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भारत निवेशकों केलिए सोने की खान-गडकरी

भारत में सड़क और राजमार्ग परियोजनाओं में निवेश का आह्वान

भारत-अमेरिका आर्थिक शिखर सम्मेलन में बोले नितिन गडकरी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 13 September 2022 02:42:25 PM

nitin gadkari addressing 19th indo-us economic summit

नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अमेरिका के निवेशकों से भारत में सड़क और राजमार्ग परियोजनाओं में निवेश करने का आह्वान किया है, जो निवेशकों केलिए सोने की खान हैं। ऑनलाइन हुए 'इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स' के 19वें भारत-अमेरिका आर्थिक शिखर सम्मेलन में नितिन गडकरी ने कहाकि अमेरिका और भारत मजबूत द्विपक्षीय संबंधों केसाथ विश्व के दो प्रमुख लोकतंत्र हैं। उन्होंने कहाकि हम स्वाभाविक भागीदार हैं और आपसी विकास में योगदान देने केलिए हमारे पास बहुत कुछ है। उन्होंने कहाकि दोनों देशों ने सामाजिक, आर्थिक और रणनीतिक मोर्चे पर हमेशा आपसी विश्वास, सम्मान और सहयोग को दर्शाया है। उन्होंने कहाकि इस वर्ष का विषय 'अमेरिका भारत संबंधों के 75 वर्ष: अगले 25 वर्ष केलिए नया एजेंडा' हमारे संबंधों को और मजबूत करने का रोडमैप तैयार करेगा।
राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहाकि हमारा जोर समग्र विकास मॉडल केसाथ एक सतत व्यापार इकोसिस्‍टम बनाने पर है। उन्होंने कहाकि हमें लीक से हटकर विचार प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने और नए रास्ते बनाने केलिए रचनात्मक एजेंडे को बढ़ावा देने की जरूरत है। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2025 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का दृष्टिकोण निर्धारित किया है। उन्‍होंने कहाकि आज भारत सबसे तेजीसे बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं मेसे एक है और यह दुनिया में पांचवें स्थान पर है। उन्होंने कहाकि अच्छी तरहसे विकसित बुनियादी ढांचा आर्थिक गतिविधि और नए व्यवसायों एवं रोज़गार सृजन को बढ़ावा देता है। उन्होंने कहाकि भारत सरकार राष्ट्रीय बुनियादी ढांचा पाइपलाइन के जरिए बुनियादी ढांचे के विकास केलिए 1.4 ट्रिलियन डॉलर का निवेश कर रही है। उन्होंने कहाकि 2019 से 2025 तक की अवधि में इस पूंजीगत व्यय का 19% सड़क क्षेत्र केलिए होगा। उन्होंने कहाकि सरकार ने देश में समग्र और एकीकृत बुनियादी ढांचे के विकास केलिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय गति शक्ति मास्टर प्लान शुरू किया है, गतिशक्ति केसाथ सभी हितधारक 3 सी कॉ-आपरेशन (सहयोग), कॉ-आर्डिनेशन (समन्वय) और कम्‍यूनिकेशन (संचार) के नियमों का पालन करेंगे।
नितिन गडकरी ने कहाकि भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में सड़क बुनियादी ढांचा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि 70 प्रतिशत माल और लगभग 90 प्रतिशत यात्री यातायात आवागमन केलिए सड़क नेटवर्क का उपयोग करते हैं। उन्होंने कहाकि 2014 में हमारे पास लगभग 91,000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क था, वर्तमान में यह नेटवर्क लगभग 1.47 लाख किलोमीटर तक पहुंच गया है। उन्होंने कहाकि सरकार 2025 तक राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क को 2 लाख किलोमीटर तक बढ़ाने केलिए समर्पित रूपसे काम कर रही है। नितिन गडकरी ने कहाकि हम देशभरमें 10,000 किलोमीटर लंबे 27 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रहे हैं, जिनपर 5 लाख करोड़ यानी करीब 60 अरब डॉलर का निवेश होगा। उन्होंने कहाकि इन गलियारों से प्रमुख आर्थिक केंद्रों केबीच यात्रा दूरी में 14 प्रतिशत की कमी आएगी और इससे परिवहन लागत में 2.5 प्रतिशत की कमी सुनिश्चित होगी, इसके अलावा 110 करोड़ लीटर ईंधन की बचत होगी और कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में हर साल 250 करोड़ किलोग्राम की कमी आएगी।
सड़क परिवहन मंत्री ने कहाकि सरकार पेड़ काटने और वृक्षारोपण केलिए 'ट्री बैंक' नामक एक नई नीति तैयार कर रही है, इसके अनुसार एनएचएआई, एनएचआईडीसीएल, एयरपोर्ट और पोर्ट अथॉरिटी जैसे प्राधिकरणों को परियोजना विकास के दौरान पेड़ लगाने और पेड़ काटने का रिकॉर्ड रखनेवाले एक 'ट्री बैंक अकाउंट' का रखरखाव करना होगा। उन्‍होंने कहाकि हम खुदरा निवेशकों को वित्तपोषण अभियान में भाग लेनेकी अनुमति देने केलिए 'इनविट' जैसे अभिनव और निवेशक अनुकूल उत्पाद ला रहे हैं, हम उत्पादों को डिजाइन कर रहे हैं, ताकि खुदरा निवेशकों को अच्छा वार्षिक लाभ मिल सके, जो सावधि जमा दरों से अधिक हो। उन्होंने कहाकि चैंबर को नेतृत्व करना चाहिए और उन क्षेत्रों की पहचान करनी चाहिए, जहां हमारे प्रतिभाशाली मानव संसाधन 'भारतीय इंफ्रा स्पेस' में निवेश को सक्षम बनाने केलिए सर्वोत्तम वित्तीय साधनों को डिजाइन करने में योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहाकि हमारे पास राजमार्ग क्षेत्रमें सार्वजनिक-निजी-भागीदारी केलिए अच्छी तरहसे विकसित ढांचा है, एशियाई विकास बैंक ने पीपीपी परिचालन परिपक्वता में भारत को पहला स्थान प्रदान किया है और भारत को पीपीपी केलिए एक विकसित बाजार के रूपमें भी नामित किया है। उन्होंने कहाकि सभी परियोजना दस्तावेज, अनुबंध संबंधी निर्णय और अनुमोदन अब डिजिटल पोर्टल के माध्यम से किए जा रहे हैं।
नितिन गडकरी ने कहाकि आज भारत विद्युत दोपहिया, तिपहिया और कारों केलिए सबसे बड़ा ईवी बाजार बन रहा है। उन्होंने कहाकि सरकार विद्युत गतिशीलता केलिए सौर और पवन ऊर्जा आधारित चार्जिंग तंत्र को मजबूती से प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहाकि हम इलेक्ट्रिक हाईवे के विकास परभी काम कर रहे हैं, जो सौर ऊर्जा से संचालित होगा, इससे यात्रा के दौरान हैवी ड्यूटी वाले ट्रकों और बसों को चार्ज करने में सुविधा होगी। उन्होंने कहाकि अमेरिका आधारित कंपनियां ईवी बैटरी प्रौद्योगिकियों और रेट्रोफिटिंग उद्योग की दिशामें हमारे अनुसंधान और विकास प्रयासों में सहयोग कर सकती हैं। उन्‍होंने कहाकि हमारा राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन और परिवहन केलिए प्रोत्साहन प्रदान करता है। नितिन गडकरी ने इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स का कम लागत, विश्वसनीय इलेक्ट्रोलाइजर्स और हाइड्रोजन ईंधन सेल प्रौद्योगिकी के विकास में योगदान देने का आह्वान किया।

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