स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 6 May 2021 12:37:53 PM
मुंबई। भारतीय नौसेना ने मुंबई, विशाखापट्टनम और कोच्चि में तीनों नौसेना कमांडों के जलपोतों के साथ कोविड राहत अभियान समुद्र सेतु II को और आगे बढ़ा दिया है। इन पोतों को फारस की खाड़ी और दक्षिण पूर्व एशिया में मैत्री राष्ट्रों से तरल चिकित्सा ऑक्सीजन तथा संबंधित चिकित्सा उपकरणों की शिपमेंट के लिए तैनात किया गया है। नौसेना जहाज तलवार 5 मई को पश्चिमी समुद्री तट पर कर्नाटक के न्यू मैंगलोर बंदरगाह पहुंचा, जो बहरीन से दो 27 टन तरल ऑक्सीजन टैंक लेकर आया है।
फ़ारस की खाड़ी में तैनात आईएनएस कोलकाता भी 5 मई को कुवैत से 27 टन के दो ऑक्सीजन टैंक, 400 ऑक्सीजन सिलेंडर और 47 कॉन्सेंट्रेटर लेकर आ रहा है। चार युद्धपोत कतर और कुवैत में हैं, जो लगभग 27 टन क्षमता वाले नौ ऑक्सीजन टैंक तथा 1500 से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर स्वदेश पहुंचेंगे। पूर्वी समुद्री तट पर नौसेना जहाज ऐरावत ने सिंगापुर से 3600 से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर, 27 टन के आठ ऑक्सीजन टैंक, 10000 रैपिड एंटीजन डिटेक्शन टेस्ट किट और 7 कॉन्सेंट्रेटर के साथ प्रस्थान किया, जबकि आईएनएस जलाश्व भी सूचना पर तुरंत चिकित्सा केंद्र शुरू करने के लिए इस क्षेत्र में तैनात है।
आईएनएस शार्दुल कोच्चि में दक्षिणी नौसेना कमान का लैंडिंग शिप टैंक, तीन तरल ऑक्सीजन भरे क्रायोजेनिक कंटेनर लाने के लिए फारस की खाड़ी के रास्ते पर है। आईएनएस जलाश्व और आईएनएस शार्दुल ने विदेश में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए पिछले साल ऑपरेशन समुद्र सेतु में भी भाग लिया था। ऑपरेशन समुद्र सेतु II के हिस्से के रूपमें नौ युद्धपोतों की तैनाती देश में ऑक्सीजन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए भारत सरकार और नौसेना के प्रयासों का हिस्सा है।