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Tuesday 23 June 2020 09:50:52 PM
मुंबई। अखिलेंद्र मिश्रा फिल्मी दुनिया के चरित्र अभिनेताओं में एक जाना-माना नाम है। लगान, मकड़ी और काबिल जैसी फिल्मों में उनकी यादगार भूमिकाएं हैं। बिहार के एक छोटे से शहर से मुंबई आकर फिल्मी दुनिया में दमदार करियर बनाना कोई आसान काम नहीं है, वह भी तब जब अखिलेंद्र मिश्रा के माता-पिता भी उनके अभिनय करियर प्रति आशंकित हों। मेहनत और इच्छाशक्ति के सामने जब लक्ष्य निश्चित हो जाता है तो सबकी सारी नकारात्मक धारणाएं और आशंकाएं कोहरे की तरह छट जाती हैं। अखिलेंद्र मिश्रा की फिल्म जगत में सफलता की कहानी एक कोहरे के समान है, जो जैसे-जैसे छटता गया करियर की चमक बढ़ती गई। अखिलेंद्र मिश्रा ने प्रतिभा और दृढ़ता के बल पर मनोरंजन की दुनिया में अपनी जगह बनाई है। उन्होंने आनंद सागर के रामायण धारावाहिक में रावण की भूमिका निभाई है जो इस समय दंगल टीवी पर प्रसारित हो रहा है।
अखिलेंद्र मिश्रा कहते हैं कि उनकी माँ तो हमेशा चाहती थीं कि वह एक इंजीनियर बने, वह उन्हें निराश भी नहीं करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश लेने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए। वह बताते हैं कि फिर उन्होंने भौतिकी ऑनर्स के साथ विज्ञान में स्नातक करने का विकल्प चुना और फ्लाइंग रंगों के साथ स्नातक किया, फिर विज्ञान में परास्नातक हुए, उन दिनों जो भी बीएससी और एमएससी में अच्छा स्कोर करते थे, उन्हें विश्वविद्यालय में व्याख्याता के लिए नियुक्ति पत्र भेजा जाता था, जो मैने प्राप्त किया। वह कहते हैं कि मुझे पता था कि मेरे माता-पिता जरूर चाहते होंगे कि मैं यह पद ग्रहण करूं लेकिन मेरी योजनाएं तो कुछ और एवं उससे अलग ही थीं, इसलिए मुझे अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए अलग तरीका सोचना पड़ा और जो मैने सोचा, उसमें मैं आज सबके सामने हूं।
अखिलेंद्र मिश्रा ने अपने गाँव में छोटे-छोटे नाटक किया करते थे और उनमें वे हमेशा उत्साहित रहे। एक समय बाद वह एक समूह में शामिल हो गए और विभिन्न शहरों में भी नाटक प्रदर्शन करने के लिए निकल गए। उस दौरान उन्हें एहसास हुआ कि यदि इंजीनियर नहीं तो वह निश्चित रूपसे एक अभिनेता तो बन सकते हैं, लेकिन वे अपने माता-पिता की इच्छा को भी समझते थे। अखिलेंद्र मिश्रा उन दिनों को याद करते हैं और कहते हैं कि हम पिताश्री के सामने खड़े नहीं हो पाते थे और कभी भी उनसे कुछ भी मांगने के लिए उनके पास नहीं गए, हमेशा हमारी मांग का माध्यम हमारी माँ होती थी, मैं रोज उनसे कहता था कि मैं अभिनय में हाथ आजमाना चाहता हूं, लेकिन वह मुझे हमेशा यह कहकर रोक देती थी कि अगर इंजीनियर नहीं बन पाया तो एक अभिनेता बनना कैसे संभव होगा। अखिलेंद्र मिश्रा कहते हैं कि माँ की ओर से कोई सकारात्मक उत्तर न मिलने के बाद मैंने साहस किया और अपने पिता के पास गया और सीधे उनसे मन की बात बताई, उन्होंने सभीको आश्चर्यचकित करते हुए मुझे इसकी अनुमति दे दी।
अखिलेंद्र मिश्रा कहते हैं कि उन्हें नहीं पता था कि चीजें इतनी आगे बढ़ेंगी। वे एक अभिनय संस्थान में शामिल हो गए जहां से उनकी अभिनय की यात्रा शुरू हुई। उनका मानना है कि सफल होने के लिए आपको अपने बड़ों के आशीर्वाद की आवश्यकता होती है जो उन्हें मिला। आनंद सागर की रामायण एक बार फिर से दर्शकों का मनोरंजन कर रही है। इसमें अखिलेंद्र मिश्रा को रावण के रोल में देखिए। उन्होंने इस किरदार को निभाने में बड़ी मेहनत की है, जो इनके अभिनय में दिखाई भी देती है। महाकाव्य रामायण को हर शाम 7.30 बजेऔर सुबह 9.30 बजे दंगल टीवी पर प्रसारित किया जाता है। दंगल टीवी सभी प्रमुख केबल नेटवर्क और डीटीएच प्लेटफॉर्म फ्री डिश, टाटा स्काई, एयरटेल, डिश टीवी, वीडियोकान आदि पर उपलब्ध है।