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'बापू की शिक्षाएं हमेशा मानवता केलिए प्रासंगिक'

हरिजन सेवकसंघ के स्थापना पर सद्भावना सम्मेलन में बोले धनखड़

महात्मा गांधी और आचार्य विनोबा भावे को पुष्पांजलि अर्पित की

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 24 September 2022 06:12:36 PM

vice president jagdeep dhankhar attended sadbhavana sammelan

नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा हैकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार का 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' का विजन गांधीवादी विचारधारा से प्रेरित है। जगदीप धनखड़ ने कहाकि गांधीवादी आदर्श संविधान के मौलिक अधिकारों और निर्देशक सिद्धांतों में व्याप्त हैं, उनकी शिक्षाएं मानवता केलिए हमेशा ही प्रासंगिक रहेंगी। जगदीप धनखड़ आज नई दिल्ली में हरिजन सेवकसंघ के 90वें स्थापना दिवस पर सद्भावना सम्मेलन में उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम से पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और आचार्य विनोबा भावे को पुष्पांजलि अर्पित की। गांधीजी के हरिजन सेवक संघ के गठन के पीछे की प्रेरणा का स्मरण करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहाकि हमारा स्वतंत्रता संग्राम न केवल एक राजनीतिक आंदोलन था, बल्कि एक सामाजिक और सांस्कृतिक पुनरुत्थान भी था।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहाकि यह सामाजिक एकता और राजनीतिक स्वतंत्रता का आह्वान था, गांधीजी ने भारतीय संस्कृति के सर्वोत्तम तत्वों-सत्य और अहिंसा को धरातल पर लागू करने का प्रयास किया। उपराष्ट्रपति ने कहाकि महात्मा गांधी के प्रतिपादित सिद्धांतों से मानवता को अधिक लाभ होगा। उन्होंने कहाकि आज दुनिया के सामने गरीबी से लेकर जलवायु परिवर्तन और युद्धतक कई खतरे हैं, गांधीजी के विचार इन सभी का समाधान प्रदान करते हैं। यह देखते हुए कि गांधीजी के स्वराज के विचार का अर्थ कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति का उत्थान है, उपराष्ट्रपति ने कहाकि नरेंद्र मोदी सरकार की खाद्य सुरक्षा, टीकाकरण, सार्वभौमिक बैंकिंग की सभी योजनाएं गांधीवादी भावना में हैं। जगदीप धनखड़ ने कहाकि यह जानकर प्रसन्नता हो रही हैकि हालके वर्षों में एक ऐसे इकोसिस्टम का उदय हुआ है, जो गांधीवादी दर्शन केसाथ आम सहमति से सभी की क्षमता और प्रतिभा का पूर्णउपयोग सुनिश्चित कर रहा है।
जगदीप धनखड़ ने कहाकि आज दुनियामें भारत और भारतीयों की एक अलग पहचान है, आज हम सबका सपना है-'एक श्रेष्ठ भारत' का निर्माण और उस सपने का आधार है हमारा गौरवशाली अतीत। उन्होंने विधानसभा में उनके अंतिम भाषण का हवाला देते हुए कहाकि राजनीतिक लोकतंत्र तबतक नहीं टिक सकता, जब तककि इसके आधार पर सामाजिक लोकतंत्र न हो। उपराष्ट्रपति ने महात्मा गांधी के आदर्शों पर खरा उतरने केलिए हरिजन सेवक संघ की सराहना की और भविष्य के प्रयासों केलिए अपनी शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर प्रोफेसर डॉ शंकरकुमार सान्याल अध्यक्ष हरिजन सेवक संघ, स्वामी चिदानंद सरस्वती अध्यक्ष परमार्थ निकेतन ऋषिकेश, नरेश यादव पूर्व सांसद एवं उपाध्यक्ष हरिजन सेवक संघ और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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