स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 28 December 2021 12:49:05 PM
नई दिल्ली। जनरल केवी कृष्ण राव स्मृति व्याख्यान माला का तीसरा संस्करण भारतीय सेना की महार रेजिमेंट ने भारत के संयुक्त सेवा संस्थान यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टीट्यूट-यूएसआई नई दिल्ली में आयोजित किया। इस अवसर पर सेना प्रशिक्षण कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इंचार्ज (जीओसी-इन-सी) लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला ने 'भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा भविष्य’ पर प्रकाश डालते हुए आस-पड़ोस के देशों में पैर पसार रही सूचनात्मक युग प्रौद्योगिकियों से किए जा रहे युद्ध में तेजी से आते बदलाव पर ध्यान केंद्रित किया और राष्ट्रीय सुरक्षा में कमजोर पहलुओं केबारे में बताया एवं संभावित महत्वपूर्ण अंतरालों को दूर करने के उपायों पर भी विचार-विमर्श किया।
लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला ने मिश्रित युद्ध की बढ़ती अवधि पर कहाकि न केवल सैनिक, बल्कि सभी पेशेवर विशेषज्ञ और आम नागरिक भी अब अग्रिम पंक्ति के युद्ध के दायरे में आ गए हैं। उद्घाटन भाषण में महार रेजिमेंट के कर्नल लेफ्टिनेंट जनरल सी बंसी पोनप्पा ने जनरल केवी कृष्णराव को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहाकि जनरल केवी कृष्णराव को 'सोल्जर्स जनरल' के रूपमें जाना जाता था और राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में वे स्वयं एक ऐसे प्रमुख विशेषज्ञ अधिकारी थे, जिन्होंने तीन पुस्तकें भी लिखी थीं। उन्होंने कहाकि इनमें 'तैयार रहो अथवा समाप्त हो जाओ’ उनकी सबसे अधिक प्रमाणिक और विशद पुस्तक है एवं सभी अधिकारियों और विशेषज्ञों को इसे अवश्य ही पढ़ना चाहिए।
गौरतलब हैकि जनरल केवी कृष्णराव पूर्व भारतीय सेना प्रमुख और जम्मू-कश्मीर, नागालैंड, मणिपुर और त्रिपुरा के राज्यपाल भी रहे। जनरल केवी कृष्ण राव को 1 जून 1981 को सेनाध्यक्ष के रूपमें नियुक्त किया गया था। उनको एक अद्वितीय सैन्य सिद्धांत का श्रेय दिया जाता है, जिसे अब पाकिस्तान केसाथ भारत की झड़पों के दौरान 'कोल्ड स्टार्ट' के रूपमें मान्यता प्राप्त है। इस सिद्धांत के मूल में देश के सुरक्षा हित में दुश्मन राष्ट्र की आक्रामकता का मुकाबला करने और उसे रोकने केलिए तेज, तत्काल, कई हमलों की शुरुआत करना प्रमुख रूपसे शामिल है।