स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 26 July 2022 06:22:51 PM
नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग की प्रमुख पहल आईडेक्स यानी रक्षा उत्कृष्टता केलिए नवाचार ने अपने 100वें अनुबंध पर हस्ताक्षर करके एक उपलब्धि हासिल कर ली है। आईडेक्स फ्रेमवर्क 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस उद्देश्य से शुरू किया थाकि यह रक्षा क्षेत्र में सहनिर्माण और सहविकास का मंच प्रदान करेगा, रक्षा क्षेत्र में योगदान केलिए स्टार्ट-अप को जोड़ेगा तथा देश में रक्षा और एयरोस्पेस सेटअप को विकसित करेगा। आईडेक्स को रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग के तहत रक्षा नवाचार संगठन लागू कर रहा है। वर्ष 2021 केलिए नवाचार श्रेणी में पब्लिक पॉलिसी केलिए प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री पुरस्कार से सम्मानित आईडेक्स बहुत कम समय में डिफेंस इंडिया स्टार्ट अप चैलेंजेज, प्राइम और ओपन चैलेंजेज जैसे अपने प्रमुख कार्यक्रमों के माध्यम से रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र में एक गेम चेंजर के रूपमें उभरा है।
रक्षा उत्कृष्टता केलिए नवाचार ने रक्षा क्षेत्र में आवश्यक गति का निर्माण करने के साथ-साथ महत्वपूर्ण स्टार्ट-अप्स खड़े करने में सफलता पाई है। आज डीआईओ के सीईओ और अतिरिक्त सचिव रक्षा उत्पादन संजय जाजू ने पेसिफाई मेडिकल टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ साईप्रसाद पोयारेकर केसाथ 100वें अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार और थल सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू भी उपस्थित थे। डॉ अजय कुमार ने कहाकि हमें विश्वास हैकि आईडेक्स भारत को दुनिया में सबसे बड़ा रक्षा नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र बना देगा, इसके लिए मैं सेवाओं, स्टार्ट-अप्स, पार्टनर इन्क्यूबेटरों और आईडेक्स टीम सहित सभी हितधारकों के अथक और निरंतर प्रयासों एवं समर्थन को धन्यवाद देना चाहता हूं। अबतक आईडेक्स ने आईडेक्स प्राइम, डीआईएससी के सात राउंड और ओसी के पांच राउंड लॉंच किए हैं, जिसमें 4,000 से अधिक व्यक्तिगत नवोन्मेषकों, एमएसएमईज और स्टार्ट-अप से आवेदन प्राप्त हुए हैं।
रक्षा उत्कृष्टता केलिए नवाचार केतहत करीब 250 करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का आवंटन किया गया है और 400 करोड़ रुपये से अधिक की 14 वस्तुओं की खरीद को मंजूरी दी गई है। आईडेक्स हजारों नौकरियां पैदा करने और भारत की प्रतिभा को वापस देश में आकर्षित करने में सफल रहा है। चार वर्ष में मार्च 2022 में परीक्षण और खरीद केलिए रक्षा अधिग्रहण परिषद ने 14 परियोजनाओं में 17 स्टार्ट-अप्स को पहले ही आवश्यकता की स्वीकृति प्रदान की है। डीआईएससी 1 और 2 की बची कुछ परियोजनाओं केसाथ ही डीआईएससी 3 की कुछ परियोजनाएं पूरी होने वाली हैं और चालू वित्तीय वर्ष के अंततक डीएसी द्वारा इन्हें एओएन प्रदान किया जा सकता है। आईडेक्स यह सुनिश्चित करने केलिए तीव्रगति से काम कर रहा हैकि स्टार्ट-अप्स और इनोवेटर्स केसाथ इसके समझौते समय पर तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचें, क्योंकि इससे न सिर्फ नए स्टार्टअप्स केलिए असंख्य विकल्प खुलते हैं, बल्कि ये सेवाओं की आवश्यकता को भी पूरा करते हैं।