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Tuesday 26 April 2022 04:19:27 PM
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से नई दिल्ली में तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू दल की एक टीम ने मुलाकात की। हेमंत सचदेव का स्थापित किया गया तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू दल वर्ष 2016 से कार्यरत भारतीय सेना से संबद्ध एक गैर-लाभकारी संगठन है, यह अत्यधिक कुशल और योग्य हिमस्खलन बचाव पेशेवरों की कई टीमें उपलब्ध कराता है, जो सर्दियों के मौसम में बर्फ से ढके तथा कठिन क्षेत्रों में सहायता केलिए तैनात होते हैं। पर्वतीय इलाकों में भारतीय सेना के कर्मियों को समर्पित इन टीमों की हिमस्खलन से बचाव एवं प्रशिक्षण प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को इस दौरान टीएमआर की विभिन्न गतिविधियों केबारे में जानकारी दी गई। रक्षामंत्री ने सशस्त्र बलों के जवानों के जीवन को हिमस्खलन जैसे खतरों से बचाने के अलावा जागरुकता बढ़ाने और उन्हें प्रशिक्षण देने केलिए टीएमआर की सराहना की। उन्होंने तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू टीम को उन सैनिकों केलिए ताकत का स्रोत व एक वरदान बताया, जो कठिन क्षेत्रों में तैनात हैं और हिमस्खलन जैसी विभिन्न चुनौतियों से घिरे हुए होते हैं। उन्होंने इस तथ्य की भी प्रशंसा कीकि जिन स्थानों पर टीएमआर तैनात है, वहां सैनिकों की कोई जान हानि नहीं हुई है। रक्षामंत्री ने कहाकि टीएमआर के कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी है, क्योंकि आने वाले समय में जलवायु परिवर्तन के कारण हिमस्खलन जैसे खतरे बढ़ सकते हैं।
रक्षामंत्री ने तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू दल के किए जा रहे कार्यों को सरकार और नागरिक समाज केबीच साझेदारी का एक शानदार उदाहरण बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दियाकि एक राष्ट्र विकास केपथ पर तभी आगे बढ़ता है, जब सरकार और नागरिक समाज मिलकर कार्य करते हैं। रक्षामंत्री ने कहाकि सरकार और नागरिक समाज वे पहिए हैं, जिनपर चलकर देश चहुंमुखी सतत विकास के लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है। इस अवसर पर थल सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडेय, सैन्य अभियान महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू और वरिष्ठ सैन्य अधिकारी उपस्थित थे।