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Saturday 10 December 2022 12:38:50 PM
मुंबई। भारत की पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल बिस्वजीत दास गुप्ता के नेतृत्व में नौसेना के प्रतिनिधिमंडल एवं भारतीय नौसेना के तीन युद्धपोतों ने कॉक्स बाज़ार में बांग्लादेश के पहले इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू में भाग लिया। पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बांग्लादेश नौसेना के जहाजों और छह अन्य देशों के आठ जहाजों वाले इंटरनेशनल फ्लीट की समीक्षा की। तीन जहाजों केसाथ भारतीय नौसेना का दल इस आईएफआर में भाग लेनेवाली विदेशी नौसेनाओं में सबसे बड़ा था, बाकी पांच जहाज चीन, मलेशिया, म्यांमार, थाईलैंड एवं संयुक्तराज्य अमेरिका इंटरनेशनल फ्लीट में शामिल थे।
भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व करनेवाले तीन जहाज गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर आईएनएस कोच्चि, एंटी-सबमरीन वारफेयर कार्वेट आईएनएस कवारत्ती और अपतटीय गश्ती पोत सुमेधा सभी स्वदेश में डिजाइन और निर्मित युद्धपोत हैं। बांग्लादेश में इस बहुराष्ट्रीय कार्यक्रम में इन जहाजों की उपस्थिति ने भारतीय शिपयार्डों की स्वदेशी जहाज निर्माण क्षमताओं को प्रदर्शित करने में योगदान दिया। इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू के मौके पर वाइस एडमिरल बिस्वजीत दास गुप्ता ने बांग्लादेश नौसेना के नौसेना प्रमुख एडमिरल एम शाहीन इकबाल से मुलाकात की। उन्होंने ईरान, मालदीव, म्यांमार, रिपब्लिक ऑफ कोरिया और यूएसए के प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों के साथ भी द्विपक्षीय बातचीत की।
बांग्लादेश का यह पहला इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू था, जो बांग्लादेश की मुक्ति के 50 साल पूरे होनेके जश्न और 'स्वर्णिम विजय वर्ष' केसाथ-साथ हर साल 6 दिसंबर को मनाए जानेवाले 'मैत्री दिवस' का पूरक है, जो भारत और बांग्लादेश केबीच औपचारिक राजनयिक संबंधों की स्थापना का प्रतीक है। इस तरह बांग्लादेश के आयोजित पहले आईएफआर में भारतीय नौसेना की उपस्थिति भारत और बांग्लादेश केबीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों और समुद्री क्षेत्रमें रक्षा सहयोग को मजबूत करने में भारतीय नौसेना की भूमिका की पुष्टि होती है।