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Thursday 19 January 2023 04:50:51 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के 18वें स्थापना दिवस पर आज नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूपमें शामिल हुए और एनडीआरएफ को आपदा प्रबंधन की उल्लेखनीय सेवाओं केलिए अलंकरण प्रदान किए और विभिन्न खेल एवं प्रोफेशनल प्रतियोगिताओं के विजेता यूनिट्स को पुरस्कृत किया। नित्यानंद राय ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की एक प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। नित्यानंद राय ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में एनडीआरएफ आपदा प्रबंधन के क्षेत्रमें अपनी नि:स्वार्थ मानवीय सेवाओं के कारण आपदा प्रतिक्रिया और आपदा न्यूनीकरण के क्षेत्रमें अपनी एक उत्कृष्ट पहचान बना चुका है और निरंतर नई ऊंचाईयों को हासिल कररहा है। उन्होंने कहाकि एनडीआरएफ अबतक 8,500 से ज्यादा बचाव अभियानों के दौरान लगभग 1.5 लाख से ज्यादा लोगों को बचा चुका है तथा 7.5 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
गृह राज्यमंत्री ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वपूर्ण निर्णयों के परिणामस्वरूप आज भारत आपदा प्रबंधन के क्षेत्रमें काफी प्रगति कर चुका है, इसीका परिणाम हैकि प्रारंभ में एनडीआरएफ में वाहिनियों की संख्या मात्र 8 थी, जो अब बढ़कर 16 हो गई है, इसके साथही एनडीआरएफ की टीमें देश के 28 शहरों में रीजनल रिस्पांस सेंटर के रूपमें किसीभी आपदा में त्वरित कार्रवाई केलिए तैनात हैं। नित्यानंद राय ने कहाकि एनडीआरएफ का गठन भारत सरकार ने प्राकृतिक एवं मानवनिर्मित आपदाओं से निपटने केलिए किया था और अपनी स्थापना से लेकर अबतक बल निरंतर राहत एवं बचाव कार्यों में संलग्न रहते हुए आपदा के क्षेत्र में नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहाकि यह बल की कार्यकुशलता एवं अभ्यास काही परिणाम हैकि गत वर्षों में आई विभिन्न आपदाओं के दौरान होनेवाले जानमाल के नुकसान का प्रबंधन करने में हम औरभी ज्यादा सक्षम हुए हैं। उन्होंने कहाकि एनडीआरएफ देश का एकमात्र ऐसा बल है, जो देश में किसीभी क्षेत्रमें आपदाओं के दौरान त्वरित प्रतिक्रिया प्रदान करने केलिए बहुकुशल बचावकर्मी, उच्च तकनीक तथा आधुनिक उपकरणों केसाथ कम से कम समय में पहुंचता है।
नित्यानंद राय ने कहाकि सभी प्रकार की आपदाओं केलिए प्रभावी समय में अपनी विशेष प्रतिक्रिया के कारण एनडीआरएफ आपदा प्रतिक्रिया का सबसे चर्चित नाम बन गया है, इमारत ढहने, बाढ़, बादल फटना, भूस्खलन और ट्रेन दुर्घटनाओं आदि जैसी दुर्घटनाओं के दौरान एनडीआरएफ की प्रदर्शित क्षमता को प्रत्येक स्तर पर सराहा गया है। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि बीते वर्षों में देशमें विभिन्न आपदाओं जैसे चक्रवात और बाढ़ के समय प्रधानमंत्री ने स्वयं गृह मंत्रालय और संबंधित राज्य सरकारों केसाथ आपदा से निपटने केलिए तैयारियों का जायजा लिया एवं भौतिक रूपसे भी आपदा प्रभावित क्षेत्रका दौरा किया, जिससे इन आपदाओं पर काबू पाने में सफलता मिली। उन्होंने कहाकि गृहमंत्री अमित शाह ने भी आपदा प्रबंधन के कार्यों एवं योजनाओं की समय-समय पर गहन समीक्षा की और एनडीआरएफ को बहुमूल्य दिशा-निर्देश दिए हैं। नित्यानंद राय ने कहाकि एनडीआरएफ स्थानीय स्तरपर नागरिकों को बेहतर ढंग से तैयार करने हेतु विभिन्न जनजागरुकता अभियानों और विद्यालय सुरक्षा अभियानों के जरिए अपना योगदान दे रहा है।
एनडीआरएफ ने नेहरु युवा केंद्र संगठन के स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित करके डिजास्टर रिस्पांस टीम विकसित करने केलिए देश के मल्टी हेज़र्ड जिलों में आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण शुरू किया है और अबतक अपनी सभी बटालियनों और रीजनल रिस्पांस सेंटर में 10 हजार से अधिक स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित कर चुका है तथा वर्ष 2024 तक 70 हजार से अधिक स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि प्रधानमंत्री आपदा प्रबंधन को लेकर अत्यंत गंभीर हैं और समय-समय पर इस विषय पर आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान करते हैं, इसी संदर्भ में उन्होंने वर्ष 2016 में आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर एशियाई मंत्रियों के सम्मलेन में 10 सूत्रीय एजेंडा दिए थे, जो आपदा के क्षेत्र में हम सबका मार्गदर्शन कर रहे हैं। इसके साथही एनडीआरएफ ने शंघाई सहयोग संगठन संयुक्त अभ्यास-2019 तथा बिम्सटेक-2020 जैसे अंतर्राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अभ्यासों का आयोजन किया, जिससे किसीभी आपदा की स्थिति को आपसी सहयोग से निपटा जा सके। जनवरी 2020 में नागपुर में विश्वस्तरीय एनडीआरएफ अकादमी की आधारशिला केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रखी थी, जो जल्द ही तैयार हो जाएगी और इसमें न केवल भारतीय, बल्कि अन्य मित्र देशों के प्रशिक्षुओं कोभी उच्चस्तरीय आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण दिया जा सकेगा।
नित्यानंद राय ने कहाकि इस वर्ष जी20 की अध्यक्षता भारत के पास है और इस बारेमें आज हर भारतीय गौरवांवित महसूस कर रहा है। उन्होंने कहाकि एनडीआरएफ और परमाणु ऊर्जा विभाग के दिशा-निर्देशन में सभी हितधारकों को जागरुक करने का काम किया जाएगा, जो विभिन्न देशों से आनेवाले प्रतिनिधियों के आपदा-प्रबंधन की देख-रेख करेंगे। उन्होंने कहाकि एनडीआरएफ कर्मियों ने आपदा के समय नागरिकों के जीवन और संपत्ति को बचाने केलिए बहादुरी केसाथ कई चुनौतियों का सामना करते हुए कईबार अपने बहुमूल्य जीवन को खतरे मेभी डाला है। उन्होंने कहाकि यह देश उन सभी एनडीआरएफ शहीदों का ऋणी है, जिन्होंने आपदा के दौरान लोगों की जान बचाने का कर्तव्य निभाते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। एनडीआरएफ के स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने भी बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। स्थापना दिवस समारोह में एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवल, गृह मंत्रालय, केंद्रीय पुलिस बलों के वरिष्ठ अधिकारी, एनडीआरएफ के अधिकारी-कर्मचारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।