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खाताधारक साइबर धोखाधड़ी से सावधान रहें!

खाते में किसी तीसरे व्यक्ति के मोबाइल नंबर का प्रयोग न करें

भारतीय डाक भुगतान बैंक ने साइबर ठगी से किया सावधान

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 1 December 2022 12:13:47 PM

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नई दिल्ली। भारतीय डाक भुगतान बैंक ने अपने ग्राहकों को साइबर धोखाधड़ी से सावधान किया है। कई धोखाधड़ी गतिविधियों में वृद्धि के कारण जहां जालसाज ग्रामीणों, आदिवासियों और कम पढ़े-लिखे लोगों के नामपर यह प्रलोभन देकर कि खाताधारकों को विभिन्न सरकारी योजनाओं केतहत मौद्रिक लाभ मिलेगा, फर्जी खाते खोलते हैं, बैंक खाताधारकों को अज्ञात व्यक्तियों केसाथ अपना व्यक्तिगत विवरण साझा करते समय सावधान रहने की आवश्यकता है। इन खातों का उपयोग वास्तविक खाताधारकों की जानकारी से अलग विभिन्न साइबर अपराधों में अवैध धन के लेनदेन केलिए किया जाता है। आईपीपीबी सलाह देता हैकि ग्राहक बैंक खाता खोलने केलिए किसी तीसरे व्यक्ति के मोबाइल नंबर का उपयोग न करें और लेन-देन की वास्तविकता को जाने बिना कोई पैसा स्वीकार न करें या न भेजें।
भारतीय डाक भुगतान बैंक ने ग्राहकों को सलाह दी हैकि वे अपने बैंक खाते का नियंत्रण साझा न करें जैसेकि उनकी ओर से लेन-देन करने केलिए अज्ञात व्यक्तियों केसाथ अपने मोबाइल बैंकिंग विवरण साझा न करें। ग्राहक अपने भारतीय डाक भुगतान बैंक खाते का विवरण नौकरी की पेशकश का लालच देने वाले या सोशल मीडिया के माध्यम से आसानी से पैसे कमाने का मौका देने वाले लोगों केसाथ साझा न करें, लेन-देन करने या पैसा भेजने से पहले कंपनी और व्यक्ति को सत्यापित करना चाहिए। भारतीय डाक भुगतान बैंक खाता खोलने केबाद ग्राहक पहचान डेटा को समय-समय पर अपडेट करता है और ऐसे धोखेबाजों द्वारा दुरुपयोग से बचाने केलिए उनके लेनदेन की निगरानी भी की जाती है। भारत सरकार के स्वामित्व वाली 100 प्रतिशत निवेश केसाथ संचार मंत्रालय के डाक विभाग के अंतर्गत भारतीय डाक भुगतान बैंक की स्थापना की गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 सितंबर 2018 को भारतीय डाक भुगतान बैंक की शुरूआत की थी। आईपीपीबी की स्थापना भारत में आम आदमी केलिए सबसे सुलभ, किफायती और भरोसेमंद बैंक बनाने की परिकल्पना केसाथ की गई है। भारतीय डाक भुगतान बैंक का मौलिक जनादेश बिना बैंक खाते वाले और कम बैंक खाते वाले लोगों केलिए बाधाओं को दूर करना और 155,000 डाकघरों एवं 300,000 डाक कर्मचारियों वाले डाक नेटवर्क का लाभ उठाते हुए देशके हर कोने तक पहुंचना है। आईपीपीबी की पहुंच और इसका संचालन मॉडल इंडिया स्टैक के प्रमुख स्तंभों-सीबीएस एकीकृत स्मार्टफोन और बायोमेट्रिक डिवाइस से ग्राहकों के दरवाजे पर सरल और सुरक्षित तरीके से पेपरलेस, कैशलेस और उपस्थिति रहित बैंकिंग को सक्षम करने पर आधारित है।
भारतीय डाक भुगतान बैंक मितव्ययी नवाचार का लाभ उठाते हुए और जनता केलिए बैंकिंग में आसानी पर उच्च ध्यान देने केसाथ 13 भाषाओं में उपलब्ध सहज ज्ञान युक्त इंटरफेस के माध्यम से सरल और किफायती बैंकिंग समाधान प्रदान करता है। आईपीपीबी कम नकदी वाली अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और डिजिटल इंडिया की परिकल्पना में योगदान देने केलिए प्रतिबद्ध है एवं इसके अनुसार भारत तब समृद्ध होगा, जब प्रत्येक नागरिक केपास आर्थिक रूपसे सुरक्षित और सशक्त होने के समान अवसर होंगे। आईपीपीबी का आदर्श वाक्य सच साबित होता हैकि-प्रत्येक ग्राहक महत्वपूर्ण है, प्रत्येक लेन-देन महत्वपूर्ण है और प्रत्येक जमापूंजी मूल्यवान है। इस संबंध में marketing@ippbonline.in लिंक पर अधिक जानकारी ले सकते हैं।

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