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Monday 2 August 2021 11:30:25 AM
नई दिल्ली। भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में महिला एकल मैच में कांस्य पदक जीता है। पीवी सिंधु ने चीन की ही बिंग जियाओ को शानदार मुकाबले में 21-13 और 21-15 से हराया और इस जीत के साथ वे दो ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं। पीवी सिंधु ने रियो 2016 में रजत पदक जीता था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, खेलमंत्री अनुराग ठाकुर और देश के कोने-कोने से लोगों ने पीवी सिंधु को उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सिंधु की जीत पर उन्हें बधाई दी और कहा कि उन्होंने निरंतरता, समर्पण और उत्कृष्टता का एक नया पैमाना स्थापित किया है, भारत को गौरवांवित करने केलिए उन्हें मेरी ओर से हार्दिक बधाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीवी सिंधु को उनके प्रदर्शन के लिए बधाई दी। नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि पीवी सिंधु के उत्कृष्ट प्रदर्शन से हम सभी गर्वित हैं, टोक्यो 2020 में कांस्य पदक जीतने पर उन्हें बधाई, वे भारत की गौरव हैं और हमारे सबसे उत्कृष्ट ओलंपिक खिलाड़ियों में से एक हैं। खेलमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने ट्वीट किया कि पीवी सिंधु ने इस गेम पर पूरा दबदबा बनाए रखा और इतिहास रच दिया, भारत को उनपर गर्व है। गौरतलब है कि पीवी सिंधु के माता-पिता भी राष्ट्रीय स्तर के वॉलीबॉल खिलाड़ी रहे हैं। उनके पिता को अर्जुन पुरस्कार मिला हुआ है। पीवी सिंधु ने महबूब अली के मार्गदर्शन में 8 साल की उम्र में बैडमिंटन खेलना शुरु किया था और सिकंदराबाद में इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ सिग्नल इंजीनियरिंग एंड टेलीकम्युनिकेशंस के बैडमिंटन कोर्ट में बैडमिंटन की बुनियादी बातें सीखीं। इसकी प्रैक्टिस करने केलिए पीवी सिंधु अपने घर से बैडमिंटन कोर्ट तक आने-जाने केलिए रोज़ 56 किलोमीटर की दूरी तय करती थीं। फिर वे पुलेला गोपीचंद की बैडमिंटन अकादमी में शामिल हुईं और 10 साल की श्रेणी में कई खिताब जीते।