स्वतंत्र आवाज़
word map

'दूनागिरी' प्रोजेक्ट 17ए फ्रिगेट का शुभारंभ

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कोलकाता में समारोहपूर्वक किया शुभारंभ

समुद्र आकाश पानी के भीतर से दुश्मनों को नष्ट करने में बहुक्रियाशील

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 15 July 2022 06:04:39 PM

rajnath singh at the launch of the y- 3023 dunagiri,

कोलकाता। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज कोलकाता में समारोहपूर्वक गार्डन रीच शिपबिल्डर्स लिमिटेड के निर्मित वाई-3023 दूनागिरी प्रोजेक्ट 17ए फ्रिगेट का शुभारंभ किया। नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरिकुमार और भारतीय नौसेना एवं रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी समारोह में भाग लेनेवाले गणमान्य अतिथियों में शामिल थे। प्रोजेक्ट 17A फ्रिगेट्स P17 शिवालिक क्लास फ्रिगेट्स के फॉलो-ऑन क्लास हैं, जिनमें बेहतर स्टील्थ फीचर्स, उन्नत हथियार और सेंसर और प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम हैं। मझगांव डॉक लिमिटेड और जीआरएसई में सात पी17ए फ्रिगेट निर्माण के विभिन्न चरणों में हैं। नौसेना पत्नी कल्याण संघ की अध्यक्ष कला हरिकुमार ने पारंपरिक रूपसे जहाज का नाम दूनागिरी रखा। हुगली नदी के स्वागत योग्य जल को गले लगाते हुए जहाज को उल्लासपूर्ण सभा से तालियों की गड़गड़ाहट प्राप्त हुई।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस अवसर पर युद्धपोत निर्माण के संबंध में आत्मनिर्भरता केलिए राष्ट्र की खोज को साकार करने में नौसेना डिजाइन निदेशालय और अन्य नौसेना टीमों के प्रयासों की प्रशंसा की। रक्षामंत्री ने विभिन्न चुनौतियों के बावजूद जहाज उत्पादन के क्षेत्र में जीआरएसई के निरंतर समर्थन और भारतीय नौसेना को अपनी जहाज शामिल करने की योजना को साकार करने में मदद करने केलिए भी सराहना की। रक्षामंत्री ने कहाकि 'दूनागिरी' समुद्र, आकाश और पानी के भीतर से दुश्मनों को नष्ट करने केलिए बहुआयामी क्षमताओं वाला एक विश्वस्तरीय स्टील्थ फ्रिगेट होगा। दुनिया के बदलते परिदृश्य में बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की आवश्यकता के बारे में रक्षामंत्री ने कहाकि देशों केबीच आर्थिक, राजनीतिक और व्यापारिक संबंध लगातार विकसित हो रहे हैं एवं हिंद महासागर क्षेत्र और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियां लगातार बढ़ रही हैं, सागर यानी 'क्षेत्र में सभी केलिए सुरक्षा और विकास' के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को प्राप्त करने केलिए और भारत के राष्ट्रीय समुद्री हितों की रक्षा, संरक्षण और बढ़ावा देने केलिए भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल और अन्य संगठनों को बुनियादी ढांचे को बढ़ाना होगा, ताकि देश इन चुनौतियों से निपटने में सबसे आगे रहे।
रक्षामंत्री ने इस मौके पर बंगाल के वीर सपूतों जतिंद्रनाथ मुखर्जी (बागा), खुदीराम बोस और नेताजी सुभाषचंद्र बोस को याद किया और राष्ट्र केलिए उनके अविस्मरणीय योगदान का उल्लेख किया। रक्षामंत्री ने कहाकि हमारा देश 'आजादी का अमृत महोत्सव' मना रहा है। उन्होंने बंगाल की बहादुर महिलाओं, बेगम रुकैया, बीना दास और कई अन्य लोगों की भूमिका की भी प्रशंसा की, जिन्होंने न केवल बंगाल, बल्कि पूरे देश को गौरवांवित किया है। नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर हरिकुमार ने कहाकि जहां भारतीय नौसेना का प्राथमिक कार्य राष्ट्र के समुद्री हितों को संरक्षित करना, उनकी रक्षा करना और बढ़ावा देना है, वहीं यह देश की अर्थव्यवस्था के निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। उन्होंने कहाकि दूनागिरी परियोजना से 3000 से अधिक स्थानीय रोज़गार के अवसर पैदा हुए हैं, इसके अलावा देशभर में एमएसएमई केसाथ 29 भारतीय ओईएम इस परियोजना में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहाकि नौसेना के भविष्य के 88 फीसदी अनुबंधों में लगभग 1,75,000 करोड़ रुपये का निवेश भारतीय उद्यमों के माध्यम से किया जा रहा है।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]