स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 2 July 2022 02:25:49 PM
नई दिल्ली। भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष होने के क्रम में भारतीय सेना और वायुसेना ने दिल्ली से द्रास तक एक अनोखा साइकिलिंग अभियान शुरू किया है, जिसमें 20 सैनिक और वायुयोद्धा शामिल हैं। इनका नेतृत्व सेना और वायुसेना की दो प्रतिभावान महिला अधिकारी कर रही हैं। अभियान को नई दिल्ली के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से सिग्नल ऑफिसर-इन-चार्ज तथा कोर ऑफ सिग्नल्स के सीनियर कर्नल स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल एमयू नायर एवीएसएम एसएम और पश्चिमी वायुकमान के सीनियर एयर स्टाफ ऑफिसर एयर मार्शल आर राधिश एवीएसएम वीएम ने संयुक्त रूपसे झंडा दिखाकर रवाना किया। साइकिल दल को 24 दिन में 1600 किलोमीटर का सफर पूरा करने का भारी कारनामा करके दिखाना है। यह अभियान 26 जुलाई 2022 को द्रास में करगिल युद्ध स्मारक पहुंचेगा। अभियान करगिल युद्ध के दौरान हमारे वीर बलिदानियों के दिए गए सर्वोच्च बलिदान केप्रति अकिंचन श्रद्धांजलि है।
साइकिलिंग अभियान का प्रमुख लक्ष्य हैकि राष्ट्रवाद केप्रति भारतीय युवाओं में ऊर्जा का संचार करना। यह काम साइकिल दल करेगा और इस दौरान वह रास्ते में अनेक स्थानों पर स्कूली बच्चों से बातचीत करेगा। इस कदम से देश के भावी नेतृत्वकर्ताओं में उत्साह और जोश पैदा होगा तथा उनकी ऊर्जा को सही दिशा मिलेगी। साइकिल दल का नेतृत्व कोर ऑफ सिगनल्स की मेजर सृष्टि शर्मा करेंगी। मेजर सृष्टि शर्मा दूसरी पीढ़ी की अधिकारी हैं, जिन्हें विभिन्न तकनीक आधारित गोपनीय अभियानों में योगदान देने केलिए 2019 में चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड स्टाफ कमेंडेशन कार्ड प्रदान किया गया था। इस समय वे दिल्ली में पोस्टेड हैं। उन्हें गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय आयोजनों केलिए वायु रक्षा संचार के क्षेत्र में योगदान देने पर 2021 में वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ कमेंडेशन कार्ड प्रदान किया गया था। भारतीय वायुसेना की तरफ से साइकिल दल का नेतृत्व स्कॉड्रन लीडर मेनका कर रही हैं, जिन्होंने अपने दस वर्षीय सेवाकाल के दौरान बीदर, ग्वालियर और देवलाली में लॉजिस्टिक्स अधिकारी के रूपमें कार्य किया है।
स्कॉड्रन लीडर मेनका इस समय वायुसेना स्टेशन कलाईकुंड में तैनात हैं। उन्हें ग्वालियर वायुसेना स्टेशन में विभिन्न लॉजिस्टिक्स विषयों के फौरी समाधान और बेमिसाल सेवाओं केलिए 2016 में एयर ऑफीसर कमांडिंग-इन-चीफ सेंट्रल कमान कमेंडेशन कार्ड प्रदान किया गया था। वे खेलों की शौकीन हैं और उन्होंने भारतीय वायुसेना के आयोजित कई साइकिल अभियानों में हिस्सा भी लिया है। हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करने से पहले साइकिल दल पंजाब से गुजरेगा। लद्दाख की तरफ बढ़ते हुए अभियान दल को ऊंचाई वाले इलाकों की कड़ी चुनौतियों और ऑक्सीजन की कमी से जूझना होगा। इन चुनौतियों का सामना करने केलिए अभियान दल ने बहुत पहले ही अभ्यास शुरू कर दिया था, ताकि समय रहते दम-खम पैदा किया जा सके। उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी एवीएसएम द्रास से अभियान को झंडी दिखाकर आगे रवाना करेंगे।