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Thursday 2 September 2021 02:21:24 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा है कि भारत एशिया में एक प्रमुख शक्ति है और ब्रिक्स समूह के सदस्य के रूपमें हम सदस्य देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने केलिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पहले ब्रिक्स फिल्म प्रौद्योगिकी संगोष्ठी का आयोजन सभी सदस्य देशों के लोगों को एकसाथ लाने की दिशा में उठाया गया एक कदम है। उन्होंने कहा कि फिल्मों, कला और संस्कृति के माध्यम से हमने सहयोग के रास्ते भी खोले हैं, जिससे फिल्म व्यवसाय के विकास और वृद्धि में मदद मिलेगी। केंद्रीय मंत्री ने उद्योग संगठन फिक्की, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान के संयुक्त रूपसे आयोजित 'ब्रिक्स फिल्म प्रौद्योगिकी संगोष्ठी' के वीडियो कॉंफ्रेंसिंग से उद्घाटन समारोह में कहा कि भारत को देश में होनेवाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले एक विशेष कार्यक्रम के हिस्से के रूपमें पहली ब्रिक्स फिल्म प्रौद्योगिकी संगोष्ठी आयोजित करने पर गर्व का अनुभव हो रहा है।
सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि भारत की अध्यक्षता में हमारा लक्ष्य ब्रिक्स सहयोग को और गहरा करने, बनाए रखने और संस्थागत बनाने केलिए संस्थान निर्माण को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स देशों के लोगों के दिल और दिमाग को जीतना महत्वपूर्ण है और फिल्म संगोष्ठी एक ऐसा कार्यक्रम है, जो सिनेमा प्रौद्योगिकी के माध्यम से सभी को एकसाथ लाता है। भारत में ब्रिक्स राष्ट्रों द्वारा फिल्म प्रौद्योगिकी में उत्कृष्टता का जश्न मनाने का विचार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील में आयोजित 11वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान रखा था। अनुराग ठाकुर ने कहा कि ब्रिक्स फिल्म प्रौद्योगिकी संगोष्ठी का लक्ष्य फिल्म उद्योग केलिए काम कर रहे सेवा क्षेत्र और तकनीशियनों के महत्व को स्वीकार करना है तथा ब्रिक्स देशों के फिल्म प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कामकाजी पेशेवरों केलिए एक नए दृष्टिकोण के साथ सिनेमा की दुनिया को जानने के ढेरों अवसर पैदा करेगी।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव अपूर्व चंद्रा ने कहा कि यह संगोष्ठी दुनियाभर में लोगों की बहु-सांस्कृतिक विविधता का जश्न मनाने केलिए एक आदर्श मंच है। उन्होंने कहा कि संगोष्ठी का उद्देश्य साझेदारी का निर्माण करना और फिल्मों को बढ़ावा देने वाली तकनीकी कंपनियों तथा संगठनों केलिए मंच प्रदान करना और बेहतर संचार, सहयोग एवं भागीदारी केलिए फिल्म समुदाय को एक साथ लाना है। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स देश वीएफएक्स एनीमेशन, कंप्यूटर जनित इमेजरी और मीडिया आउटसोर्सिंग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। उन्होंने कहा कि मनोरंजन की दुनिया केलिए फिल्म निर्माण और सिनेमा से जुड़े अनुभवों में प्रौद्योगिकी को बढ़ाने के वास्ते एक-दूसरे के साथ सहयोग करने की काफी संभावनाएं हैं। अपूर्व चंद्रा ने कहा कि भारत के 52वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के साथ होने वाले ब्रिक्स फिल्म महोत्सव से हमें अपनी सर्वश्रेष्ठ फिल्मों को लेकर चर्चा करने और उन्हें साझा करने का एक और अवसर मिलेगा।
ब्राजील सरकार के संस्कृति मंत्रालय के विशेष सचिव मारियो फ्रियस ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि हम सांस्कृतिक क्षेत्र में सुधार में मदद करने वाले ब्रिक्स सदस्यों के सहयोग को बढ़ावा देने केलिए काम करते रहें। उन्होंने कहा कि इन कार्रवाइयों से सांस्कृतिक अर्थव्यवस्था पर प्रतिबंधात्मक उपायों के असर को कम करने में मदद मिलेगी। ब्रिक्स देशों के बीच श्रव्य-दृश्य सहयोग का महत्व बाजार की खोज और सांस्कृतिक प्रसार की संभावनाओं में शामिल है। कार्यक्रम में भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव नीरजा शेखर ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया, जबकि फिक्की के महासचिव दिलीप चेनॉय ने सत्र का संचालन किया। दो दिन चलने वाले इस कार्यक्रम में ब्रिक्स देशों के प्रख्यात वक्ताओं के सत्र और एक वर्चुअल प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है, जिसके लिए दस स्टाल भी लगाए जा रहे हैं, जिनमें दक्षिण अफ्रीका, चीन और रूस के स्टॉल शामिल हैं।