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Wednesday 15 February 2023 03:26:32 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, एयर इंडिया और एयरबस की नवीन साझेदारी के शुभारंभ पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों केसाथ वीडियोकॉल वार्ता में शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहाकि यह महत्वपूर्ण डील भारत और फ्रांस के गहराते संबंधों केसाथ-साथ भारत के नागरिक उड्डयन क्षेत्र की सफलताओं और आकांक्षाओं कोभी दर्शाती है। उन्होंने कहाकि आज हमारा नागरिक उड्डयन क्षेत्र भारत के विकास का अभिन्न हिस्सा है, इसको मजबूत करना हमारी राष्ट्रीय अवसंरचना रणनीति का एक महत्वपूर्ण पहलू है। उन्होंने कहाकि बीते आठ वर्ष में भारत में हवाईअड्डों की संख्या 74 से 147 हो गई है यानि लगभग दोगुनी बढ़त! प्रधानमंत्री ने कहाकि हमारी क्षेत्रीय संपर्क योजना उड़ान के माध्यम से देश के सुदूर हिस्से भी हवाई संपर्क से जुड़ रहे हैं, जिससे लोगों के आर्थिक एवं सामाजिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि निकट भविष्य में भारत नागरिक उड्डयन क्षेत्रमें विश्व का तीसरा सबसे बड़ा मार्किट बनने जा रहा है, कई आकलनों के अनुसार भारत को अगले 15 वर्ष में 2000 से अधिक विमानों की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहाकि एयर इंडिया-एयरबस की साझेदारी की ऐतिहासिक घोषणा इस बढ़ती मांग को पूरा करने में सहायक होगी। उन्होंने कहाकि भारत की 'मेक इन इंडिया-मेक फॉर द वर्ल्ड' विज़न केतहत एयरोस्पेस निर्माण मे अनेक नए अवसर खुल रहे हैं, ग्रीन फील्ड और ब्राउन फील्ड हवाई अड्डे केलिए स्वचालित मार्ग से 100 प्रतिशत एफडीआई का प्रावधान रखा गया है, उसी तरह ग्राउंड हैंडलिंग सेवाएं, रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल यानी एमआरओ में भी 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति दी गई है। प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत पूरे क्षेत्र केलिए एमआरओ का हब बन सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयर इंडिया और एयरबस केबीच साझेदारी के शुभारंभ पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, टाटा ट्रस्ट के अध्यक्ष रतन टाटा, अध्यक्ष टाटा संस एन चंद्रशेखरन, सीईओ एयर इंडिया कैंपबेल विल्सन, एयरबस के सीईओ गुइलौमे फाउरी, भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया केसाथ वीडियो कॉल वार्ता में भाग लिया। गौरतलब हैकि एयर इंडिया और एयरबस ने एयर इंडिया को 250 विमान, 210 सिंगल-आइज़ल ए320नियोस और 40 वाइडबॉडी ए350एस की आपूर्ति केलिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। उड्डयन क्षेत्र की इन दो अग्रणी कंपनियों केबीच यह व्यावसायिक साझेदारी भारत-फ्रांस सामरिक साझेदारी की क्षमता कोभी प्रदर्शित करती है और इस वर्ष अपनी 25वीं वर्षगांठ का प्रतीक है।
भारत में फ्रांसीसी कंपनियों की मजबूत उपस्थिति की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने फ्रांसीसी एयरोस्पेस इंजन निर्माता सफरान की भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय वाहक दोनों केलिए विमान इंजनों की सेवा केलिए भारत में अपनी सबसे बड़ी एमआरओ सुविधा स्थापित करने के हालिया निर्णय को भी याद किया। प्रधानमंत्री ने भारत में नागरिक उड्डयन बाजार के तेजीसे विस्तार और विकास पर प्रकाश डाला, जो भारत और दुनिया के बाकी हिस्सों के बीच अधिक कनेक्टिविटी को गति देगा और बदले में भारत में पर्यटन और व्यापार को प्रोत्साहित करेगा। प्रधानमंत्री ने भारत-फ्रांस संबंधों को आगे ले जाने में उनकी साझेदारी केलिए राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को धन्यवाद दिया और भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत उनके साथ कार्य करने की उम्मीद जताई।