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Saturday 23 April 2022 11:45:38 AM
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, सेना प्रमुख और भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रदर्शन किया गया। टाटा मोटर्स, परफेक्ट मेटल इंडस्ट्रीज (पीएमआई) तथा रिवोल्ट मोटर्स के इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माताओं ने अपने इलेक्ट्रिक वाहन प्रदर्शित किए तथा पिछले कुछ वर्ष केदौरान अर्जित प्रौद्योगिकी तथा प्रचालन केदायरे में वृद्धि के बारेमें जानकारी दी। रक्षामंत्री ने इलेक्ट्रिक वाहनों को सेना में शामिल करने और सरकार की नीतियों के अनुरूप जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता घटाने की भारतीय सेना की पहल की सराहना की।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहाकि फेम I तथा IIकी सरकारी नीति ने भारत में इलेक्ट्रिक वाहन परितंत्र को बनाए रखने केलिए बुनियादी ढांचे के विकास को भरपूर बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहाकि इलेक्ट्रिक वाहन के उपयोग को बढ़ावा देने केलिए सरकार ने चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना केलिए लाइसेंस लेने की आवश्यकता समाप्त कर दी है। थल सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे का मानना हैकि परिवहन का भविष्य इलेक्ट्रिक वाहनों में निहित है तथा भारतीय सेना को इस मामले में एक पथप्रदर्शक बनना होगा और इस तकनीक को अपनाने में अग्रणी भूमिका निभानी होगी, भलेही विश्व की सेनाएं अभीभी इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल करने पर विचार ही कर रही हैं।
सेनाध्यक्ष के निर्देशों के पर भारतीय सेना में इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल करने केलिए एक निश्चित समयबद्ध रूपरेखा तैयार करने केलिए पीठासीन अधिकारी के रूपमें आपूर्ति एवं परिवहन महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार सिंह यादव केतहत अधिकारियों के एक बोर्ड को विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। अधिकारियों के बोर्ड ने अपनी अनुशंसाओं को अंतिम रूप दे दिया है और लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार सिंह यादव ने सेना कमांडरों की बैठक के दौरान इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल करने की योजना के बारेमें सेनाध्यक्ष, सेना के कमांडरों तथा सेना के वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी। वर्तमान में भारतीय सेना तीन श्रेणियों अर्थात कारों, बसों तथा मोटर साइकिलों में इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद करने की योजना बना रही है।