स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 6 April 2021 12:36:12 PM
मुंबई। पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने 5 अप्रैल 1919 को मुंबई से लंदन तक यात्रा करने वाले प्रथम भारतीय फ्लैग मर्चेंट पोत (एम/एस सिंधिया स्टीम नेविगेशन कंपनी के स्वामित्व वाली) एसएस लॉयल्टी की पहली यात्रा की याद में 58वां राष्ट्रीय समुद्री दिवस मनाया। राष्ट्रीय समुद्री दिवस की थीम भारत सरकार की पहल आत्मनिर्भर भारत की तर्ज पर 'कोविड-19 से आगे सतत नौपरिवहन' थी। राष्ट्रीय समुद्री दिवस पर पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री मनसुख मांडविया ने समुद्री समुदाय को बधाई दी और कोविड महामारी के दौरान उनकी भूमिका एवं कड़ी मेहनत, उत्साह और साहस की प्रशंसा की।
पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लॉंच मैरिटाइम इंडिया विजन-2030 भारत के समुद्री क्षेत्र के लिए अगले दशक का व्यापक दृष्टिकोण है और फोकस अप्रोच के साथ भारत का समुद्री क्षेत्र जल्द ही मजबूत, तकनीकी रूपसे उन्नत और आत्मनिर्भर बन जाएगा। मनसुख मांडविया ने कहा कि भारत बदल रहा है, भारत आगे बढ़ रहा है, नए भारत का निर्माण उसी प्रकार हो रहा है जैसे हम अतीत में समुद्री नेता थे और भारत एकबार फिर समुद्री क्षेत्र के जरिए दुनिया का नेतृत्व करेगा। मनसुख मांडविया ने 58वें राष्ट्रीय समुद्री दिवस की स्मारिका के रूपमें ई-मैगजीन लॉंच की और राष्ट्रीय समुद्री दिवस सेलिब्रेशन समिति के स्थापित पुरस्कार भी प्रदान किए। समिति की अध्यक्षता पोत परिवहन के महानिदेशक ने की।
पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के सचिव डॉ संजीव रंजन ने कहा कि कोविड के समय में समुद्री समुदाय ने बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय नीतियों में प्रगतिशील परिवर्तन लाने के लिए दिनरात काम कर रहा है, ताकि भारत को समुद्री समुदाय में नेतृत्व का स्थान मिल सके। कार्यक्रम में वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, पोत परिवहन के महानिदेशक, भारतीय नौवहन निगम के अधिकारी, पत्तन के अधिकारी और समुद्री समुदाय के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।