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Friday 1 April 2022 12:03:49 PM
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू-कश्मीर में नागरिक जुड़ाव के विचारों को आगे बढ़ाने और सुशासन के लक्ष्य को प्राप्त करने केलिए व्यापक नागरिक संपर्क मंच मायगॉव जम्मू-कश्मीर लॉंच किया है। जम्मू-कश्मीर मायगॉव शुरू करने वाला देश का पहला केंद्रशासित प्रदेश है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन की दिशा में विचारों और मतों के स्वस्थ आदान-प्रदान केलिए एक इंटरफेस बनाकर सरकार को आम आदमी के करीब लाने के विचार केसाथ 26 जुलाई 2014 को मायगॉव की शुरुआत की थी।
मायगॉव के 2.29 करोड़ से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ता मायगॉव साथी हैं, जो मायगॉव केसाथ सक्रिय रूपसे जुड़े हैं और विभिन्न नीतिगत मुद्दों पर अपने विचार और सुझाव साझा करते हैं एवं प्रतिज्ञाओं, प्रश्नोत्तरी एवं प्रतियोगिताओं में भी भाग लेते हैं। मायगॉव सोशल मीडिया के सकारात्मक उपयोग को बढ़ावा देने में सक्षम रहा है और देशभर में बदलाव लानेवाले उन लोगों और गुमनाम नायकों की पहचान करता है, जो चुपचाप समाज में उल्लेखनीय रूपसे योगदान दे रहे हैं। समय पर और प्रामाणिक जानकारी का प्रसार भी मायगॉव की विशेषता रही है। कोविड-19 प्रसार को ले करके अपने प्रभावी अभियान केसाथ मायगॉव इस कठिन समय के दौरान नागरिकों केलिए सूचना का एक विश्वसनीय स्रोत बनकर उभरा है।
सहभागी शासन के विचार को आगे बढ़ाते हुए मायगॉव ने मायगॉव राज्य संस्करणों के कार्यांवयन की शुरुआत की और 15 राज्य-हरियाणा, महाराष्ट्र, असम, मध्य प्रदेश, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, छत्तीसगढ़, झारखंड, नागालैंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश केलिए सफलतापूर्वक इन्हें लागू किए हैं। मायगॉव जम्मू-कश्मीर, मायगॉव की सात वर्ष से अधिक की यात्रा में 16वां मायगॉव इंस्टेंस है और किसी भी केंद्रशासित प्रदेश केलिए पहला मायगॉव इंस्टेंस है। इस कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता, आईटी सचिव जम्मू-कश्मीर प्रेरणा पुरी, मायगॉव के सीईओ अभिषेक सिंह और कई अधिकारी ऑनलाइन माध्यम से शामिल हुए।