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Thursday 10 November 2022 02:13:15 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और अमेरिका की वाणिज्य मंत्री जिना रायमॉन्डो ने आज वर्चुअल माध्यम से 'इंडिया-यूएस सीईओ फोरम' की संयुक्त अध्यक्षता फोरम सेक्टर सम्बंधी प्रमुख विषयों पर संवाद किया। दोनों देशों के वाणिज्य मंत्रियों ने कहाकि दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं के परस्पर लाभ के सम्बंध में नजदीकी सहयोग के क्षेत्रोंकी पहचान केलिए फोरम कारगर मंच के रूपमें निरंतर कार्य कर रहा है। वर्चुअल बैठक में अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजित संधू, सीईओ फोरम में भारत और अमेरिका की अग्रणी कंपनियों के सीईओ और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया। फोरम के सहअध्यक्ष टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन और लॉकहीड मार्टिन के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स टायक्लेट हैं।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने फोरम में भारत-अमेरिका आर्थिक सम्बंधों में महत्वपूर्ण प्रगति को रेखांकित किया और कहाकि भारत-अमेरिका आर्थिक संबंधों का आधार निरंतरता, उभरती प्रौद्योगिकियां, वैश्विक रूपसे सकारात्मक आपूर्ति श्रृंखला और छोटे व्यापार हैं। उन्होंने इस गति को बनाए रखने केलिए ऐसे संवादों को उपयोग करने के महत्व कोभी दोहराया। अमेरिका की वाणिज्य मंत्री जिना रायमॉन्डो ने वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, सहअध्यक्षों और सीईओ फोरम के सदस्यों को उनकी सहभागिता तथा भारत-अमेरिका केबीच द्विपक्षीय साझेदारी को बढ़ावा देनेवाले साझा महत्व के क्षेत्रोंकी पहचान करने केलिए धन्यवाद दिया। भारत-अमेरिका के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने दोनों देशों की सरकारों के परिवर्तनशील सुधारों और द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत बनाने की पहलों की सराहना की।
भारत और अमेरिका ने दिसंबर 2014 में 'इंडिया-यूएस सीईओ फोरम' के पुर्नगठन केबाद से फोरम का आयोजन छठवीं बार किया है। इस मौके पर सात कार्यसमूहों के अंतर्गत मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने मजबूत साझेदारी और विभिन्न महत्वपूर्ण सेक्टरों में प्रगति को बढ़ावा देने केलिए प्राथमिक क्षेत्रों केबारे में जानकारी दी। इन सेक्टरों में उद्यमिता, छोटे व्यापारों को प्रोत्साहन, स्वास्थ्य सुविधा और औषधि, एयरोस्पेस एवं रक्षा, आईसीटी व डिजिटल अवसंरचना, ऊर्जा, जल एवं पर्यावरण, अवंसरचना एवं निर्माण, वित्तीय सेवाएं, कारोबार एवं निवेश आदि शामिल हैं। आशा व्यक्त की गईकि फोरम में हुए संवाद एक प्रारूप केतौर पर काम करेंगे, जिसके तहत अगले वर्ष की शुरूआत में होनेवाले ‘इंडिया-यूएस सीईओ फोरम’ के अगले संस्करण के दौरान कतिपय सिफारिशों को आकार दिया जाएगा।