक परिवार के लिए 21 दिन के राशन का पूरा सामान है। अक्षयपात्र के ट्रक को रवाना करते हुए बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने मीडिया से कहा कि देशभर के कामगार और श्रमिक अब अपने-अपने घरों की तरफ आ रहे हैं, इनके भोजन का संकट न हो इसलिए यह खाद्यान्न सिद्धार्थनगर के लिए भेजा जा रहा है। ज्ञातव्य है कि मंत्री सतीश द्विवेदी सिद्धार्थनगर जनपद के इटवा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। उन्होंने अक्षयपात्र फाउंडेशन द्वारा कोरोना संक्रमण से लॉकडाउन के कारण देशभर में संकटग्रस्त जरूरतमंदों के लिए लगातार खाद्यान्न सेवा चलाए जाने की प्रशंसा की। यहां यह भी उल्‍लेखनीय है कि अक्षयपात्र फाउंडेशन अपनी उच्च गुणवत्तायुक्त खाद्यान्न सेवा देने के लिए देश के स्कूली बच्चों से लेकर जनसामान्य के बीच बड़ा जानामाना नाम है।
अक्षयपात्र फाउंडेशन जरूरतमंदों को भोजन के साथ 21 दिन का राशन दे रहा है। उत्तर प्रदेश में उसकी यह खाद्यान्न भोजन सेवा केवल मथुरा और लखनऊ तक सीमित न रहकर गोरखपुर और गाजीपुर जिले तक पहुंच गई है तथा जानकारी दी गई है कि अक्षयपात्र फाउंडेशन वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या सहित अन्य जनपदों में भी जल्दी ही खाद्यान्न भोजन सेवा शुरू करने वाला है। लखनऊ में अक्षयपात्र के प्रमुख दिनेश शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में फिलहाल करीब 32 हजार राशन किट आई हैं और करीब 25 हजार जरूरतमंदों में उनका वितरण हो जा चुका है। उन्होंने बताया कि अक्षयपात्र फाउंडेशन का खाद्यान्न भोजन भारत में 3 करोड़ 93 लाख मील सर्व हो चुका है, जिसमें सात लाख मील लखनऊ में सर्व किया गया है। लॉकडाउन होने के बाद अक्षयपात्र फाउंडेशन ने उत्तर प्रदेश के मथुरा वृंदावन से शुरुआत करने के बाद राजधानी लखनऊ में ग़रीबों को भोजन और राशन वितरण का कार्य शुरू किया है। दिनेश शर्मा ने बताया कि पहली किस्त में लखनऊ में बंट चुकी है और यहां ढाई हजार पैकेट और आने वाले हैं, इसी प्रकार पहली किस्त में गाजीपुर और सिद्धार्थनगर खाद्यान्न पैकेट भेजे गए हैं, जिनको बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने लखनऊ से रवाना किया है।
अक्षयपात्र फाउंडेशन के उपाध्यक्ष चंचलापति प्रभु के मार्गदर्शन में यह खाद्यान्न पैकेट भेजने का कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है। चंचलापति प्रभु का कहना है कि अक्षयपात्र की कोशिश है कि देश में कहीं कोई भूखा न रहे, इस पुण्य में देश के जानेमाने उद्योगपति नारायण मूर्ति, सुधा मूर्ति सहित कई और उद्योगपतियों ने अक्षयपात्र के माध्यम से इस प्रकार जरूरतमंदों की मदद की है। चंचलापति प्रभु ने बताया कि लखनऊ में नारायण मूर्ति एवं सुधा मूर्ति के अक्षयपात्र को दिए राशन की पैकिंग एक माह से साईं स्पोर्ट्स लखनऊ के बॉक्सिंग हाल में कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि संचार मंत्री रहे मनोज सिन्हा के आह्वान पर गाजीपुर में जरूरतमंदों की मदद के लिए दो हजार राशन पैकेट भेजे गए हैं तथा वहां पांच सौ पैकेट और जाने वाले हैं। उन्होंने बताया कि गोरखपुर के नेपाल क्लब में बने कम्युनिटीज किचन में भी अक्षयपात्र ने राशन दिया है और आश्वस्त किया है कि जरूरत पड़ने पर अक्षयपात्र आगे भी मदद के लिए तैयार है, इस प्रकार लॉकडाउन के बाद से अक्षयपात्र अबतक करीब सवा दो करोड़ से ज्यादा जरुरतमंद लोगों को निरंतर भोजन दे चुका है। उन्होंने बताया कि अक्षयपात्र फाउंडेशन उत्तराखंड, आंध्रप्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, दादरा और नगर हवेली, दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा में भी भोजन तथा राशन देने का काम कर रहा है।
अक्षयपात्र फाउंडेशन के अध्यक्ष मधु पंडित दास कहते हैं कि सभी के सहयोगात्मक प्रयासों के कारण ही हम इस कठिन समय में जरूरतमंद लोगों को भोजन-राशन देने में सक्षम हुए हैं। अक्षयपात्र की सेवा में विश्वास रखने के लिए उन्होंने भारत सरकार, राज्य सरकारों, केंद्रशासित प्रदेशों के प्रशासन और स्थानीय नागरिक निकायों के प्रति हार्दिक आभार जताया है। उन्होंने अपने सहयोगियों दानदाताओं, स्वयंसेवकों और शुभचिंतकों को भी धन्यवाद देते हुए कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही कोरोना संक्रमण की स्थिति में सुधार होगा और लोग अपने दिन-प्रतिदिन के जीवन में वापस आने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि ज़बतक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती है, तबतक हम अधिक से अधिक लोगों की सेवा करने के अपने प्रयासों को जारी रखेंगे। उल्लेखनीय है की अक्षयपात्र फाउंडेशन एक गैरलाभकारी संस्‍था है, जो भारत में कुपोषण को दूर करने के प्रयास में लगी है। यह संस्था सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में बच्चों को मध्याह्न भोजन योजना के तहत दोपहर का पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराती है।

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