स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Wednesday 16 December 2020 12:51:38 PM
कच्छ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हर किसी को बदलते समय के साथ चलना होगा और वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाना होगा। उन्होंने इस संबंध में कच्छ के किसानों की सराहना की, जो आजकल विदेशों में फल निर्यात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारे किसानों के अभिनव उत्साह को दर्शाता है और सरकार के न्यूनतम हस्तक्षेप के कारण पिछले दो दशक में गुजरात में कृषि, डेयरी और मत्स्य पालन क्षेत्र समृद्ध हुए हैं, गुजरात सरकार ने किसानों और सहकारी समितियों को सशक्त बनाने का काम किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों को कृषि सुधारों के बारे में गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिन कृषि सुधारों को लागू किया गया है, उनकी मांग खुद किसान संगठन और विपक्षी दल वर्षों से करते आए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह बात दोहराई कि केंद्र सरकार हमेशा से किसानों के प्रति प्रतिबद्ध है और उनकी चिंताओं का समाधान करने के प्रति उन्हें आश्वस्त करती रहेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि कच्छ ने आधुनिक दौर की प्रौद्योगिकी और अर्थव्यवस्था दोनों मामले में बड़ी छलांग लगाई है, खरेरा में अक्षय ऊर्जा पार्क, मांडवी में विलवणीकरण संयंत्र और अंजार में नई सरहद देहरी परिसर में नए स्वचालित संयंत्र के लिए किया गया शिलान्यास कच्छ की विकास यात्रा में नए मील के पत्थर साबित होंगे। उन्होंने गुजरात में एक विलवणीकरण संयंत्र, हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा पार्क, पूरी तरह से स्वचालित दूध प्रसंस्करण और पैकिंग संयंत्र परियोजना का भी शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं का लाभ क्षेत्र के आदिवासियों, किसानों, पशुपालकों और आम लोगों को मिलेगा। उन्होंने कहा की कच्छ देश के सबसे तेजी से विकसित क्षेत्रों में से एक है, देश के अन्य क्षेत्रों के साथ इसका संपर्क लगातार बेहतर हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने उस समय को याद किया जब गुजरात के लोगों की बड़ी छोटी सी मांग थी कि रात के भोजन के समय बिजली मिले। उन्होंने कहा कि अब गुजरात में चीजें बहुत बदल गई हैं, गुजरात के युवाओं को आज पहले की असुविधाओं की जानकारी तक नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब कच्छ में जनसंख्या काफी कम होने लगी थी, अब लोगों ने यहां से बाहर जाना बंद कर दिया और क्षेत्र के लोगों के वापस लौटने से आबादी भी बढ़ने लगी है। उन्होंने कच्छ में भूकंप के बाद के समय में हुए चार गुना विकास पर अध्ययन करने के लिए शोधकर्ताओं और विश्वविद्यालयों का आह्वान किया। नरेंद्र मोदी ने पिछले बीस वर्ष में कई किसान हितैषी योजनाओं को शुरु करने के लिए गुजरात सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा क्षमता को मजबूत करने के मामले में गुजरात अग्रणी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी में ऊर्जा और जल सुरक्षा काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि शुरु में उन लोगों का मजाक उड़ाया गया, जिन्होंने पानी की समस्या को दूर करने के लिए नर्मदा का पानी कच्छ तक लाने की बात कही थी, अब नर्मदा का पानी कच्छ तक पहुंच गया है और कच्छ प्रगति कर रहा है। कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी उपस्थित थे।