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Friday 9 September 2022 03:03:09 PM
जयपुर। भारत के उपराष्ट्रपति बनने केबाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अपनी पत्नी डॉ सुदेश धनखड़ केसाथ पहले आधिकारिक दौरे पर राजस्थान पहुंचे और दौरे की शुरुआत झुंझुनू में अपने पैतृक गांव किठाना से की। इस दौरान उन्होंने कई पवित्र स्थलों का दौरा किया और कई सम्मान कार्यक्रमों में भाग लिया। उपराष्ट्रपति दिल्ली से वायुसेना के हेलिकॉप्टर से यहां पहुंचे, उनके आगमन पर राजस्थान सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश और लोकसभा सांसद नरेंद्र कुमार ने उनका स्वागत किया। इस दौरान कई वरिष्ठ अधिकारी और क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे। उपराष्ट्रपति ने पत्नी संग बालाजी मंदिर, जोडिया और किठाना के श्रीठाकुर मंदिर में पूजा-आरती की। जगदीप धनखड़ ने इस अवसर पर अपने पैतृक गांव में महात्मा गांधी सरकारी स्कूल में एक नए भवन का शिलान्यास किया और छात्रों से बातचीत भी की।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के सम्मान में किठाना पंचायत ने अभिनंदन कार्यक्रम का आयोजित किया, जिसमें उन्होंने जीवनमें शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला और वहां मौजूद लोगों से अपने बच्चों की शिक्षा पर ध्यान देने केलिए कहा। उन्होंने कहाकि मैं अपने जीवन में जो कुछभी हासिल कर सका, वह अच्छी शिक्षा के कारण संभव हुआ है। उन्होंने कहाकि भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और भारत के विकास की जड़ें हमारे गांवों में हैं। उन्होंने किसानों से बागवानी और वृक्षारोपण पर अधिक ध्यान देने का आग्रह किया। उपराष्ट्रपति देशमें भगवान श्रीकृष्ण के सबसे प्रतिष्ठित मंदिरों मेसे एक खाटू श्याम मंदिर और बालाजी सालासर धाम में गए। उपराष्ट्रपति केसाथ लोकसभा सांसद राहुल कस्वां, सुमेधानंद सरस्वती, कई वरिष्ठ अधिकारी और क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी इन दौरान साथ थे। उपराष्ट्रपति का जयपुर हवाई अड्डे पर राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, राजस्थान के शिक्षामंत्री बुलाकी दास कल्ला, राजस्थान की कैबिनेट मंत्री ममता भूपेश और राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वागत किया।
जयपुर हवाई अड्डे पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को राज्य पुलिस की ओरसे गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और यहांसे वह राजभवन केलिए रवाना हुए। उन्होंने जयपुर में राजस्थान बार काउंसिल के सम्मान समारोह में भी हिस्सा लिया। उपराष्ट्रपति ने कहाकि मजबूत, निष्पक्ष और स्वतंत्र न्याय प्रणाली प्रजातांत्रिक मूल्यों के फलने-फूलने की सबसे सुरक्षित गारंटी है और इसमें बार की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने इस बातपर जोर दियाकि पारदर्शिता और जवाबदेही का कड़ाई से पालन करने से संस्थानों में जनता का भरोसा कायम रह सकता है। उपराष्ट्रपति ने कहाकि लोकतंत्र तब अधिक मजबूत होता है, जब सभी संवैधानिक संस्थाओं में पूरी तरहसे समन्वय हो और वे अपने अधिकार क्षेत्रतक सीमित रहें। सम्मान समारोह में राजस्थान उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश एमएम श्रीवास्तव, राजस्थान बार काउंसिल के अध्यक्ष सुनील बेनीवाल, राजस्थान बार काउंसिल के उपाध्यक्ष योगेंद्र सिंह शक्तावत, राजस्थान बार काउंसिल के संयोजक और वरिष्ठ सदस्य जेएस चौधरी, बार काउंसिल ऑफ इंडिया के सहअध्यक्ष एससी श्रीमाली, एडवोकेट जनरल राजस्थान और राजस्थान बार काउंसिल के पदेनसदस्य एमएस सिंघवी, भारत के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल आरडी रस्तोगी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।