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Sunday 19 March 2023 01:29:22 PM
नई दिल्ली/ ढाका। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने संयुक्त रूपसे कल भारत-बांग्लादेश मैत्री ऊर्जा पाइपलाइन का वर्चुअली उद्घाटन कर दिया है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत-बांग्लादेश संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत हुई है, भारत-बांग्लादेश मैत्री ऊर्जा पाइपलाइन की नींव हमने सितंबर 2018 में रखी थी और ख़ुशी हैकि प्रधानमंत्री शेख हसीना केसाथ इसके उद्घाटन काभी अवसर हमें मिला है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि कितना शुभ संयोग हैकि भारत-बांग्लादेश मैत्री ऊर्जा पाइपलाइन का उद्घाटन बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की जन्म जयंती के एकदिन बाद हो रहा है, बंगबंधु के 'शोनार बांग्ला' विजन में पूरे क्षेत्रका मैत्रीपूर्ण विकास और समृद्धि शामिल था और यह दोनों देशों का संयुक्त प्रोजेक्ट उनके इस विज़न का उत्तम उदाहरण है। उन्होंने कहाकि बिजली और ऊर्जा क्षेत्रमें सहयोग भारत-बांग्लादेश संबंधों की पहचान बन गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि आईबीएफपी भारत-बांग्लादेश केबीच 1 मिलियन मीट्रिक टन प्रतिवर्ष हाईस्पीड डीजल को बांग्लादेश तक पहुंचाने की क्षमता वाली पहली सीमापार ऊर्जा पाइपलाइन है एवं बांग्लादेश केसाथ बेहतर संपर्क दोनों पक्षों के लोगों केबीच संबंधों को और मजबूत करेगा। नरेंद्र मोदी ने कहाकि बांग्लादेश भारत का अग्रणी विकास साझेदार है और इस क्षेत्रमें इसका सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार भी है। उन्होंने कहाकि मैत्री पाइपलाइन के संचालन से दोनों देशों के बीच ऊर्जा के क्षेत्र में मौजूदा सहयोग बढ़ेगा और बांग्लादेश में विशेष रूपसे कृषि क्षेत्र का विकास होगा, नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड 2015 से बांग्लादेश को पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परियोजना पर निरंतर मार्गदर्शन केलिए प्रधानमंत्री शेख हसीना को धन्यवाद दिया और दोनों देशों के लोगों के लाभ केलिए उनके साथ मिलकर निरंतर काम करने की इच्छा व्यक्त की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाक पिछले कुछ साल में प्रधानमंत्री शेख हसीना के कुशल नेतृत्व में बांग्लादेश ने उल्लेखनीय प्रगति की है, इसपर हर भारतीय को गर्व है और हमें खुशी भी हैकि हम बांग्लादेश की इस विकासयात्रा में योगदान दे पाए हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि उन्हें विश्वास हैकि यह पाइपलाइन बांग्लादेश के विकास को और गति देगी एवं दोनों देशों केबीच बढ़ती कनेक्टिविटी का भी उत्कृष्ट उदाहरण रहेगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि उन्हें याद हैकि कई वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 1965 से पहले की रेल कनेक्टिविटी बहाल करने के अपने विज़न के बारेमें चर्चा की थी और उसी समय से दोनों देशों ने मिलकर इसपर बहुत प्रगति की है, इसीका परिणाम हैकि कोविड महामारी के दौरान हमें रेल नेटवर्क से बांग्लादेश को ऑक्सीजन आदि भेजने में सुविधा रही। नरेंद्र मोदी ने कहाकि इस पाइपलाइन से उत्तरी बांग्लादेश के विभिन्न जिलों को 1 मिलियन मेट्रिक टन हाइस्पीड डीजल की आपूर्ति की जा सकेगी, इसकी सप्लाई से खर्च तो घटेगा ही, इसका कार्बन फुटप्रिंट भी कम होगा, भरोसेमंद और किफायती डीजल सप्लाई कृषि क्षेत्र केलिए विशेष रूपसे लाभदायक होगी, स्थानीय उद्योगों कोभी इसका लाभ मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने कहाकि वैश्विक स्थिति में कई विकासशील अर्थव्यवस्थाएं अपनी खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने केलिए जूझ रही हैं, इस संदर्भ में इस उपलब्धि का महत्व और भी अधिक है। प्रधानमंत्री ने कहाकि बिजली के क्षेत्रमें हमारा आपसी सहयोग बहुत सफल रहा है, भारत बांग्लादेश को 1100 मेगावाट से अधिक बिजली सप्लाई कर रहा है, मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट की पहली यूनिट भी चालू हो गई है, इसका उद्घाटन हमने पिछले साल प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत यात्रा के समय किया था और अब हम दूसरी यूनिट कोभी जल्दी चालू करने की दिशा में काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि जहां तक उर्जा सहयोग की बात है, हमारा पेट्रोलियम ट्रेड 1 बिलियन डॉलर पार कर चुका है, हमारा सहयोग हाइड्रोकार्बन की संपूर्ण मूल्य श्रृंखला में है, चाहे वो अप-स्ट्रीम हो, या मिड-स्ट्रीम या डाउन-स्ट्रीम, इस पाइपलाइन से यह सहयोग और व्यापक होगा। उन्होंने इस प्रोजेक्ट से जुड़े सभी अधिकारियों विशेष रूपसे नुमालीगढ़ रिफाइनरी और बांग्लादेश पेट्रोलियम कॉरपोरेशन को बधाई दी। उद्घाटन कार्यक्रम में असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, रामेश्वर तेली और बांग्लादेश सरकार के मंत्री भी शामिल हुए।