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Sunday 30 October 2022 04:52:45 PM
नई दिल्ली। संयुक्तराष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवादरोधी समिति (यूएनएससी सीटीसी) के प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। यह प्रतिनिधिमंडल 28-29 अक्टूबर को मुंबई और दिल्ली में यूएनएससी सीटीसी की विशेष बैठक में भाग लेने केलिए भारत आया। राष्ट्रपति ने प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों का स्वागत करते हुए मुंबई में 26/11 के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देकर भारत की यात्रा शुरू करने की उनकी भावना की सराहना की। उन्होंने कहाकि भारत दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूपमें दुनियामें सबसे खुले और विविध समाजों मेसे एक है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहाकि भारत दशकों से आतंकवाद का शिकार है और आतंकवाद केसभी रूपों एवं अभिव्यक्तियों से लड़ने केलिए भारत की राष्ट्रीय प्रतिबद्धता है। उन्होंने इस बातपर जोर दियाकि आतंकवाद केसभी कृत्यों केप्रति जीरो टॉलरेंस, चाहे उसकी मंशा कुछभी हो, वैश्विक काउंटर टेरर आर्किटेक्चर को आकार देनेमे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का मार्गदर्शक दृष्टिकोण होना चाहिए। संयुक्तराष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि राजदूत रुचिरा कंबोज ने सीटीसी के अध्यक्ष के रूपमें अपनी क्षमता में राष्ट्रपति को यूएनएससी सीटीसी के कामकाज और इसकी प्राथमिकताओं के बारेमें बताया।
संयुक्तराष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष एवं गैबॉन के विदेश मंत्री माइकल मौसा एडमो और भारत के विदेशमंत्री डॉ एस जयशंकर ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को यूएनएससी सीटीसी के विचार-विमर्श के मुख्य पहलुओं और आगेके कार्यक्रमों से अवगत कराया, जैसाकि अपनाई गई दिल्ली घोषणा में उल्लेखित है। बैठक में भाग लेनेवाले गणमान्यों में घाना की विदेश मंत्री शर्ली अयोरकोर बोचवे, संयुक्तअरब अमीरात के अंतर्राष्ट्रीय सहयोग राज्यमंत्री रीम इब्राहिम अल हाशिमी और अल्बानिया की उप विदेशमंत्री मेगी फिनो शामिल थीं। इस अवसर पर अवर महासचिव संयुक्तराष्ट्र कार्यालय आतंकवाद विरोधी कार्यालय व्लादिमीर वोरोंकोव सहित संयुक्तराष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।