स्वतंत्र आवाज़
word map

जयपुर में जांच एजेंसियों के प्रमुखों का सम्मेलन

विषय 'जांच और अभियोजन में सहायता के लिए अत्‍याधुनिक तकनीकें'

जांच एजेंसियों और अभियोजन विंग केबीच समन्‍वय जरूरी-गृह राज्यमंत्री

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 6 January 2023 04:40:39 PM

conference of heads of investigative agencies in jaipur

जयपुर। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्‍यानंद राय ने केंद्रीय गुप्तचर प्रशिक्षण संस्थान जयपुर में जांच एजेंसियों के प्रमुखों के तीसरे द्विवार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा हैकि इस वर्ष सम्‍मेलन का विषय 'जांच और अभियोजन में सहायता के लिए अत्‍याधुनिक तकनीकें' वर्तमान में बहुत प्रासंगिक है। उन्होंने कहाकि यह आवश्‍यकता महसूस की गई हैकि जांच के दौरान कानूनों के पर्याप्‍त ज्ञान और उनके उचित उपयोग तथा जांच की गुणवत्ता में सुधार केलिए विभिन्‍न जांच एजेंसियों और अभियोजन विंग केबीच बेहतर समन्‍वय होना जरूरी है। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि जांच और अभियोजन में सहायता एवं लोक प्रशासन में पुलिस सबसे अहम शाखा है, जो सार्वजनिक जीवन के हर क्षेत्रमें अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करती है। उन्होंने कहाकि पुलिस राष्ट्र की आंतरिक शांति और सद्भाव की प्रहरी है, जिसकी किसीभी राष्ट्र और उसके नागरिकों को सबसे अधिक आवश्यकता होती है।
गृह राज्यमंत्री नित्‍यानंद राय ने कहाकि भारतीय पुलिसबलों को आवश्‍यक बौद्धिक, भौतिक और संगठनात्‍मक संसाधनों से लैस करके पुलिस केसाथ-साथ आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करने केलिए स्‍मार्ट बलों के रूपमें बदलना हमारा दायित्‍व है। उन्होंने कहाकि पुलिस मानव समाज की सुरक्षा सुनिश्चित करती है, जिससे वह देशकी विकास यात्रा की एक अनिवार्य अंग बन जाती है। नित्यानंद राय ने कहाकि वर्तमान में अपराधों में बदलते हुए प्रतिरूपों को ध्यान में रखते हुए जांच में वैज्ञानिक सहायता का इस्तेमाल आजकी आवश्यकता है एवं पुलिस को स्वयं को फोरेंसिक्स व पुलिस संबंधित कम्प्यूटर अनुप्रयोगों पर अपडेट रखना पड़ेगा, ताकि नवीनतम तकनीकों का उपयोग सही दिशा एवं उपयुक्त समय पर होता रहे। उन्होंने कहाकि पुलिस ही मानव जीवन के प्रत्येक पहलुओं की रक्षा करती है और वह अंगों के प्रत्यारोपण केलिए परिवहन के लिए ग्रीन कॉरिडोर भी प्रदान कर रही है, इसलिए यह कहना अतिशयोक्ति नहीं हैकि मानव जीवन का कोईभी क्षेत्र ऐसा नहीं है, जहां पुलिस महत्वपूर्ण भूमिका नहीं निभाती।
नित्यानंद राय ने कहाकि जनसांख्यिकी, भाषा, संस्कृति और धर्म की विविधता हमारे देश की ताकत है, पुलिस के कार्य लोगों की विविधता और संवेदनशीलता केप्रति सम्मानजनक होने चाहिएं। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि नरेंद्र मोदी सरकार ने वर्ष 2021-2026 की अवधि केलिए 26,275 करोड रुपये के कुल केंद्रीय परिव्‍यय केसाथ पुलिसबलों के आधुनिकीकरण की अंब्रेला योजना को जारी रखने को मंजूरी दी है। उन्होंने कहाकि आज की पुलिस प्रधानमंत्री के स्मार्ट पुलिसिंग की संकल्पना का अनुसरण करते हुए कर्तव्यनिष्ठ, जनता केप्रति संवेदनशील, आधुनिक, दक्ष, जनसेवा केलिए सदैव तत्पर, उत्तरदायी, विश्वसनीय, तकनीकि में प्रवीण एवं समग्र रूप से सुप्रशिक्षित हो रही है। नित्यानंद राय ने कहाकि गृहमंत्री अमित शाह देश की आंतरिक सुरक्षा की मजबूती को देश के विकास केसाथ देखते हैं, उनका मानना हैकि यदि आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करना है तो पुलिस को आधुनिक करना पड़ेगा, उसे सक्षम बनाने केलिए प्रशिक्षित करना पड़ेगा, अच्छी टेक्नोलॉजी से लैस करना पड़ेगा, सहायता केलिए एक अच्छा सिस्टम बनाना पड़ेगा और यह सिस्टम एवं रणनीति सातत्यपूर्ण होनी चाहिए।
गृह राज्यमंत्री ने कहाकि पिछले साल अक्टूबर में चिंतन शिविर में गृहमंत्री ने कहा थाकि सभी राज्यों को दोषसिद्धि दर बढ़ाने केलिए फॉरेंसिक विज्ञान का अधिकतम उपयोग करना चाहिए और केंद्र सरकार राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय बनाकर हर संभव मदद उपलब्ध करवा रही है। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि बीपीआरएंडडी अपनी स्थापना के समय सेही उत्तम कार्यप्रणालियों और मानकों के प्रोत्साहन से पुलिस की क्षमता निर्माण, प्रशासनिक एवं सुधारात्मक सुधार, आधुनिकीकरण और उन्नयन की आवश्यकता के हरक्षेत्र के विकास में शामिल रहा है। दो दिनी सम्मेलन का आयोजन पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्‍यूरो ने किया। समारोह में पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्‍यूरो के महानिदेशक बालाजी श्रीवास्‍तव, राज्यों-केंद्रशासित प्रदेशों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों तथा केंद्रीय पुलिस संगठनों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]