स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 24 January 2023 05:33:16 PM
नई दिल्ली। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने 'प्रौद्योगिकी का उपयोग और चुनावी निष्ठा' विषय पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए चुनाव प्रबंधन निकायों के सामने मौजूद गंभीर चुनौतियों पर ईएमबी के कामकाज केसाथ प्रौद्योगिकी के संगम पर नए मीडिया के असर पर जोर दिया, इसमें भी खासकर सोशल मीडिया के असर पर। उन्होंने कहाकि डीप फेक नैरेटिव का विचलित करने वाला चलन दुनियाभर में चुनावों में आम बात हो गया है, जहां विघटनकारी तत्व लोगों की धारणा को बदलने का प्रयास करते हैं और बारबार लगातार डीप फेक बातों को तथ्य के रूपमें प्रस्तुत करके यूजर को भ्रमित करते हैं। पिछले सम्मेलन के अपने मुख्य भाषण को याद करते हुए सीईसी ने कहाकि सोशल मीडिया मध्यवर्तियों केपास अपनी एल्गोरिद्म शक्ति और एआई के जरिए सक्रिय रूपसे डीप फेक्स का पता लगाने की क्षमता है, खासकर भारत जैसे अधिकार क्षेत्रों में जहां चुनाव कार्यक्रम तय और पहले से घोषित होते हैं।
सीईसी राजीव कुमार ने चिंता जताते हुए कहाकि इन प्लेटफ़ॉर्म के सर्च रिजल्ट में अंतर्निहित रूपसे बराबरी की जमीन नहीं मुहैया होती है, यहां जितनी प्रमुखता से नकली सामग्री को दिखाया जाता है, उतनी प्रमुखता से आधिकारिक रूपसे सत्यापित संस्करणों को नहीं दिखाया जाता है। सीईसी ने डीप फेक का सक्रिय रूपसे पता लगाने केलिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जिम्मेदारी डालने हेतु प्रवर्तन एजेंसियों से जोड़कर एक मिसाल दी। उन्होंने कहाकि मसलन ये कल्पना करना कठिन हैकि अगर प्रवर्तन एजेंसियां कहदें कि वे तबतक कार्रवाई नहीं करेंगी, जबतक उन्हें अपराध की सूचना नहीं दी जातीकि इंटेलिजेंस प्रिवेंशन उनकी जिम्मेदारी नहीं है। सीईसी ने कहाकि चुनाव में समावेशिता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने और इस तरह लोकतांत्रिक चुनावी कवायद केप्रति लोगों का भरोसा बढ़ाने केलिए प्रौद्योगिकी की भागीदारी महत्वपूर्ण हो गई है। उन्होंने कहाकि किसीभी ईएमबी की सफलता तीन व्यापक कार्यक्षेत्रों में उपयुक्त तकनीक को लागू करने पर निर्भर करती है-मतदाताओं केलिए पंजीकरण में आसानी, राजनीतिक दलों या उम्मीदवारों की सुविधा और तीसरी-चुनाव प्रबंधन और रसद/ सुरक्षा केलिए।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने ईसीआई के विभिन्न तकनीकी हस्तक्षेपों पर प्रकाश डाला जैसे सी-विजिल, पीडब्ल्यूडी केलिए सक्षम ऐप और एक लाख से अधिक मतदान केंद्रों में बैटरी संचालित गैर नेटवर्क वाले ईवीएम का उपयोग, जिसने मतदाताओं को सशक्त बनाया है और एक केबाद एक चुनाव में चुनाव केबाद त्वरित और विश्वसनीय चुनावी परिणाम सुनिश्चित किए हैं। 'चुनाव प्रशासन केलिए प्रौद्योगिकी' विषय पर पहले सत्रकी सहअध्यक्षता चुनाव आयुक्त अरुण गोयल और मॉरीशस के चुनाव आयुक्त मोहम्मद इरफान अब्दुल रहमान ने की, इसमें अर्मेनिया, ऑस्ट्रेलिया, क्रोएशिया और जॉर्जिया के चुनाव अधिकारियों ने प्रस्तुतियां दीं। अरुण गोयल ने कहाकि बुनियादी प्रक्रियाओं को स्वचालित करने से लेकर परिष्कृत चुनावी डेटाबेस के प्रबंधन तक चुनाव प्रशासन में प्रौद्योगिकी का उपयोग अनिवार्य हो गया है। उन्होंने 94.5 करोड़ से अधिक मतदाताओं के डेटाबेस के प्रबंधन और मतदान केंद्रों के युक्तिकरण जैसे चुनाव संबंधी निर्णय लेने की सुविधा केलिए ईसीआई की विभिन्न प्रौद्योगिकी संबंधी पहलों पर प्रकाश डाला जैसे-राजनीतिक दलों या उम्मीदवारों की सुविधा केलिए तकनीक और मतदाताओं को सशक्त बनाने केलिए सी-विजिल जैसे ऐप।
डीजी आईआईआईडीईएम और सीनियर डीईसी धर्मेंद्र शर्मा ने सम्मेलन में प्रतिनिधियों का स्वागत किया। मॉरीशस के चुनाव आयुक्त मोहम्मद इरफ़ान अब्दुल रहमान, इंटरनेशनल फ़ाउंडेशन फ़ॉर इलेक्टोरल सिस्टम्स के अध्यक्ष और सीईओ एंथनी बैनबरी, जॉर्जिया के सीईसी और डिप्टी चेयरपर्सन जियोर्गी शारबिद्ज़े और अंगोला, अर्मेनिया, ऑस्ट्रेलिया, चिली, क्रोएशिया, डोमिनिका, फिजी, जॉर्जिया, इंडोनेशिया, किरिबाती, मॉरीशस, नेपाल, पैराग्वे, पेरू, फिलीपींस और सूरीनाम सहित इंटरनेशनल आईडीईए और ईएमबी के प्रतिनिधि, ईसीआई के अधिकारी सम्मेलन में शामिल हुए। सम्मेलन के दौरान ईसीआई की पुस्तिका 'चुनावों में प्रौद्योगिकी के उपयोग में वैश्विक पहल' का भी अनावरण किया गया। ये पुस्तक दुनियाभर में ईएमबी की सर्वोत्तम प्रौद्योगिकी प्रथाओं का संकलन है। इस दौरान ईएमबी के अधिकारियों के प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण केलिए आईआईआईडीईएम का विकसित अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण मॉड्यूल भी जारी किया गया।
समावेशी चुनावों केलिए प्रौद्योगिकी समाधान विषय पर दूसरे सत्र की अध्यक्षता आईएफईएस के अध्यक्ष और सीईओ ने की। इस सत्र में फिलीपींस, अंगोला और इंटरनेशनल आईडीईए के प्रतिनिधि ने प्रस्तुतियां दीं। 'एक सक्षमकर्ता के तौरपर प्रौद्योगिकी और डिजिटल स्पेस की चुनौतियां' विषय पर तीसरे सत्र की सहअध्यक्षता उपाध्यक्ष और जॉर्जिया के सीईसी और पैराग्वे के ट्राइब्यूनल सुपीरियर डि जस्टिसिया इलेक्टोराल के वाइस प्रेसिडेंट ने की। इस सत्र में इंडोनेशिया और आईएफईएस की ओर से भी प्रस्तुतियां प्रस्तुत की गईं। भारतीय चुनाव आयोग के नेतृत्व में चुनावी निष्ठा पर समूह के अंतर्गत तीन सम्मेलनों की श्रृंखला आयोजित की गई, जिसमें ये 9 चुनाव प्राधिकरणों के प्रमुखों और उप प्रमुखों सहित 16 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।