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Wednesday 29 June 2022 05:02:12 PM
भुवनेश्वर। अभ्यास-हाई स्पीड एक्सपैंडेबल एरियल टार्गेट का आज ओडिशा तट पर चांदीपुर के इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया गया। इस दौरान निरंतर स्तर तथा उच्च गतिशीलता सहित कम ऊंचाई पर विमान का निष्पादन प्रदर्शित किया गया। टार्गेट विमान को एक पूर्व निर्धारित निम्न ऊंचाई वाले उड़ान पथ में एक ग्राउंड आधारित कंट्रोलर से उड़ाया गया, जिसकी निगरानी राडार तथा इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल टारगेटिंग सिस्टम सहित आईटीआर में तैनात विभिन्न ट्रैकिंग सेंसरों से की गई। अभ्यास की डिजाइन एवं उसका विकास रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान ने किया है।
हवाई वाहन को ट्विन अंडर-स्लग बूस्टर का उपयोग करके लॉंच किया गया, जो व्हीकल को आरंभिक गति प्रदान करते हैं। यह हाई सबसोनिक स्पीड पर एक लंबी इंड्यूरेंस फ्लाइट को बनाए रखने केलिए एक छोटे से गैस टरबाइन से संचालित है। टारगेट विमान बहुत ऊंची उड़ान केलिए स्वदेशी रेडियो अल्टीमीटर तथा ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन तथा टारगेट विमान के बीच इनक्रिप्टेड कम्युनिकेशन केलिए डाटा लिंक के साथ गाइडेंस और कंट्रोल केलिए फ्लाइट कंट्रोल कंप्यूटर के साथ नैविगेशन केलिए माइक्रो-इलेक्ट्रोमैकेनिकल सिस्टम आधारित इनर्शियल नैविगेशन स्स्टिम से सुसज्जित है। इस व्हीकल को पूरी तरह स्वचालित उड़ान के लिए प्रोग्राम किया गया है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने हाई स्पीड एक्सपैंडेबल एरियल अभ्यास के सफल उड़ान परीक्षण केलिए डीआरडीओ, सशस्त्र बलों तथा उद्योग को बधाई दी है और कहाकि इस सिस्टम का विकास सशस्त्र बलों केलिए एरियल टार्गेट की आवश्यकता को पूरा करेगा। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव तथा डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ जी सतीश रेड्डी ने भी सिस्टम के डिजाइन, विकास और परीक्षण से जुड़ी टीमों के प्रयासों की सराहना की।