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Wednesday 9 September 2020 06:08:26 PM
मुंबई। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की हत्या या आत्महत्या के विवाद की दशा और दिशा बदल गई है। सुशांत सिंह राजपूत को न्याय नहीं मिलता देख और इसमें अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती, महाराष्ट्र पुलिस और सरकार एवं अंडरवर्ल्ड डोमिनेटेड बॉलीवुड के दिग्गजों की चुप्पी और उनकी संलिप्तता पर दिलेरी के साथ हमला करने वाली अभिनेत्री कंगना रनौत पर उद्धव ठाकरे सरकार ने ही हमला बोल दिया है। कंगना रनौत ने सुशांत सिंह राजपूत की हत्या या आत्महत्या पर जो मुद्दे उठाए हैं उनसे उद्धव ठाकरे सरकार और बॉलीवुड के दिग्गज बौखलाए हुए हैं। कंगना की आवाज़ दबाने के लिए आज सवेरे उद्धव सरकार ने बांद्रा वेस्ट के पाली हिल स्थित उसके ऑफिस पर उसकी गैरमौजूदगी में बुलडोजर चला दिया। बॉम्बे हाईकोर्ट ने यद्यपि बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगा दी है, तथापि यह मामला अब कंगना रनौत बनाम उद्धव ठाकरे में तब्दील हो गया है।
अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई पहुंचने से पहले ही बृहन्मुंबई नगर निगम यानी बीएमसी ने बांद्रा वेस्ट के पाली हिल रोड पर बने उसके दफ्तर को अवैध निर्माण करार देकर तुरत-फुरत उसे ध्वस्त कर दिया। बीएमसी की इस कार्रवाई से सीधा संदेश गया कि बीएमसी ने उद्धव सरकार के दबाव में सारे कायदे कानून को धता बताकर कंगना रनौत का ऑफिस ढहाया है। बीएमसी को अवैध निर्माण पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करने का अधिकार है, लेकिन यह अधिकार नहीं है कि वह घर में रखे सामान को भी नष्ट करे, जोकि बीएमसी ने गुंडों और डकैतों की तरह किया है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने तो इसे बीएमसी का गलत कदम मानकर उसकी कार्रवाई पर तत्काल रोक लगा दी है, लेकिन इसका असर महाराष्ट्र की सरकार और वहां की राजनीति पर भी गया है। उद्धव सरकार के सहयोगी दल एनसीपी के अध्यक्ष शरद पंवार ने भी इस कार्रवाई को गलत बताया है और महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने भी इसपर गहरी नाराजगी व्यक्त की है।
गौरतलब है कि कंगना रनौत ने कहा था कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या की गई है, जिसकी मुंबई पुलिस अनदेखी कर रही है और उद्धव सरकार इस मामले में कहीं न कहीं खामोश है। इसपर शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कंगना रनौत पर अभद्र टिप्पणियां करते हुए उसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया और बात यहां तक पहुंची कि संजय राउत ने कंगना रनौत को मुंबई नहीं आने की धमकी दे डाली। कंगना रनौत ने मुंबई में अंडरवर्ल्ड से अपने जीवन को खतरा बताया, जिसके बाद भारत सरकार ने उसे वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान कर दी। भारत सरकार के इस कदम से उद्धव सरकार बौखला गई और उद्धव सरकार ने कंगना रनौत के खिलाफ पुलिस से मुकद्दमें दर्ज करा दिए। कंगना ने भी पलटकर कहा कि वह मुंबई आएगी, उसे कोई रोककर दिखाए। वह आज जब मुंबई आ रही थी, तब उसके मुंबई पहुंचने से पहले ही बीएमसी ने उसके दफ्तर पर बुलडोजर चला दिया और इसी के साथ यह तकरार बड़ी राजनीतिक लड़ाई में बदल गई है। कंगना रनौत के कुछ विवादास्पद कमेंट से मुंबई के जो लोग असहज हुए थे उसके बावजूद आज उसका ऑफिस तोड़ने से कंगना के लिए देशभर से सहानुभूति उमड़ पड़ी है। अब देखना है कि यह मामला आगे क्या रंग लेता है।