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Saturday 15 October 2022 01:13:15 PM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से बांग्लादेश के एक युवा प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की। राष्ट्रपति ने प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया और कहाकि वे सभी बांग्लादेश के भावी नेता हैं, वे न केवल बांग्लादेश के भविष्य के संरक्षक हैं, बल्कि भारत एवं बांग्लादेश के अनूठे संबंधों के संरक्षक भी हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि वे आनेवाले वर्ष में दोनों देशों केबीच संबंधों को और भी ज्यादा मजबूत करने में प्रमुख भूमिका निभाएंगे। राष्ट्रपति ने कहाकि यह यात्रा काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह बांग्लादेश की मुक्ति की 50वीं वर्षगांठ, भारत एवं बांग्लादेश केबीच राजनयिक संबंधों की स्थापना और शेख मुजीबुर्रहमान की जन्मशताब्दी के पिछले वर्ष के समारोहों से मिली गति को जारी रखती है। राष्ट्रपति ने कहाकि शेख मुजीबुर्रहमान को भारतमें भी उतनाही सम्मान दिया जाता है और याद किया जाता है, जितना बांग्लादेश में।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहाकि भारत को बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में एक मित्र और भागीदार होने पर गर्व है, भारत अपनी विकास यात्रा को बांग्लादेश केसाथ लगातार साझा कर रहा है और इस भावना को बरकरार रखना हमारे लिए महत्वपूर्ण है, जो हमारे दोनों देशों और हमारे लोगों केबीच गहरी दोस्ती को प्रेरित करती है। उन्होंने कहाकि बांग्लादेश की मुक्ति और उसका उत्थान एवं समृद्धि विश्व समुदाय केलिए एक प्रेरक कहानी है। राष्ट्रपति ने कहाकि बांग्लादेश के युवाओं का अतीत गौरव से और भविष्य वादों से भरा है। उन्होंने कहाकि प्रत्येक भारतीय के दिल और दिमाग में बांग्लादेश की एक खास जगह है, हमारे देशों केबीच गहरे सभ्यतागत संबंध हैं, हम कला, संगीत एवं साहित्य सहित कई चीजें आपस में साझा करते हैं। उन्होंने कहाकि भारत ने हमेशा बांग्लादेश के साथ मित्रता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और हम इसकी पूरी क्षमता का उपयोग करने केलिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहाकि हमारा गहरा सहयोग इस बातको दर्शाता हैकि दोनों देश इस संबंध को कितना महत्व देते हैं। उन्होंने दिल्ली और लंदन में प्रधानमंत्री शेख हसीना केसाथ अपनी हालिया मुलाकातों कोभी याद किया।
राष्ट्रपति ने कहाकि भारत और बांग्लादेश दोनों की आबादी युवा है, भारत की आधी से अधिक आबादी युवाओं की है और बड़ी युवा आबादी केसाथ बांग्लादेश की जनसांख्यिकी स्वरूप हमारे जैसाही है। उन्होंने कहाकि इनोवेटर्स, क्रिएटर्स, बिल्डर्स और भविष्य के नेता के तौरपर दोनों देशों के युवाओं को ग्रीन एनर्जी, स्टार्टअप, वित्तीय, स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्रमें प्रौद्योगिकी से लैस सेवाओं जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों में आपसी तालमेल बढ़ाने की आवश्यकता है। राष्ट्रपति ने कहाकि भारत और बांग्लादेश के लोगों केबीच पहले सेही काफी अच्छे संपर्क हैं, लेकिन हमें उसे और बेहतर करने की जरूरत है, इस मोर्चे पर दोनों देशों के युवा अग्रणी भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने उम्मीद जताईकि प्रतिनिधिमंडल के सदस्य इस अवसर का उपयोग भारतके विभिन्न पहलुओं, विविधता और विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कला आदि से संबंधित क्षेत्रों में विकास पर अंतर्दृष्टि एवं अनुभव प्राप्त करने केलिए करेंगे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहाकि जिस तरह बांग्लादेश के युवा सोनार बांग्ला बनाने केलिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, उसीतरह उन्हें भारत एवं बांग्लादेश के लोगों केबीच शांति, समृद्धि और दोस्ती के स्वर्णयुग की शुरुआत करने केलिए भी उसी लगन और ईमानदारी केसाथ काम करना चाहिए। गौरतलब हैकि बांग्लादेश युवा प्रतिनिधिमंडल कार्यक्रम 2012 में विदेश मंत्रालय और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय की एक संयुक्त पहल के तौरपर शुरू हुआ था। इस युवा कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एक-दूसरे के देशोंकी सद्भावना एवं समझ को बढ़ावा देना, विचारों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना और युवाओं केबीच मूल्यों एवं संस्कृति की समझ को बढ़ावा देना है।