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Tuesday 6 December 2022 11:56:46 AM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की जी-20 अध्यक्षता से जुड़े पहलुओं पर चर्चा करने केलिए सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक में देशभर के राजनैतिक नेतृत्व ने सक्रिय रूपसे हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत की जी-20 अध्यक्षता पूरे राष्ट्र की है तथा यह समस्त विश्व के सामने भारत की क्षमता को प्रदर्शित करने का अनोखा अवसर है। प्रधानमंत्री ने कहाकि आज भारत के प्रति दुनिया में जिज्ञासा और आकर्षण है, जिससे भारत की जी-20 अध्यक्षता की संभावनाएं और प्रबल हो जाती हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीमवर्क की महत्ता पर जोर दिया और जी-20 के विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन में सभी नेताओं के सहयोग की आकांक्षा व्यक्त की। उन्होंने कहाकि जी-20 अध्यक्षता एक ऐसा अवसर होगा, जब भारत की छवि पारंपरिक महानगरों से बाहर निकलकर देशके अन्य भागों में परिलक्षित होगी, इस तरह हमारे देशके हरभाग का अनोखापन उजागर होगा। भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान बड़ी संख्या में भारत आने वाले आगंतुकों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने उन स्थानों पर पर्यटन को प्रोत्साहित करने तथा स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ाने की क्षमता का उल्लेख किया, जहां जी-20 की बैठकें आयोजित की जाएंगी। प्रधानमंत्री ने भारत की जी-20 अध्यक्षता केप्रति अपना समर्थन देने केलिए वैश्विक राजनेताओं का आभार व्यक्त किया और उन्हें धन्यवाद दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्बोधन के पहले विभिन्न राजनेताओं ने भारत की जी-20 अध्यक्षता पर अपने अमूल्य विचार रखे, इनमें जेपी नड्डा, मलिकार्जुन खरगे, ममता बनर्जी, नवीन पटनायक, अरविंद केजरीवाल, वाईएस जगनमोहन रेड्डी, सीताराम येचुरी, चंद्रबाबू नायडू, एमके स्टालिन, एडाप्पडी के पलानीस्वामी, पशुपतिनाथ पारस, एकनाथ शिंदे और केएम कादर मोहीदीन शामिल थे। गृहमंत्री और वित्तमंत्री ने संक्षेप में अपनी बात रखी। भारत की जी-20 अध्यक्षता पर विभिन्न पक्षों को शामिल करते हुए एक विस्तृत प्रस्तुतिकरण भी पेश किया गया। बैठक में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी, भूपेंद्र यादव और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा भी उपस्थित थे।