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Saturday 28 January 2023 01:07:32 PM
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ ने युवाओं से अपने मौलिक अधिकारों का प्रयोग करते हुए संविधान में निहित मौलिक कर्तव्यों का अभ्यास और उनका अनुपालन करने की अपील की है। उन्होंने कहाकि एनएसएस का मोटो-‘स्वयं से पहले आप’ भारतीय संस्कृति का मूलमंत्र है, इसी विचार के आधार पर हम 5 हजार साल से दुनिया को एक बहुत बड़ा संदेश देते आ रहे हैं। उपराष्ट्रपति ने दिल्ली में उपराष्ट्रपति निवास पर राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों से मुलाकात की और उन्हें राष्ट्र सेवा केलिए प्रतिबद्ध होकर कार्य करने को कहा। जलवायु परिवर्तन की चुनौती का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहाकि इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर प्रभावी तरीके से ध्यान दिया जा सकता है अगर हम पर्यावरण केप्रति अपने मौलिक कर्तव्यों पर गंभीरता से विचार करें। गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेनेवाले एनएसएस दल के स्वयंसेवकों केसाथ परस्पर बातचीत में उपराष्ट्रपति ने समुदाय की बेहतरी केलिए छात्रों के प्रयासों की सराहना की।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ ने एनएसएस दल में लड़कों और लड़कियों की समान संख्या पर खुशी व्यक्त की और कहाकि जेंडर का यह प्रतिनिधित्व विश्वस्तर पर भारतीयों के नेतृत्व वाले पदों परभी दृष्टिगोचर होता है। उपराष्ट्रपति ने कहाकि भारत उत्थान के मार्ग पर है और यह अपने अमृतकाल के अत्यधिक महत्वपूर्ण समय पर है। उन्होंने कहाकि युवाओं को वर्षों से अर्जित भारत की प्रौद्योगिकीय उपलब्धियों, आर्थिक विकास और कल्याणकारी पहलों पर गर्व करना चाहिए। इस बात की सराहना करते हुएकि भारत हालही में विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि भारत दशक के समाप्त होने से पूर्वतक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ ने एनएसएस स्वयंसेवकों से अपने सपनों को साकार करने केलिए काम करने की अपील करते हुए कहाकि राष्ट्र आपकी ओर आशापूर्वक देख रहा है, आपपर निर्भर है और चाहता हैकि आप @2047 में विकसित भारत की यात्रा में परिवर्तन के उत्प्रेरक बनें। गणतंत्र दिवस कार्यक्रमों केलिए देशभर से 5 क्षेत्रीय शिविरों से लगभग 200 स्वयंसेवक चुने गए थे, जिनको समान प्रतिनिधित्व केसाथ उच्चतर शिक्षा के विभिन्न विषयों से चयन किया गया था। युवा मामले एवं खेल राज्यमंत्री निशीथ प्रमाणिक और गणमान्य नागरिक भी इस अवसर पर उपस्थित थे।