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Friday 30 September 2022 02:03:34 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय विधि और न्याय मंत्रालय के विधि एवं कार्यविभाग में हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह हुआ, जिसका विधि और न्यायमंत्री किरेन रिजिजू और राज्यमंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने दीप प्रज्ज्वलित करके शुभारंभ किया। किरेन रिजिजू ने इस अवसर पर कहाकि राजभाषा हिंदी को बढ़ावा देने केलिए विधि एवं कार्यविभाग के हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह में भाग लेकर और लोगों में हिंदी केप्रति उत्साह देखकर बहुत प्रसन्नता हुई। उन्होंने कहाकि यदि हमें हिंदी भाषा को सही मायने में इसका दर्जा प्रदान करना है तो हमें हिंदी को रोजमर्रा की जिंदगी और इसे अपनी कार्यशैली में अपनाना होगा। उन्होंने कहाकि हमें इसबात का ध्यान रखना होगाकि विदेशी भाषा हमारी अपनी भाषाओं के ऊपर हावी न हों।
प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने कहाकि देशकी सभी भाषाएं हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं, लेकिन हिंदी का स्थान सर्वोपरि है। उन्होंने कहाकि तमिल, तेलुगु, बंगाली, असमिया और अन्य सभी प्रांतीय भाषाएं हमारी मौसी हैं और हिंदी हमारी माँ है। विधि सचिव ने स्वागत संबोधन में हिंदी भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला और सरकारी कामकाज में इसके प्रयोग पर बल दिया। दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के प्रोफेसर वीरेंद्र भारद्वाज ने 'राजभाषा हिंदी: दशा और दिशा' विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने हिंदी भाषा की पृष्ठभूमि, इसका महत्व और हिंदी को राजभाषा बनने के उपरांत उसकी वर्तमान दशा और दिशाके बारेमें विचार प्रस्तुत किए तथा राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार केलिए प्रोत्साहित किया।
दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय-1 के छात्रों ने कानून एक वरदान विषय पर एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया, जिसमें नाटक के माध्यम से समाज में फैली कुरीतियों, असमानता और अस्पृश्यता जैसी सामाजिक बुराईयों और इनसे जुड़े नागरिकों के मूल अधिकारों पर प्रकाश डालते हुए विधि के शासन के महत्व को दर्शाया गया। विधि एवं कार्यविभाग में हिंदी पखवाड़ा के दौरान आयोजित विविध प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रमाणपत्र वितरित किए गए। अपर सचिव डॉ अंजु राठी राणा ने कार्यक्रम का संचालन किया और अपर सचिव आरएस वर्मा ने अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।