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'जनसेवा ही लोकसेवक का सर्वोपरि कर्तव्य'

प्रधानमंत्री का भारतीय सिविल सेवाओं के प्रशिक्षुओं से संवाद

'एकीकृत बुनियादी पाठ्यक्रम आरंभ नई परम्परा का प्रतीक'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 31 October 2020 05:03:17 PM

prime minister's interaction with indian civil services trainees

केवड़िया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केवड़िया से वीडियो कॉंफ्रेंस के जरिए एलबीएसएनएए मसूरी में भारतीय लोक सेवाओं के प्रशिक्षु अधिकारियों के साथ संवाद किया। यह 2019 में पहली बार शुरु किए गए ‘एकीकृत बुनियादी पाठ्यक्रम आरंभ’ का हिस्सा है। प्रशिक्षु अधिकारियों की ओर से दिए गए प्रस्तुतिकरण के बाद प्रधानमंत्री ने प्रशिक्षुओं से सरदार वल्लभभाई पटेल के सिद्धांत देश के नागरिकों की सेवा ही एक लोकसेवक का सर्वोपरि कर्तव्य है को अपनाने का आग्रह किया। नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों का देश हित के अनुरूप निर्णय लेने और देश की एकता एवं अस्मिता को मजबूत बनाने की दिशा में कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लोकसेवकों की ओर से लिए जाने वाले निर्णय आम आदमी के हितों के अनुरूप होने चाहिएं, भले ही अधिकारी किसी भी क्षेत्र अथवा विभाग में कार्यरत हों।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के इस्पाती ढांचे का ध्यान दिन-प्रतिदिन के कार्यों के संचालन का होने के बजाए राष्ट्र की प्रगति के लिए कार्य करना होना चाहिए और संकट की स्थितियों में यही सबसे अधिक अहम हो जाता है। नरेंद्र मोदी ने नए उद्देश्यों को हासिल करने, नए दृष्टिकोण को अपनाने की दिशा में प्रशिक्षण की आवश्यकता और कौशल विकास के लिए उसकी वृह्त भूमिका पर भी जोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि पुराने समय के बजाए अब देश में मानव संसाधन के प्रशिक्षण में आधुनिक विधियों पर जोर दिया जा रहा है और पिछले दो-तीन वर्ष में लोकसेवकों के प्रशिक्षण पैटर्न में बदलाव किए गए हैं। उन्होंने कहा कि एकीकृत बुनियादी पाठ्यक्रम आरंभ केवल एक शुरुआत ही नहीं है, बल्कि यह एक नई परम्परा का प्रतीक है। नरेंद्र मोदी ने लोकसेवाओं में हाल ही में किए गए सुधारों में से एक मिशन कर्मयोगी का जिक्र किया और कहा कि यह लोकसेवकों की क्षमता निर्माण का एक प्रयास है, ताकि वे और अधिक सृजनात्मक एवं आत्मविश्वासी बन सकें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार शीर्ष से निम्न दृष्टिकोण पर काम नहीं करेगी और जिन लोगों के लिए नीतियां बनाई जा रही हैं, उनमें जनता का समावेश किया जाना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सरकार के पीछे वास्तविक प्रेरक बल देश के लोग ही हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में देश की कार्य प्रणाली में सभी नौकरशाहों की भूमिका न्यूनतम सरकार और अधिकतम सुशासन को सुनिश्चित करने की है। उन्होंने लोकसेवकों से यह सुनिश्चित करने को कहा ताकि नागरिकों की परेशानियां कम की जा सके और आम आदमी को अधिक से अधिक सशक्त बनाया जा सके। उन्होंने देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में लोकसेवकों से वोकल फॉर लोकल का मंत्र अपनाने का भी आग्रह किया।

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