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Friday 30 December 2022 01:06:54 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीमा सुरक्षा बल के 'प्रहरी' मोबाइल ऐप एवं मैनुअल का लोकार्पण किया और कहाकि यह ऐप सक्रिय शासन का एक बड़ा उदाहरण है, अब जवान व्यक्तिगत एवं सेवा संबंधी जानकारी, आवास, आयुष्यमान-सीएपीएफ व अवकाश से संबंधित जानकारी अपने मोबाइल पर प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहाकि जीपीएफ, बायोडाटा हो या केंद्रीकृत लोकशिकायत निवारण और मॉनीटरिंग प्रणाली पर समस्या निवारण या कई कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी हो, अब जवान ऐप के जरिए यह सब जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और ऐप उन्हें गृह मंत्रालय के पोर्टल से भी जोड़ेगा। उन्होंने कहाकि 13 मैनुअल में प्रतीक्षित रिविजन तथा अपडेट से ऑपरेशन, एडमिनिस्ट्रेशन एवं ट्रेनिंग की कार्यों की बेहतर समझ बढ़ेगी और कार्यों में तेजी आएगी, इसके लिए बीएसएफ़ के महानिदेशक पंकज कुमार और बीएसएफ़ टीम को बधाई! अमित शाह ने कहाकि इससे बीएसएफ जवानों और अधिकारियों को काम करने में सहूलियत होगी, ये नए इनीशिएटिव बीएसएफ़ के काम में सरलता लाएंगे।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहाकि सीमा सुरक्षा बल देशकी सबसे कठिन सीमा की निगरानी करती है। उन्होंने कहाकि अटलजी ने वन बॉर्डर वन फोर्स का जो नियम बनाया, उसके बाद पाकिस्तान और बांग्लादेश से सटी हमारी सीमाओं की जिम्मेदारी बीएसएफ के जिम्मे आई है और बीएसएफ के वीर जवान बड़ी ही सजगता, सुदृढ़ता और मुस्तैदी केसाथ सातत्यपूर्ण प्रयासों से इन सीमाओं की सुरक्षा करते हैं। उन्होंने कहाकि देशकी सीमाओं की सुरक्षा पिलर या फेंसिंग नहीं, बल्कि उस सीमा पर खड़े जवान की वीरता, देशभक्ति एवं सजगता ही कर सकती है। अमित शाह ने कहाकि देश के गृहमंत्री होने के नाते इस मौके पर वे बीएसएफ के जवानों की वीरता, सतर्कता और सजगता की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हैं। अमित शाह ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल हीमें वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम शुरू किया है, उन्होंने सभी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स से आग्रह कियाकि उन्हे वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम से गांव के अंदर टूरिज्मबढ़ाने, गांव को आत्मनिर्भर और संपूर्ण सुविधायुक्त बनाने की दिशामें प्रयास करना चाहिए। अमित शाह ने कहाकि बॉर्डर सिक्योरिटी तभी हो सकती है, जब बॉर्डर के गांव के अंदर आबादी होगी, सीमाओं पर जवानों की तैनाती केसाथ स्थाई सिक्योरिटी गांव में बसे हुए देशभक्त नागरिक ही दे सकते हैं और सभी बॉर्डर गार्डिंग फोर्स को इसे और मजबूत करना होगा।
गृहमंत्री ने कहाकि सीमा सुरक्षा बल का उल्लेखनीय इतिहास है और अबतक इसे एक महावीर चक्र, 4 कीर्ति चक्र, 13 वीर चक्र और 13 शौर्य चक्र सहित अनेक वीरता सम्मान प्रदान किए जा चुक हैं। अमित शाह ने कहाकि बीएसएफ की वीरता पर एक पुस्तक लिखी जा सकती है। गृहमंत्री ने कहाकि पिछले 3 वर्ष में बीएसएफ के माध्यम से 26000 किलो नारकोटिक्स की जब्ती की गई, 2500 आर्म्स और एम्युनिशन पकड़े गए हैं, हालांकि सीमा पर एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी अभी प्रयोगात्मक स्टेज पर है, लेकिन इसमें काफी हदतक सफलता मिली है। उन्होंने कहाकि बीएसएफ ने विगत 6 माह के अंदरही पश्चिमी सीमा पर 22 ड्रोन गिराने का काम किया है, जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, साथही नापाक इरादों केसाथ नारकोटिक्स और टेररिज्म फैलाने केलिए हथियार लानेवाले ड्रोन परभी सफलता प्राप्त हुई है। गृहमंत्री ने कहाकि नोएडा में बीएफएफ ड्रोन और साइबर फोरेंसिक लैब स्थापित किया गया है, जिससे पकड़े गए ड्रोन से इसके लिंकेज और बॉर्डर पार के स्थान की बहुत अच्छी तरीके से मैपिंग और पहचान की जा सकती है।
अमित शाह ने कहाकि मुश्किल भौगोलिक परिस्थिति के कारण सीमा पर कुछ स्थानों पर फेंसिंग नहीं हो पाती थी, बीएसएफ ने वहां पर इलेक्ट्रॉनिक तरीके से सर्विलांस केलिए इनहाउस टेक्नोलॉजी विकसित की है, जिसकी कीमत बहुत कम है और इसकी एफिशिएंसी बहुत ज्यादा है। अमित शाह ने कहाकि बीएसएफ के जवान दिनरात की मुस्तैदी केसाथ बॉर्डर को सुरक्षित करने में सफल हुए हैं और मुश्किल स्थानों पर 140 किलोमीटर फेंसिंग और लगभग 400 किलोमीटर सडकों का निर्माण पूरा हो गया है, साथही 120 से ज्यादा बॉर्डर आउटपोस्ट्स का निर्माण किया जा चुका है। गृहमंत्री ने कहाकि बीएसएफ़ के जवान -40 डिग्री से लेकर 46 डिग्री टेंपरेचर तक खड़े रहकर जितनी सजगता से बॉर्डर पर देशकी सुरक्षा करते हैं, उतनी ही सजगता से नरेंद्र मोदी सरकार उनके परिवार की देखभाल कररही है। अमित शाह ने कहाकि हाउसिंग केलिए एक नया ऐप बनाया है, इसकी लॉंचिंग के 2 महीने के अंदर ही 10 प्रतिशत हाउसिंग सेटिस्फेक्शन रेशो बढ़ गया है, जो बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहाकि एक प्रोएक्टिव गवर्नेंस कैसे हो सकती है, यह इसका भी उदाहरण है।
गृहमंत्री ने कहाकि सरकार ने बॉर्डर इंडिया डेवलपमेंट केलिए भी ढेर सारे काम किए हैं, नौ इंटीग्रेटेड चैकपोस्ट विकसित की है और 14 और बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। गृहमंत्री ने बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों से कहाकि भारत सरकार और राज्य सरकारों के बॉर्डर जिलों के अंदर जनकल्याण के जितने भी कार्यक्रम हैं, उनका जिला कलेक्टर केसाथ मिलकर शत-प्रतिशत इंप्लीमेंटेशन बहुत जरूरी है। उन्होंने कहाकि जो लोग बॉर्डर के गांव छोड़ रहे हैं, अगर हम उन्हें प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना से लैस कर देते हैं तो उन्हें वहां रहने का कारण मिलता है, साथही अगर उन्हें गैस, बिजली और पीने के पानी की सुविधाओं से युक्त कर देते हैं तो उन्हें भी लगेगाकि हमारी कोई चिंता कर रहा है और उन्हें यहीं रहना चाहिए। गृहमंत्री ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आत्मनिर्भर बनाने केलिए जो इनीशिएटिव लिए हैं, उन्हें प्रायोरिटी केसाथ बॉर्डर के क्षेत्रों में लागू करना बहुत जरूरी है और इसमें बॉर्डर पर तैनात सुरक्षाबलों विशेषकर बीएसएफ की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस अवसर पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, केंद्रीय गृह सचिव, बीएसएफ के महानिदेशक, केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिव, केंद्रीय गृह मंत्रालय, केंद्रशासित प्रदेशों और बीएसएफ़ के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।