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यूपी विधानसभा में नई परंपराओं का सूत्रपात!

विस में शुरू हुआ संवाद कार्यक्रम और वरिष्ठ सदस्यों का सम्मान

विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना की पहलों की सराहना की गई

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 27 July 2022 12:58:26 PM

respect for senior members in up vidhan sabha

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने पांचबार या उससे अधिक बार विधानसभा चुनाव जीतकर आए विधानसभा के वरिष्ठ सदस्यों के सम्मान की गरिमामयी परंपरा की शुरूआत की है। इस अवसर पर एक संवाद कार्यक्रम भी हुआ, जिसमें वरिष्ठ सदस्यों ने विधानसभा की गरिमापूर्ण मर्यादाओं और समृद्धशाली परंपराओं को और भी प्रतिष्ठापित करने पर विचार-विमर्श किया। विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा के गौरवशाली सदस्यों, विधानसभा की कार्यवाहियों, चर्चाओं-व्यवस्थाओं का उल्लेख और उनपर गर्व करते हुए कहाकि उनका प्रयास होगाकि वह भी सदस्यों के सहयोग से सदन में विधानसभा की गरिमा के अनुकरणीय प्रयासों की निरंतरता पर कार्य करेंगे। उन्होंने कहाकि जनता अगर हमें सदन भेज रही है तो ऐसा करना हम सभीकी जिम्मेदारी है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहाकि राजनीतिक विचारधारा अलग हो सकती है किंतु वरिष्ठ सदस्यों का सम्मान उससे ऊपर है और मेरा यह भी प्रयास होगाकि सभी सदस्यों से सीधा संवाद हो, जिससे विधानसभा का कार्य और बेहतर किया जा सकेगा, इसीलिए यह संवाद कार्यक्रम शुरू किया गया है। सतीश महाना ने कहाकि विधानसभा में हर तरह की मेधा के सदस्य आते हैं, जिनसे संवाद कर विधानसभा में और भी ज्यादा सकारात्मक वातावरण विकसित होगा।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहाकि हम चाहते हैंकि विधायकों का गरिमामयी सम्मान और महत्व निरंतर बढ़े, उन्हें राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों में अवसर मिलें, जिससे उत्तर प्रदेश विधानसभा सदस्यों की ख्याति बढ़े। संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सतीश महाना की पहल की सराहना की और कहाकि उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष के रूपमें कई नई अनुकरणीय परंपराएं शुरू की हैं। उन्होंने कहाकि यह उनकी कार्य कुशलता हैकि एक भी दिन विधानसभा की कार्यवाही स्थगित नहीं हुई और कोई भी सदस्य वेल में नहीं आया। संसदीय कार्यमंत्री ने कहाकि विधानसभा सत्र में सदस्यों का जन्मदिन मनाने की भी नई परंपरा शुरू हुई है और ग्रुप बनाकर विधायकों से शुरू किया गया संवाद कार्यक्रम एक बहुत ही सकारात्मक एवं उल्लेखनीय है। उन्होंने कहाकि राजनीतिक व्यक्ति की छवि का समाज पर बहुत असर पड़ता है, हम सभी वरिष्ठ सदस्यों को नए सदस्यों को यह प्रेरणा देनी है। संसदीय कार्यमंत्री ने कहाकि विधायिका केप्रति हमें जनता की सोच को बदलना है, विधानसभा सबसे बड़ा चर्चा एवं परिचर्चा तथा विचार का मंच है, इसीसे हम सभी जनता केप्रति अपने सेवाभाव के उद्देश्य को प्राप्त कर सकते हैं।
विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष माताप्रसाद पांडेय ने संवाद कार्यक्रम को सतीश महाना की अच्छी शुरुआत बताया और कहाकि इस तरह के कार्यक्रम से सदन की उच्च परंपराओं को अक्षुण रखने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहाकि हम सभी सदस्यों को मिलकर विधानसभा अध्यक्ष के प्रयासों को और ज्यादा ताकतवर बनाना है, जिससे सदन और उनका सम्मान बना रहे। माताप्रसाद पांडेय ने भी कहाकि सत्तापक्ष और विपक्ष में मतभेद हो सकता है, लेकिन सदन और अध्यक्ष का सम्मान बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। माताप्रसाद पांडेय ने कहाकि जिस तरह से सदन के वरिष्ठ सदस्यों का सम्मान किया गया है, उसके लिए विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना धन्यवाद के पात्र हैं, उन्होंने बहुत अच्छी तरह से सदन चलाया और सभी सदस्यों को बोलने का मौका दिया। विधानसभा के वरिष्ठ सदस्य अवधेश प्रसाद ने इस अवसर पर अपने अनुभव साझा किए और कहाकि सतीश महाना ने जो अच्छी शुरुआत की है, उसपर भविष्य में इतिहासकार लिखेंगे। उन्होंने कहाकि 1977 में जब वह पहलीबार चुनकर आए, तबसे अबतक उन्होंने कई विधानसभा अध्यक्ष देखें हैं पर सतीश महाना की कार्यशैली अनूठी है, यह बहुत महत्वपूर्ण है कि पहलीबार सदन स्थगित नहीं हुआ और लगभग सभी सदस्यों को बोलने का मौका मिला, जिससे प्रदेश में एक अच्छा संदेश गया।
अवधेश प्रसाद ने कहाकि सतीश महाना की अध्यक्षता में विधानसभा में सत्तापक्ष और विपक्ष केबीच सुखद संयोग से रचनात्मक सुझाव सामने आए, इनसे लोकतंत्र की जड़ें और ज्यादा मजबूत हो रही हैं, इस पहल की प्रदेश की जनता को भी अपेक्षा है। रघुराज प्रताप सिंह 'राजाभैया' ने कहाकि विधानसभा के सभी सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष की पहल को सराहा है, उत्तर प्रदेश विधानसभा अपना गौरव बनाए रखे, ये तभी संभव होगा, जब अधिक से अधिक समय तक सदन चले, इससे सदस्यों की गरिमा बढ़ेगी। उन्होंने कहाकि इस विधानसभा में जो बदलाव देखा जा रहा है, वह विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना में विलक्षण प्रतिभा का परिचायक है। वरिष्ठ सदस्य शिवपाल सिंह यादव ने कहाकि सतीश महाना बधाई के पात्र हैं, जो उन्होंने वरिष्ठों को सम्मानित करने की पहल की है, जो विधानसभा के इतिहास में पहलीबार हुआ है। शिवपाल यादव ने कहाकि जनता जिन्हें बार-बार जिताकर भेज रही है, उनका जनता के बीच बड़ा सम्मान है, ऐसे लोगों ने जरूर जनता से अपना वादा पूरा किया है। उन्होंने कहाकि विधानसभा के गौरव केलिए हम सबको मिलकर काम करना पड़ेगा, यूपी विधानसभा की एक ख्याति है, जिसकी मिसाल देश के सदनों में दी जाती है।
विधानसभा सदस्य लालजी वर्मा ने वरिष्ठ सदस्यों को सम्मान प्रदान किए जाने केलिए विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना का आभार जताया और उन्हें इस शुरुआत केलिए बधाई दी। लालजी वर्मा ने कहाकि आपसी विचार-विमर्श से संसदीय परंपराएं मजबूत होती हैं और नए सदस्यों को संसदीय परंपराओं की जानकारी देना हमसब वरिष्ठों की जिम्मेदारी है, हम सबको मिलकर संसदीय लोकतंत्र को मजबूत करना चाहिए। ओमप्रकाश सिंह ने कहाकि सतीश महाना के व्यवहार स्वभाव और विधानसभा कार्यवाही संचालन से हमसब प्रभावित हैं, उन्होंने लीक से हटकर जो नई परंपरा शुरू की है, वह अपने आपमें अनूठी है, लोकतंत्र में लोक और लाज का महत्व होता है, संसदीय व्यवस्था में संवाद बहुत आवश्यक है। ओमप्रकाश सिंह ने कहाकि उत्तर प्रदेश देश का हृदय है, इसलिए इसे मजबूत रखने की जरूरत है, ये परंपरा बनी रहनी चाहिए, ये हमारा सम्मान नहीं, पूरे प्रदेश का सम्मान है। जयप्रताप सिंह ने कहाकि इस कार्यक्रम से संसदीय गौरव और परंपराओं के क्षेत्र में एक अच्छा संदेश गया है, सत्र के दौरान जनता की समस्याओं को कैसे उठाया जाए, नए सदस्यों को और सीखने की जरूरत है, इस तरह के कार्यक्रमों से नए सदस्यों को प्रेरणा मिलेगी, आपसी बहस से नया रास्ता निकलता है।
सूर्यप्रताप शाही ने कहाकि विधानसभा में सबको बोलने का अवसर देकर अनुशासन बनाए रखना लोकतंत्र की ताकत है। उन्होंने कहाकि विपक्ष पहलीबार शालीन तरीके से अपनी भूमिका निभा रहा है, वरिष्ठों सदस्यों को सम्मान दिया जा रहा है, जिससे एक नया इतिहास बन रहा है। उन्होंने कहाकि विधानसभा की कार्यवाही से लेकर परिसर के सुंदरीकरण, सदन को डिजिटल बनाने तक के सतीश महाना के कार्य सराहनीय हैं। महबूब अली ने कहाकि सतीश महाना ने सदन को पहली बारमें ही सुचारू रूपसे चलाने का काम किया है। रमापति शास्त्री ने कहाकि यह हमारा सम्मान नहीं, देवतुल्य कार्यकर्ताओं का सम्मान है, जिसे उनतक पहुंचाऊंगा। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कार्यक्रम में उपस्थित अरविंद गिरि, पूरन प्रकाश, श्रीराम चौहान, बावन सिंह, फरीद महफूज किदवई, धर्मपाल सिंह, मयंकेश्वर शरण सिंह, रामचंद्र यादव एवं कार्यालय कक्ष में चौधरी लक्ष्मीनारायण, रामकृष्ण भार्गव सहित सभी वरिष्ठ सदस्यों को स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया। इस मौके पर विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे और अधिकारी एवं कर्मचारी भी मौजूद थे।

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