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Tuesday 26 July 2022 01:37:10 PM
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान हुई भारत की ऐतिहासिक विजय की 23वीं वर्षगांठ पर पूरा देश आज इस युद्ध के बहादुर सेनानायकों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। प्रतिवर्ष इस दिन को कारगिल विजय दिवस के रूपमें मनाया जाता है। इस अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, नौसेना अध्यक्ष एडमिरल आर हरिकुमार और वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल बीआर चौधरी ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाकर पुष्पचक्र अर्पित किया और कारगिल युद्ध में भारत की जीत सुनिश्चित करने वाले सेनानायकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ असैन्य और सैन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में रखी आगंतुक पुस्तिका पर लिखे संदेश में युद्ध के दौरान सशस्त्र सेनाओं के नायकों की प्रदर्शित वीरता और उनके बलिदान को याद किया, जिसकी वजह से देश की एकता और अखंडता की रक्षा हो सकी। उन्होंने लिखा भीकि राष्ट्र सशस्त्र सेनाओं के दिएगए बलिदान केलिए हमेशा आभारी रहेगा, उनकी स्मृतियां अपने हृदय में संजोकर हम पूरी ऊर्जा केसाथ राष्ट्रनिर्माण के पथ पर अग्रसर रहेंगे। एक ट्वीट में रक्षामंत्री ने इन बहादुर जांबाजों की वीरता और अदम्य साहस की भी सराहना की, जोकि भारत के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। कारगिल युद्ध के शहीदों की याद में कारगिल युद्ध स्मारक द्रास समेत देशभर में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना के वीर जवानों ने भारतीय वायुसेना की मदद से दुर्गम क्षेत्रों, बेहद खराब मौसम जैसी विषम स्थितियों में उस शत्रु पर विजय प्राप्त की, जो ऊंची पहाड़ियों पर कब्जा जमाए बैठा था।