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Friday 21 October 2022 12:34:54 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 'पुलिस स्मृति दिवस' पर नई दिल्ली में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर जाकर शहीद पुलिसकर्मियों को देशकी ओरसे श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने पुलिस स्मृति दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहाकि आज भारत हर क्षेत्रमें तेजीसे प्रगति कर रहा है और आजादी के 75 साल बाद संतोष से कह सकते हैंकि हम निश्चित रूपसे अपने गंतव्य पर दृढ़ इच्छाशक्ति केसाथ और द्रुतगति से बढ़रहे हैं। अमित शाह ने कहाकि देशकी अनगिनत उपलब्धियों की नींवमें देशके वीर जवानों का सर्वोच्च बलिदान है, देशभर के पुलिसबलों और सीएपीएफ के 35000 से ज्यादा जवानों ने आंतरिक सुरक्षा और सीमाओं की रक्षा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। गृहमंत्री ने कहाकि देशकी रक्षा केलिए दिया गया उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, इनके रहते भारत की आंतरिक सुरक्षा को कोई चुनौती नहीं दे सकता, देश हर क्षेत्रमें विकास के रास्ते पर आगे बढ़ता जाएगा।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहाकि पुलिस और सुरक्षाबल देशकी आंतरिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने केलिए कठिन से कठिन परिस्थितियों मेभी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हैं, अपनी ड्यूटी निभाते हैं, इसी कारण भारत जैसा विशाल देश विकास के रास्ते पर अग्रसर है। उन्होंने कहाकि पुलिस के कार्यों में आतंकवादियों से लेकर छोटे अपराधों का सामना करना, बड़े जनसमूह के दौरान व्यवस्था बनाए रखना, आपदा और दुर्घटनाओं के समय सबसे पहले पहुंचकर लोगोंकी जान बचाना शामिल है। अमित शाह ने कहाकि हालही में पूरी दुनिया ने कोविड महामारी का सामना किया है और भारतमें इस महामारी से निपटने केलिए किएगए सामूहिक प्रयासों में हमारे देशके पुलिसबलों के जवान सबसे आगे रहे हैं। अमित शाह ने कहाकि पुलिसकर्मियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों को अस्पताल पहुंचाने से लेकर पीड़ितों को हर संभव सहायता पहुंचाने और लॉकडाउन में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने में अपनी जिम्मेदारियां बहुत अच्छे से निभाई हैं, पुलिसकर्मियों के संगठित प्रयासों से भारत कोविड महामारी के कठिन दौरसे बाहर आ गया है।
अमित शाह ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेतृत्व में में देशके आंतरिक सुरक्षा परिदृश्य में बहुत सकारात्मक बदलाव आया है। उन्होंने कहाकि पहले पूर्वोत्तर, जम्मू-कश्मीर और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों से आएदिन हिंसक घटनाओं के समाचार आते थे, लेकिन 8 साल में उत्तर पूर्व में आर्म्ड फोर्सेस स्पेशल पावर के स्थान पर वहां के युवाओं को अपने उज्जवल भविष्य केलिए स्पेशल पावर दिया जा रहा है। अमित शाह ने कहाकि पूर्वोत्तर में हिंसा की घटनाओं में 70 प्रतिशत से ज्यादा कमी एक खुशहाल उत्तरपूर्व का संकेत है, इसीप्रकार जम्मू कश्मीर में भी कभी युवाओं द्वारा पत्थरबाजी हुआ करती थी, लेकिन आज वही युवा पंच और सरपंच बनकर लोकतांत्रिक तरीके से जम्मू-कश्मीर के विकास में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहाकि वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों मेभी पहले बहुत सारी हिंसक घटनाएं हुआ करती थीं, लेकिन आज वहां एकलव्य स्कूलों में राष्ट्रगान होता है और हरघर में तिरंगा फहराया जाता है।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहाकि देशकी आंतरिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने केलिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बहुत सारे प्रोएक्टिव कदम उठाए हैं और उनको नीचे तक लेजाने का काम देशभर के पुलिसबलों और सीएपीएफ ने किया है। गृहमंत्री ने कहाकि मोदी सरकार सैनिक कल्याण केलिए पूरी तरह से कटिबद्ध है, स्वास्थ्य सेवाएं, हाउसिंग सेटिस्फेक्शन रेश्यो और ड्यूटी के समय के रोस्टर को मानवीय बनाना, इन तीनों बिंदुओं पर गृह मंत्रालय ने बहुत अच्छे तरीके से काम करके निश्चित परिणाम हासिल किए हैं। उन्होंने कहाकि आयुष्मान सीएपीएफ योजना के माध्यम से मोदी सरकार ने लगभग 35 लाख कार्ड वितरित किए हैं और अबतक 20 करोड़ रूपए से अधिक की राशि का भुगतान भी किया जा चुका है। अमित शाह ने कहाकि सीएपीएफ ई-आवास पोर्टल की मदद से क्वार्टरों और पृथक पारिवारिक आवासीय सुविधाओं को सम्यक रूपसे बांटने में बड़ी सहजता हुई है। उन्होंने कहाकि एनसीसी कैडेट्स को रोज़गार में प्रोत्साहन देकर पुलिसबलों में ट्रेंड मैनपावर केलिए कई कदम उठाए गए हैं, सी, बी और ए सर्टिफिकेट केलिए 5, 3 और 2 प्रतिशत मार्क्स का ग्रेस दिया जा रहा है।
अमित शाह ने कहाकि राष्ट्रीय पुलिस स्मारक के रूपमें जो अटल चट्टान हमें दिखाई देती है, वो हमारे पुलिस जवानों की अडिग निडरता और कर्तव्य केप्रति उनकी निष्ठा की परिचायक है। अमित शाह ने कहाकि केंद्र सरकार पुलिसबलों और सीएपीएफ जवानों एवं उनके परिवारों की सुरक्षा और सुविधा केलिए कटिबद्ध है और इसी दिशामें सदैव काम करती रहेगी। कार्यक्रम में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा, निशिथ प्रमाणिक, केंद्रीय गृह सचिव और बड़ी संख्या में पुलिस जवान उपस्थित थे। गौरतलब हैकि आज के दिन पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है, जिसमें शहीद हुए पुलिसवालों को उनके अनुकरणीय बलिदान केलिए याद किया जाता है। इस मौके पर उनके परिजन भी होते हैं, जिनके साथ सरकार सहयोग और आदरभाव प्रकट करती है और उनके लिए योजनाएं प्रस्तुत करती है।