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Thursday 16 June 2022 01:51:03 PM
नई दिल्ली। विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर और केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने संयुक्त रूपसे मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में स्क्वैश कोर्ट का उद्घाटन किया। यह देशभर के किसीभी केंद्र में भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा शुरू किया गया पहला स्क्वैश कोर्ट है। स्क्वैश खेलने के शौकीन 68 वर्षीय डॉ जयशंकर ने इस अवसर पर कहाकि आज स्क्वैश कोर्ट का उद्घाटन करते हुए मुझे बेहद खुशी हो रही है, खेल मंत्रालय इस परियोजना को पूरा करने और सुविधाओं को उपलब्ध कराने केलिए पूरी तरह से वचनबद्ध है। उन्होंने कहाकि देशमें कई खेलों को अब पहचान मिल रही है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फिटनेस की जीवनशैली विकसित करने तथा प्रतिभाओं को अवसर देने का संदेश हर जगह गूंज रहा है।
विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा शारीरिक फिटनेस, प्रतिस्पर्धा और मानसिक शक्ति पर जोर देते हैं, जो न्यू इंडिया केलिए बहुत जरूरी है। उन्होंने कहाकि भारत सरकार देश में इस तरह की और अधिक खेल सुविधाएं उपलब्ध कराने केलिए हर संभव प्रयासरत है एवं हम यथासंभव अधिक से अधिक खेल सुविधाएं विकसित करना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहाकि मैंने 24 साल की उम्र में स्क्वैश खेलना शुरू किया था और आज वे 68 साल के हैं, हमें बस अच्छी सुविधाओं, अच्छे कोच तथा खेलने के इरादे की जरूरत है, खेलो इंडिया और फिट इंडिया सभी केलिए है, इसके लिए कोई उम्र की सीमा नहीं है। गौरतलब हैकि पूर्व केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने दिसंबर 2020 में इस परियोजना की आधारशिला रखी थी, क्रियांवयन से पहले स्क्वैश रैकेट फेडरेशन के प्रतिनिधियों तथा प्रख्यात खिलाड़ियों केबीच वरिष्ठ स्तरपर विभिन्न बैठकें आयोजित की गईं और यह निर्णय लिया गयाकि स्टेडियम में कुल 6 स्क्वैश कोर्ट बनाए जाएं, इन 6 मेंसे 3 सिंगल कोर्ट को कंवर्टिबल कोर्ट के रूपमें रखा जाएगा, जो 2 डबल्स कोर्ट में कंवर्टिबल होंगे।
खेलमंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को दोहराते हुए कहाकि वे हमेशा से खेल में ताकत और प्रतिस्पर्धा केसाथ-साथ मानसिक विश्वास को बढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने कहाकि राष्ट्रीय राजधानी में इस तरह की सुविधा का होना उस लक्ष्य को प्राप्त करने का एक और माध्यम है, जब ऐसा मौका मिलता है तो नए सितारों के उभरने की संभावना बढ़ जाती है। युवा चैंपियन भारत सरकार की योजनाओं से कैसे लाभांवित हो सकते हैं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहाकि उन्हें विश्वास हैकि इस तरह का विश्वस्तरीय स्क्वैश इंफ्रास्ट्रक्चर आनेवाले वर्ष में निश्चित रूपसे अनेक होनहार चैंपियनों को तैयार करेगा और हम अपनी लक्षित ओलंपिक पोडियम योजना तथा खेलो इंडिया योजना के माध्यम से उनका सहयोग करने केलिए तैयार हैं। उन्होंने कहाकि भारत ने पिछले कुछ वर्ष केदौरान स्क्वैश के खेल में राष्ट्रमंडल खेलों में कुल 3 पदक और एशियाई खेलों में 13 पदक जीते हैं, यह आंकड़ा बढ़ता रहेगा। मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में स्क्वैश कोर्ट के निर्माण को भारतीय खेल प्राधिकरण की शासी निकाय की बैठक में कुल 5.52 करोड़ रुपये की लागत से मंजूरी दी गई थी।
भारत सरकार के स्वामित्व वाले राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम ने नई दिल्ली में कोविड-19 और प्रदूषण संबंधी प्रतिबंधों के बावजूद इस परियोजना को पूरा किया। इस परिसर में 80 व्यक्तियों के बैठने की जगह है और यहां पर पुरुष, महिला एवं दिव्यांग व्यक्तियों केलिए शौचालय, टूर्नामेंट रूम/ कार्यालय कक्ष, फिजियोथेरेपी कक्ष, स्टोर, रिसेप्शन लॉबी, रखरखाव क्षेत्र आदि बनाये गए हैं। इस भवन को विश्व स्क्वैश महासंघ द्वारा अनुमोदित एएसबी सिस्टम में 100 दीवारों केसाथ फैक्ट्री फिनिश्ड कस्टम डिजाइन पीईबी सुपर संरचना ने बनाया है, जिसमें लेमिनेशन केसाथ पीयूएफ की छत है। उद्घाटन समारोह के दौरान खेल सचिव सुजाता चतुर्वेदी, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के महानिदेशक संदीप प्रधान और एनबीसीसी निदेशक (परियोजना) नीलेश शाह भी उपस्थित थे।