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Saturday 20 August 2022 02:43:10 PM
पणजी/ पोर्ट लुई। आईएनएस मांडोवी के कमांडिंग ऑफीसर कॉमोडोर संजय पांडा ने भारतीय नौसेना के नौकायान अभियान केतहत आईएनएसवी तारिणी को झंडी दिखाकर गोवा से पोर्ट लुई मॉरिशस केलिए रवाना कर दिया है। अभियान में छह सदस्यीय दल शामिल है, इनमें तीन महिला अधिकारी हैं, ये सभी आईएनएसवी तारिणी पर सवार हैं। नौका की कप्तानी भारतीय नौसेना के सबसे अनुभवी नौका चालक कैप्टन वीडी महर्षि कर रहे हैं। कमांडर विकास शेयोरन, लेफ्टिनेंट कमांडर पायल गुप्ता, लेफ्टिनेंट कमांडर कौशल पेडनेकर, लेफ्टिनेंट कमांडर डीलिना के और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए भी शामिल हैं। भारतीय नौसेना केपास समुद्री यात्रा करने वाली छह नौकाएं हैं, इनमें आईएनएसवी महादेई, आईएनएसवी तारिणी, आईएनएसवी बुलबुल, आईएनएसवी हरियाल, आईएनएसवी कदलपुरा और आईएनएसवी नीलकंठ शामिल हैं।
भारतीय नौसेना की नौकाएं नियमित रूपसे नौसेना कर्मियों के छोटे दल केसाथ समुद्री अभियान पर निकलती हैं। इन अभियानों में दल के सदस्यों का चयन नौसेना कर्मियों की स्वेच्छा से किया जाता है और उनको नौकायान का पर्याप्त अनुभव होना चाहिए। गौरतलब हैकि समुद्र में नौकायान करना बहुत कठिन और रोमांचकारी खेल है। इन महासागर नौकायान अभियानों से रोमांचकता की भावना पैदा करने, जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ाने और नौवहन, संचार, इंजन व नाव पर लगी मशीनों के तकनीकी परिचालन, इनमारसैट उपकरणों को चलाने, लॉजिस्टिक की योजना बनाने आदि की जानकारी बढ़ाने में मदद मिलती है। समुद्र में नौकायान अभियान में लगभग 2500 नॉटिकल माइल्स की एक तरफ की दूरी तय करने में 20-21 दिन लगेंगे।
नौकायान दल को कठिनाईयों से भरे मौसम और मानसून में हलचल भरे समुद्री हालात का सामना करना पड़ सकता है, ऐसे हालात में समुद्री सफर के दौरान अभियान दल को नौका को दुरुस्त रखना, मशीनों की निरंतर जांच और अपना भोजन भी बनाना होगा। समुद्र में नौकायान के जरिए भारतीय नौसेना को पूरे विश्व में अपनी मैत्रीपूर्ण उपस्थिति दर्ज कराने मेभी सहायता होती है जैसे-सागर परिक्रमा और केप टाउन से रियो दी जनेरियो दौड़, आईओएनएस तथा बंगाल की खाड़ी नौकायान अभियान। तारिणी ने 2017 में ‘नाविका सागर परिक्रमा’ केतहत दुनिया का चक्कर लगाया था। इसमें हिस्सा लेनेवाले दल मेभी महिला अधिकारी थीं।