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Saturday 13 June 2020 06:06:30 PM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि मानव संसाधन उद्योग जगत की रीढ़ है, यही रीढ़ अब श्रमिक के रूपमें प्रदेश की रीढ़ भी बन गई है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों ने अपने पसीने से समाज और राष्ट्र का निर्माण किया है, उत्तर प्रदेश में लौटे कामगारों और श्रमिकों के श्रम से अब उत्तर प्रदेश का नवनिर्माण होगा। मुख्यमंत्री ने आज अपने आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए औद्योगिक विकास विभाग एवं एमएसएमई विभाग को कामगारों एवं श्रमिकों को रोज़गार देने की सभी सम्भावनाएं तलाशने के निर्देश दिए। उन्होंने औद्योगिक इकाइयों और सेवाप्रदाता संगठनों से मैन पावर आपूर्ति के सम्बंध में एक एप भी विकसित करने को कहा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बात पर बल दिया कि कामगारों एवं श्रमिकों की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा की दिशा में भी कार्य किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि उन्हें बीमा कवर अवश्य उपलब्ध हो। उन्होंने निर्देश दिया कि केंद्र एवं राज्य सरकार की विकास योजनाओं को तेजी से संचालित करते हुए उनमें कामगारों/ श्रमिकों को रोज़गार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराए जाएं। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तथा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं का निर्माण कार्य तेजगति से जारी है। मुख्यमंत्री ने कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में भर्ती रोगियों की लगातार मानीटरिंग की जाए, डॉक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ नियमित राउंड लें, चिकित्सालयों में साफ-सफाई की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए मेडिकल वेस्ट के समुचित निस्तारण के सभी प्रबंध किए जाएं।
योगी आदित्यनाथ ने सुझाव दिया कि पल्स ऑक्सीमीटर के माध्यम से कोरोना मरीज के ऑक्सीजन स्तर की समय-समय पर जांच की जाए, निर्धारित स्तर से कम ऑक्सीजन पाए जाने पर रोगी को तुरंत ऑक्सीजन दी जाए। उन्होंने कहा कि कोविड चिकित्सालयों में प्रत्येक दशा में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, सभी वेंटिलेटरों को क्रियाशील रखा जाए, इनके संचालन के लिए प्रशिक्षित डॉक्टरों तथा पैरामैडिक्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कोविड-19 से होने वाली मृत्युदर को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जंग एक अदृश्य शत्रु के साथ है, जबतक इस महामारी के उपचार के लिए कोई कारगर दवा अथवा वैक्सीन विकसित नहीं हो जाती, तबतक कोरोना से बचाव ही इसका एक मात्र उपचार है, इसलिए लोगों को कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित रहने के प्रति जागरुक किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मीडिया के जरिए जनता को कोविड-19 से बचाव के उपाए बताए जाएं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए अनलॉक व्यवस्था के दौरान भी पूरे अनुशासन के साथ रहना आवश्यक है, इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन कराया जाए, यह सुनिश्चित किया जाए कि लोग मास्क का अवश्य उपयोग करें। उन्होंने कहा कि पुलिस बल सघन पेट्रोलिंग करते हुए कहीं भी भीड़ एकत्र न होने दे। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आरके तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल तथा संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास आलोक कुमार, प्रमुख सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।