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Wednesday 13 April 2022 05:00:17 PM
नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना और आईआईटी मद्रास ने वायुसेना की जरूरतों को पूरा करने में सहायता करने केलिए विभिन्न विकास परियोजनाओं केलिए एक समझौता किया है। इस समझौता ज्ञापन पर दिल्ली के तुगलकाबाद वायुसेना स्टेशन में आईएएफ के रखरखाव कमान मुख्यालय के कमान इंजीनियरिंग ऑफिसर (प्रणाली) एयर कमोडोर एस बहुजा और आईआईटी मद्रास के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख प्रोफेसर एचएसएन मूर्ति ने हस्ताक्षर किए। आईएएफ और आईआईटी मद्रास केबीच इस संयुक्त साझेदारी का उद्देश्य 'आत्मनिर्भर भारत' को प्राप्त करने केलिए आईएएफ के स्वदेशीकरण के प्रयासों में तेजी लाना है।
भारतीय वायुसेना ने इस समझौता ज्ञापन केतहत प्रौद्योगिकी विकास और विभिन्न हथियार प्रणालियों के निर्वाह केलिए स्वदेशी समाधान खोजने से जुड़े प्रमुख फोकस क्षेत्रों की पहचान की है। आईआईटी मद्रास व्यवहार्यता अध्ययन और प्रोटोटाइप विकास केलिए अनुसंधान के माध्यम से विधिवत समर्थित परामर्श प्रदान करेगा। आईआईटी मद्रास, भारतीय वायुसेना केसाथ साझेदारी में रखरखाव कमान आईएएफ के बेस रिपेयर डिपो (बीआरडी) द्वारा निर्वाह क्षमता, अप्रचलन प्रबंधन और आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की दिशा में स्वदेशीकरण के प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान देगा।